कटनी कृषि उपज मंडी में लड़कियों के गैंग का हमला – युवक को तीन चाकू, पुलिस घंटों बाद मौके पर पहुंची
कटनी जिला मध्य प्रदेश

कटनी कृषि उपज मंडी में लड़कियों के गैंग का हमला – युवक को तीन चाकू, पुलिस घंटों बाद मौके पर पहुंची
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
दिनांक: 18 जून 2025
मध्य प्रदेश कटनी जिले में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह नजर आ रहा है।
जिले की कृषि उपज मंडी में दिनदहाड़े हुए एक सनसनीखेज हमले ने न केवल आम नागरिकों में भय का माहौल पैदा कर दिया, बल्कि पुलिस व्यवस्था की पोल भी खोल कर रख दी है।
घटना मंगलवार दोपहर लगभग 3:30 बजे की है, जब कटनी कृषि उपज मंडी के गल्ला सेक्शन (थर्ड नंबर एक) में एक लड़की गैंग ने हमला कर दिया।
हमले का शिकार हुआ युवक मंडी में ही काम करता था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गैंग की लड़कियों ने युवक को घेरकर तीन बार चाकू से हमला किया गया है
जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। शरीर पर गहरे घाव लगे और वह लहूलुहान हो गया।
घटना के तुरंत बाद मौजूद लोगों ने पुलिस को फोन कर सूचना दी, लेकिन कटनी पुलिस की संवेदनहीनता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि घंटों इंतजार के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ‘100 डायल’ सेवा की तारीफें तो बहुत होती हैं,
लेकिन कटनी में यह सेवा महज़ नाम की रह गई है। “पुलिस को सुबह फोन करो, तो वो शाम को पहुंचती है” — ऐसा तंज लोगों ने पुलिस के प्रति नाराजगी जताते हुए कसा।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए घायल युवक को पुलिस के आने से पहले ही स्थानीय लोगों ने स्वतः अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है।
प्रशासन और पुलिस पर उठे सवाल
इस मामले ने न केवल कटनी में अपराध की बढ़ती घटनाओं की ओर इशारा किया है,
बल्कि पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। दिनदहाड़े भीड़भाड़ वाले इलाके में हमला हो जाना और उसके बाद भी पुलिस का न पहुंचना यह साबित करता है कि अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं बचा है।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए
प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि मंडी जैसी भीड़भाड़ और व्यापारिक गतिविधियों वाली जगह पर पुलिस गश्त की नियमित व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
निष्कर्ष
जहां एक ओर सरकार महिला सुरक्षा और त्वरित पुलिस सेवा के दावे करती है, वहीं दूसरी ओर कटनी की यह घटना इन दावों की सच्चाई सामने ला रही है।
अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन इस लापरवाही को लेकर क्या कदम उठाता है या फिर ऐसी घटनाएं यूं ही आम होती रहेंगी।