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इंदौर-पीथमपुर इकॉनामिक कॉरिडोर के लिये भू-धारकों से सहमति पत्र लेने का कार्य तेजी

जिला इंदौर मध्य प्रदेश

इंदौर-पीथमपुर इकॉनामिक कॉरिडोर के लिये भू-धारकों से सहमति पत्र लेने का कार्य तेजी

(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)

मध्य प्रदेश जिला इंदौर में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने ली प्रगति की समीक्षा बैठक।
इंदौर-पीथमपुर इकोनामिक कॉरिडोर विकास के लिये भू-धारकों से सहमति लेने का कार्य तेजी से जारी है। भू-धारक सहमति पत्र देने के लिए तेजी से आगे आ रहे हैं।

इस कार्य को और अधिक गतिशील तथा प्रभावी बनाने के लिए कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज यहां संबंधित विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।

इस बैठक में उन्होंने निर्देश दिए की भू-धारकों से सहमति पत्र लेने के कार्य को और अधिक गति देते हुए शीघ्र पूरा किया जाए।

बैठक में एमपीआईडीसी के कार्यकारी संचालक श्री हिमांशु प्रजापति सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिए की इंदौर-पीथमपुर इकोनामिक कॉरिडोर के विकास के संबंध में समयबद्ध प्रक्रिया के अनुसार कार्य किये जाए। सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के प्रयास हों।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कहा के सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। बैठक में बताया गया कि कॉरिडोर में आने वाले अधिकांश गांवों में सहमति बनाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है, शेष दो-तीन गांवों में भी सहमति बनाने का कार्य लगभग इसी सप्ताह पूरा कर लिया जाएगा। बताया गया कि सहमति बनाने के कार्य को गति देने के लिये सोनवाय, भेसलाय तथा नैनोद ग्राम में इसी सप्ताह विशेष शिविर लगाये जायेंगे।

शिविर में जिला प्रशासन, राजस्व, एमपीआईडीसी आदि विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने निर्देश दिये कि ग्रामीणों से सीधा संवाद करें। वास्तविक स्थिति बताएं।

भ्रम दूर करें। अधिक से अधिक भू-धारको से सहमति पत्र प्राप्त करें। बैठक में बताया गया कि इंदौर-पीथमपुर इकोनामिक कॉरिडोर में आ रहे आबादी की संरचना को शामिल नहीं किया जाएगा। साथ ही जिस गांव में जमीन की सहमति बनी

हैं, भू-धारक को उसी गांव में जमीन दी जाएगी।

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