जिले भर में मतदाता जागरूकता अभियान के प्रयासों को मिली अच्छी सफलता
रीवा जिला मध्य प्रदेश

जिले भर में मतदाता जागरूकता अभियान के प्रयासों को मिली अच्छी सफलता
(पढिए जिला रीवा ब्यूरो चीफ गीता ओझा की सच्ची खबरें)
निर्वाचन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का सफल प्रयास
जिले भर में मतदाता जागरूकता अभियान के प्रयासों को मिली अच्छी सफलता
मतदाता सूची में महिलाओं का अनुपात हुआ 886 से बढ़कर 913
सर्वाधिक अनुपात विधानसभा क्षेत्र रीवा में 951
मध्य प्रदेश जिला रीवा में निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केन्द्रों में मतदाता सूची का पुनरीक्षण किया जा रहा है।
जिले की मतदाता सूची में प्रति हजार पुरूष मतदाताओं में महिला मतदाताओं का अनुपात 886 था। छूटी हुई पात्र महिलाओं के नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए जिले भर में जागरूकता अभियान चलाया गया।
प्रत्येक मतदान केन्द्र में जागरूकता शिविर लगाए गए। सभी कालेज तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिविर लगाकर एक अक्टूबर 2023 को 18 साल की आयु पूरी कर रही छात्राओं के नाम मतदाता सूची में शामिल किए गए।
जिले भर में चलाए गए मतदाता जागरूकता अभियान के प्रयासों को अच्छी सफलता प्राप्त हुई है।
मतदाता सूची में नाम शामिल करने की अंतिम तिथि 11 सितम्बर तक प्राप्त आवेदन पत्रों के आधार पर जिले में प्रति हजार पुरूष मतदाताओं के अनुपात में महिला मतदाताओं का अनुपात 913 हो गया है।
महिला मतदाताओं का सर्वाधिक अनुपात विधानसभा क्षेत्र रीवा में 951 है।
11 सितम्बर तक जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 34 हजार 825 है। इनमें 9 लाख 59 हजार 355 पुरूष तथा 8 लाख 75 हजार 453 महिला मतदाता हैं। थर्ड जेंडर के 17 नाम मतदाता सूची में शामिल हैं।
आधार पर मतदाता सूची में प्रति हजार पुरूष मतदाताओं पर महिलाओं का अनुपात 913 हो गया है। अभियान के पहले यह अनुपात 886 था। जिले में 11 सितंबर को मतदाता सूची में प्रति हजार पुरूषों में महिलाओं का अनुपात विधानसभा क्षेत्र सिरमौर में 892, सेमरिया में 913, त्योंथर में 899, मऊगंज में 916, देवतालाब में 912, मनगवां में 904, रीवा में 951 तथा विधानसभा क्षेत्र गुढ़ में 915 है।
सभी मतदान केन्द्रों में बीएलओ, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, बीएलए तथा रिटर्निंग आफीसरों के प्रयासों से मतदाता सूची में छूटी हुई हजारों महिला मतदाताओं के नाम शामिल करने में सफलता मिली है।
निर्वाचन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का यह एक सफल प्रयास है।





