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*सतना आरटीओ पर चल रहे घोटाले का जल्द से जल्द होगा पर्दा फास्ट*

सतना जिला मध्य प्रदेश

*सतना आरटीओ पर चल रहे घोटाले का जल्द से जल्द होगा पर्दा फास्ट*

(पढ़िए जिला सतना ब्यूरो चीफ अशीष गुप्ता की रिपोर्ट)

आरटीओ में हुए भ्रस्टाचार का खुलासा-संदिग्ध के दायरे

मध्य प्रदेश जिला सतना के आरटीओ-संजय श्रीवास्तव जल्द ही होगा आरटीओ में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा प्रियांशी विचारधारा अखबार ने आरटीआई विभाग से मांगी परन्तु आरटीओ विभाग के द्वारा गलत जानकारी दी गई, तदुपरान्त पुनः आरटीआई की रिपोर्ट मानवाधिकार के सचिव ने मंगाई, तब 4 फर्म संदिग्ध पाई गई,इसके बाद चोरी और सीना जोरी और ऐसा हो भी क्यों ना विभाग के मुखिया आरटीओ संजय श्रीवास्तव ना तो ऑफिस में मिलते हैं ना ही फोन उठाना मुनासिब समझते हैं साथ ही विभाग के बड़े अधिकारी शिवेंद्र सिंह से फोन पर चर्चा की गई

उन्होंने साफ कहा मैं बद्री धाम में हूं जब वापस आऊंगा तब बात करूंगा मिली जानकारी के अनुसार आरटीओ विभाग द्वारा कुछ निजी लोगों को फर्म बनाकर ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन की मान्यता दी जाती है जिसमें हमारी टीम ने आरटीआई सूचना के तहत में जानकारी चाही गई आपके विभाग से सतना जिले में कितने लोगों को ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन करने की मान्यता आपके विभाग द्वारा दी गई है जिसमें विभाग के बाबू राजीव त्रिपाठी ने डाक द्वारा हमारे ऑफिस में सूचना भेजी जिसमें उन्होंने बताया विभाग द्वारा 14 फर्मों को ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन करने की मान्यता विभाग द्वारा दी गई है

लेकिन हमारी टीम ने जब इसकी जांच की तो इन 14 में से चार फर्म संदेह के दायरे में आती हैं साथ ही जिस जगह पर इनफॉर्म को संचालित होना चाहिए उस जगह पर ना तो फार्म संचालित नहीं थी साथी आसपास पता करने पर यह बात भी सामने आई ऐसी फर्म यहां कभी संचालित ही नहीं हुई सतना में शुभ मोटर्स सीताराम टंकी के पास संचालित है जो की पूर्णता सत्य है पर इन्हीं की एक फर्म हनुमानगंज रामपुर बघेलान मैं भी कागजों पर संचालित बताई जा रही है अधिकांश ट्रैक्टर की रजिस्ट्रेशन रामपुर बघेलान यही होती है एक नजर इधर भी यह लोग सबसे ज्यादा खींची हुई गाड़ियों ट्रैक्टर काही रजिस्ट्रेशन करते हैं

एक तरह से समझने की कोशिश जहां एक ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन लगभग ₹4000 में होता है पर यह फर्म के संचालक वविभाग के बाबू अधिकारी 50 हजार से लेकर 60,000 तक वसूलते हैं इनमें एक और चौकानेवाले तथ्य सामने आया है अगर मान लीजिए 10 डिजिट का रजिस्ट्रेशन नंबर अगर है तो 10 डिजिट में एक नंबर गलत कर रजिस्ट्रेशन करा देते हैं अगर कभी गाड़ी पकड़ी भी जाती है तो कहा जाता है सर कंप्यूटर में काम करने वाला व्यक्ति भी इंसान हैं उससे भी गलती हो जाती है आप पुरानी गाड़ियों की बात कर रहे हैं

यहां तो नई गाड़ियों के नंबर भी मिस हो जाते हैं सवाल ये उठता है हमारी आरटीआई लगाते ही 14 फर्म के नाम आते हैं संदे ह के दायरे में आने वाले चार फर्म 31 मार्च 2023 को यह कहते हुए कि हमारे पास हमारे पास इन चार फर्म के रिनुअल आवेदन नहीं आए हैं इसके बावजूद यह लोग लगातार ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन का कार्य कर रहे हैं जिसमें सवाल में पूछा गया था जिसने फर्म संचालक ने कहा था हमारे पास में सारे अधिकार वह दस्तावेज है

जिसके माध्यम से हम ट्रैक्टर रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं विभाग हमारे बारे में क्या कहता है इससे हम को कोई लेना देना नहीं खैर मामला सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा के सामने आ चुका है,और अभी आरटीओ विभाग की सारी परते परत दर परत खुल सकती हैं,निश्चित रूप से अब आरटीओ विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियो की बाल की खाल निकल सकती है,क्युकी आरटीओ का कोई भी अधिकारी इस महा घोटाले में चुप्पी साधे हुए है,मजे की बात तो यह है,की आरटीओ के काफी अधिकारी इन दिनों तीर्थ यात्रा में निकल चुके हैं, खैर हकीकत चाहे कुछ भी हो,परन्तु इतने बड़े घोटाले में बिना किसी सफेदपोश, या भगवाधारी नेता के बगैर इतना बड़ा घोटाला होना, ऊंट के मुँह में जीरा जैसी बात समझ में आ रही है,

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