मझगवां बरही तिराहे पर सड़क दुर्घटनाओं को लेकर समाजसेवियों ने धरना प्रदर्शन कर अंकुश लगाने की मांग
जिला कटनी मध्य प्रदेश

मझगवां बरही तिराहे पर सड़क दुर्घटनाओं को लेकर समाजसेवियों ने धरना प्रदर्शन कर अंकुश लगाने की मांग
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
मध्य प्रदेश जिला कटनी बड़वारा थाना क्षेत्र से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से चिंतित समाजसेवियों का गुस्सा फूट पड़ा।
शनिवार को समाज सेवा विकास संस्था के सदस्यों ने मझगवां ग्राम के बरही तिराहे पर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने क्षेत्र में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने और आवश्यक सुरक्षा उपाय करने की मांग उठाई।
धरने के दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
करीब दो घंटे तक चले इस प्रदर्शन को बड़वारा तहसीलदार संदीप सिंह ने मौके पर पहुंचकर समाजसेवियों को आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना समाप्त हुआ।
समाजसेवी पूजा सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 43 के मझगवां बरही तिराहे पर आए दिन दर्दनाक सड़क हादसे हो रहे हैं।
इन दुर्घटनाओं में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है
जिससे कई परिवार उजड़ गए हैं। हाल ही में एक हृदयविदारक घटना में एक ट्रक ने एक दंपत्ति को कुचल दिया था, जिसमें गर्भवती महिला की भी मौके पर ही मौत हो गई थी।
इससे पहले भी इसी स्थान पर एग्जाम देकर घर लौट रहे
बाइक सवार भाई-बहनों की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी। पूजा सिंह ने कहा कि यह तिराहा अब ‘मौत का कुआं’ बन गया है
जहां हर दूसरे दिन कोई न कोई अनहोनी घटित होती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि यहां पर्याप्त रोशनी, स्पीड ब्रेकर और स्पष्ट सांकेतिक बोर्ड लगाए जाएं, तो इन बड़े हादसों पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है।
समाजसेवी राजाराम पटेल ने राष्ट्रीय राजमार्ग 43 के अन्य खतरनाक स्थानों की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि जुहला बाईपास से लेकर विलायत कलां महानदी मोड़ तक कई ऐसे ‘ब्लैक स्पॉट’ हैं
जहां अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। मझगवां बरही तिराहा उनमें से एक प्रमुख है।
राजाराम पटेल ने एन एच ए आई विभाग से मांग की कि मझगवां बरही तिराहे पर तत्काल स्ट्रीट लाइट, स्पीड ब्रेकर और दिशा-निर्देशित सांकेतिक बोर्ड की व्यवस्था की जाए।
इसके साथ ही, उन्होंने जुहला और विलायत कलां के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर स्थित सभी दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की भी मांग की।
धरना प्रदर्शन में शामिल सभी समाजसेवियों ने एक स्वर में कहा कि वे क्षेत्र में हो रही
इन दुखद घटनाओं से बेहद आहत हैं और अब चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगले 15 दिनों के भीतर उनकी मांगों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर चक्का जाम और उग्र धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
समाजसेवियों ने प्रशासन और एन एच ए आई विभाग से इस गंभीर समस्या को तत्काल संज्ञान में लेने और प्रभावी कदम उठाने की अपील की है, ताकि भविष्य में और कीमती जानें बचाई जा सकें।
बड़वारा तहसीलदार संदीप सिंह ने प्रदर्शनकारियों को सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को संबंधित विभाग तक पहुंचाया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार के आश्वासन के बाद समाजसेवियों ने अपना धरना समाप्त कराया l




