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*मुख्यमंत्री से भी ज्यादा पावर रखता है इस गांव का सरपंच भ्रष्टाचार करने के बाद भी तहसील जिला अधिकारी नहीं कर सकते है कार्यवाही*

तहसील जैतहरी जिला अनुपपुर मध्य-प्रदेश

मुख्यमंत्री से भी ज्यादा पावर रखता है इस गांव का सरपंच भ्रष्टाचार करने के बाद भी तहसील जिला अधिकारी नहीं कर सकते है कार्यवाही

 

तो क्या पंचायत के मुखिया और सचिन को ही है सब पावर, नियमों को ताक में रखकर उसकेविपरीत किया जा रहा है भ्रष्टाचार

ग्राम पंचायत मौहरी में लिखी जा रही है भ्रष्टाचार कि इबारत

मंत्री, अधिकारी, जांच सब हुवे नदारद

भ्रष्टाचार उजागर किए जाने पर बनाया जाता है दबाव

संभागीय ब्यूरो चीफ चन्द्रभान सिंह राठौर के साथ तहसील/ब्लॉक जैतहरी से ब्लॉक रिपोर्टर विकास सिंह राठौर कि कलम से

अनूपपुर/जैतहरी

जिला अनूपपुर के जनपद पंचायत जैतहरी अन्तर्गत ग्राम पंचायत मौहरी के ग्राम प्रधान राम बाई बैगा द्वारा शासकीय नियमों एवं विनियमो के विपरीत मनमाने तरीके से ग्राम पंचायत के अन्य सदस्यों को विश्वास में ना लेकर स्वेच्छा पूर्वक विधि विरुद्ध तरीके से ग्राम पंचायत का संचालन प्रस्ताव व ग्राम सभा की अनुमति के बिना शासकीय राशियों का दुरुपयोग मनमाने तरीके से कर रही है ग्राम प्रधान के द्वारा प्रस्ताव रजिस्टर में कभी भी सभी सदस्यों का हस्ताक्षर कराए बिना निर्माण कार्य विधि विरुद्ध तरीके से प्राक्कलन के विपरीत गुणवत्ता विहीन कार्य करा कर फर्जी तरीके से राशि का आहरण कर लिया जाता है।

कमीशन खोरी के लिए पंचायत के मुखिया योजनाओं और शासकीय पैसों पर लगा रहे हैं साख पर बट्टा

विधायक निधि से तीन पुलिया निर्माण का कार्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह के द्वारा मौहरी ग्राम को दिया गया था निर्माण क्रमशः 14 लाख 98 हजार एवं 750000 एवं ₹750000 की लागत से 30 लाख रुपए पुल निर्माण के लिए स्वीकृत हुआ जिसकी निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत मौहरी है जिस कार्य को भी कमीशन खोरी की वजह से ग्राम प्रधान एवं सचिव के द्वारा ठेकेदारों के द्वारा कराया जा रहा है और गुणवत्ता विहीन कार्य हो रहा है और फर्जी तरीके से बिल लगाकर पैसों का आहरण कर लिया जा रहा है प्राक्कलन के अनुसार ना तो उसमें सीमेंट की मात्रा डाली जा रही है ना ही सरिया प्राक्कलन अनुसार उसमें लगाया जा रहा है ग्राम पंचायत मौहरी के पंचायत भवन में बाउंड्री वॉल कराया गया है जिस बाउंड्री वाल को पूर्ण भी नहीं कराया गया है और पूरी राशि का गबन कर लिया गया है एवं वार्ड क्रमांक 9 वार्ड क्रमांक 10 वार्ड क्रमांक 3 वार्ड क्रमांक 5 वार्ड क्रमांक 8 में बने आरसीसी रोड का निर्माण हुआ है वह भी गुणवत्ता विहीन होने से निर्माण होने के कुछ महीनों बाद ही उखड़ कर एक के बाद एक गिट्टी बाहर निकल कर इधर उधर बिखरना शुरु हो गई। जिससे ग्रामीणों और आम जनों को भारी अशुविधायों का सामना करना पड़ रहा है।

राजनीतिक पकड़ का है सब खेल

आपको बता दें कि निर्माण एजेंसी पंचायत होती है परन्तु कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के फिराक में पंचायत के मुखिया पंचायत के नुमाइंदों को कार्य का डोर पकड़ा कर फ्री हो जाते हैं जिससे शासकीय पैसों का दुरुपयोग और भ्रटाचार अपने चरम पर रहता है जिसका खामियाजा गरीब जनता, ग्रामीण और आमजनों को भुगतना पड़ता है। दूसरी ओर राजनीतिक पकड़ के कारण दबगों और ठेकेदारों का अलग ही दबाव और खिचड़ी पक रही है देखा जाए तो भाजपा सरकार द्वारा और खाद्य मंत्री द्वारा उन्नत कार्य और देश और जिले को आगे बढ़ाने के दिशा पर नाग के तरह कुंडली मारकर बैठे इन भ्रष्टाचारियों और ठेकदारों का सामना भविष्य को और योजनाओं को अंधकार की ओर ढकेल रहा है साथ ही कहीं ऐसा ना होने लगे कि कागज पर ही निर्माण हो और उसी पर खत्म बांकी सब हवा हवाई। ऐसे में भाजपा सरकार गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली साथ ही सभी के कार्यों को ग्रामीणजनों द्वारा संदेह के नजर से देखना लाजमी है???

अधिकारीयों कि संलिप्ता

इससे पूर्व भी ऐसे मामलों पर ग्राम पंचायत मौहरी सुर्खियों पर रहा है जिसपर पहले भी अधिकारियों को सूचित कर कार्यवाही कि मांग की गई थी पर अधिकारीयों और राजनीतिक पकड़ के कारण पंचायत के कार्यों पर और पंचायत के मुखिया तथा सचिन पर कार्यवाही ना होने पर अधिकारीयों कि संलिप्त होने कि बातें भी सामने आ रही हैं। ऐसे में गरीबों को इंसाफ कैसे मिलेगा और इनकी कौन सुनेगा अभी तक प्रश्न चिन्ह बना हुआ है???

पंचों द्वारा मोर्चा खोल सौंपा गया ज्ञापन

इन गुणवत्ता विहीन कार्यों को देखते हुए एवं फर्जी राशियों का आहरण को देखते हुए ग्राम पंचायत मौहरी के सभी सदस्य उपसरपंच एवं सभी पंचों के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी जैतहरी से आवेदन प्रस्तुत कर एवं शपथ प्रस्तुत कर अनुविभागीय अधिकारी से ग्राम प्रधान मौहरी को पद से पृथक करने की कार्यवाही की मांग की है।

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