Breaking Newsअन्य राज्यआगराआर्टिकलइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डएटागोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमहिलामेरठमैनपुरीयुवाराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

*अनूपपुर जिला अस्पताल को दो वेंटिलेटर देने स्वास्थ्य मंत्री ने की घोषणा*

अनूपपुर जिला मध्य प्रदेश

👉 *बिग ब्रेकिंग न्यूज़* 👈

👉 *उमरिया/शहडोल/अनूपपुर समाचार* 👈

👉 *अनूपपुर जिला अस्पताल को दो वेंटिलेटर देने स्वास्थ्य मंत्री ने की घोषणा* 👈

👉 *राजधानी अनूपपुर एक्सप्रेस* 👈

👉 *प्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभु राम चौधरी मंगलवार को जिला अस्पताल पहुंचे और नवजात बच्चों को एसएनसीयू व पीआईसीयू वार्ड में दी जा रही चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके अलावा वे पोषण पुनर्वास केंद्र व प्रसूति विभाग में जाकर व्यवस्थाओं की ली जानकारी* 👈

👉 *रिपोर्टर :- संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रभान सिंह राठौर की कलम से* 👈

👉 *अनूपपुर समाचार -* 👈

अनूपपुर/ शासन के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभु राम चौधरी मंगलवार को जिला अस्पताल पहुंचे और नवजात बच्चों को एसएनसीयू व पीआईसीयू वार्ड में दी जा रही चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके अलावा वे पोषण पुनर्वास केंद्र व प्रसूति विभाग में जाकर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। अस्पताल में विभिन्नाा विभागों का निरीक्षण करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल के एसएनसीयू में बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए दो वेंटिलेटर उपलब्ध कराए जाएंगे अभी यहां दो वेंटिलेटर ही उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि जिले में मलेरिया विभाग में जिन पदों पर नियुक्तियां की गई है उसकी जांच कराई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री जिला अस्पताल में करीब 40 मिनट ठहरे। इस दौरान उनके साथ सांसद हिमाद्री सिंह, कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर व स्वास्थ्य विभाग के सीएचएमओ, सिविल सर्जन भी मौजूद थे। शहडोल जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती बच्चों की लगातार हो रही मौतों को संज्ञान में लेकर स्वास्थ्य मंत्री का यह दौरा था। शहडोल में अनूपपुर जिले के भी दो बच्चों की मौत हुई थी। जिला अस्पताल पर आरोप लगे थे कि यहां व्यवस्थाएं ठीक न होने के कारण गंभीर बच्चों को शहडोल भेज दिया जाता है।

👉 *दिए कुपोषित एवं अस्वस्थ बच्चों की जानकारी जुटाने के निर्देश* 👈

स्वास्थ्य मंत्री ने कुपोषित एवं गंभीर रूप से अस्वस्थ छोटे बच्चों की जानकारी जुटाने के लिए एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को घर-घर सर्वे करने के निर्देश दिए। सर्वे के दौरान ऐसे बच्चों का पहचान कर देखा जाएगा कि वह किन कारणों से प्रभावित हैं और जो कमियां सामने आएंगी उसे दूर किया जाएगा।

👉 *इलाज में कोताही बरतने पर किया जाएगा दण्डित* 👈

स्वास्थ्य मंत्री ने जिला अस्पताल में कर्मचारियों की कमी पर कहा कि स्टाफ की पूर्ति हेतु व्यवस्था बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल के डॉक्टरों को निर्देशित किया गया है कि अस्पताल में भर्ती बच्चों के इलाज में कोताही न बरतें यदि लापरवाही सामने आएगी तो जरूर उन्हें दंडित किया जाएगा।

👉 *शहडोल में नहीं हुई लापरवाही* 👈

शहडोल में नवजात बच्चों की हो रही मौत पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमारी जांच टीम ने गहराई से जांच की है। सभी बच्चों का अच्छी तरह से ट्रीटमेंट किया गया, लापरवाही नहीं निकली है। मेडिकल कॉलेज शहडोल में एसएनसीयू और पीआइसी वार्ड जल्द शुरू किए जाएंगे जिससे कि यहां के जिला अस्पताल में उमरिया और अनूपपुर के बच्चों का जो दबाव रहता है उसे कम किया जा सके।

👉 *ठंड लगने से नवजात बच्चों को हो रहा निमोनिया* 👈

स्वास्थ मंत्री ने कहा कि नवजात बच्चे ठंड लगने से निमोनिया बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं और सांस लेने में आ रही दिक्कतों से प्रभावित हो रहे हैं,जिनका ठीक इलाज अस्पतालों में किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने जिला अस्पताल में सबसे पहले गहन शिशु चिकित्सा इकाई का निरीक्षण किया और वहां नवजात बच्चों के लिए उपलब्ध चिकित्सा व्यवस्था देखी। इसके पश्चात पीआईसीयू वार्ड फिर पोषण पुनर्वास केंद्र, प्रसूति केंद्र का अवलोकन किया और वहां मौजूद चिकित्सा स्टाफ से चर्चा की। उन्होंने पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों की माताओं से बच्चों के बीमार होने के कारण और मिल रही सुविधाओं के बारे में भी पूछा।

👉 *कोविड स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सौंपा ज्ञापन* 👈
कोविड स्वास्थ्य कर्मचारी सुबह से अपनी स्थाई नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। जब स्वास्थ्य मंत्री का काफिला सड़क से गुजरा तो वे उन्हें रोककर अपनी मांग के संबंध में चर्चा करना चाहा लेकिन स्वास्थ्य मंत्री पहले अस्पताल गए और वहां से वापस लौटने के दौरान कोविड स्वास्थ्य संगठन के कर्मचारियों से मिले। स्वास्थ्य मंत्री ने नियुक्ति के संबंध में कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। यह जरूर कहा कि जब जरूरत होगी तो उनकी सेवाएं ली जाएंगी।

**रिपोर्टर :- संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रभान सिंह राठौर की रिपोर्ट**

Related Articles

Back to top button
राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़