वन भूमि पर अतिक्रमण जारी, विभाग मौन – बरसात से पहले बने चेक डैम पर भी खतरा
तहसील भरतपुर जिला मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

वन भूमि पर अतिक्रमण जारी, विभाग मौन – बरसात से पहले बने चेक डैम पर भी खतरा
(पढिए जिला एमसीबी ब्यूरो चीफ मनमोहन सांधे की खास खबर)
जनकपुर परिक्षेत्र के कुंवरपुर परिसर कंजिया में हो रही अवैध गतिविधि, जिम्मेदार विभाग बेखबर
भरतपुर (एमसीबी)।
छत्तीसगढ़ राज्य के जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) के भरतपुर विकासखंड अंतर्गत उप वन मंडल जनकपुर के परिक्षेत्र कुंवरपुर परिसर कंजिया में वन विभाग की भूमि पर लगातार अतिक्रमण की घटनाएँ सामने आ रही हैं। ग्रामीणों और सूत्रों के अनुसार, यह अतिक्रमण खुलेआम हो रहा है, लेकिन वन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही, मानो विभाग गहरी नींद में सो रहा हो।
गौरतलब है कि इसी वर्ष बरसात शुरू होने से पहले इस क्षेत्र में जल संरक्षण एवं सिंचाई की दृष्टि से एक चेक डैम का निर्माण किया गया था, जिससे स्थानीय किसानों और वन्यजीवों को वर्षा जल का लाभ मिल सके। लेकिन अब इस चेक डैम के आसपास अवैध कब्जे की गतिविधियाँ शुरू हो गई हैं, जिससे न केवल संरचना को नुकसान पहुँचने की आशंका है, बल्कि जल संरक्षण के उद्देश्य पर भी संकट मंडरा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते वन विभाग और प्रशासन ने इस मामले में संज्ञान नहीं लिया, तो आने वाले समय में यह अतिक्रमण और फैल सकता है, जिससे वन्य क्षेत्र का स्वरूप ही बदल जाएगा। क्षेत्र के सामाजिक संगठनों ने भी इस विषय पर चिंता जताते हुए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की माँग की है।
जानकारी के अनुसार, इस मामले को लेकर राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज तक एमसीबी के ब्यूरो चीफ *मनमोहन सांधे* ने विशेष रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें विभागीय लापरवाही और अतिक्रमणकर्ताओं की पहचान उजागर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि वन भूमि को बचाने के लिए त्वरित कदम नहीं उठाए गए, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। अब देखना यह है कि क्या विभाग नींद से जागेगा या वन संपदा पर अतिक्रमण यूँ ही जारी रहेगा।




