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*मोर्निंग वाक के दौरान खोज निकाला दुर्गम पहाड़ियों के बीच झरना और स्वच्छ जल*

अनुपपुर जिला मध्यप्रदेश

मोर्निंग वाक के दौरान खोज निकाला दुर्गम पहाड़ियों के बीच झरना और स्वच्छ जल

दुर्गम पहाड़ियों के बीच पर्यटन स्थल की खोजकर्ता बने समाजसेवी राकेश पांडेय और सुशील गौतम

रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर के साथ विकास सिंह राठौर

अनूपपुर/डोला

अनूपपुर जिले के अंतिम छोर में बसे नगर परिषद डोला में एक प्राकृतिक जलधरा के नाम से जाने जाने वाला धाम तुर्राधाम जहां पर 12 माह 24 घंटा एक समान जलधारा निकलती थी जिसका जल यहां पर निवास कर रहे लोग के लिए अमृत के समान था व तुर्राधाम पिकनिक स्पॉट के नाम से भी जाना जाता था लेकिन विगत वर्ष पहले तुर्राधाम के नजदीक में हल्दीबाड़ी भूमिगत खदान संचालित होने से वह जलधारा विलुप्त हो चुकी हैं। लेकिन वही नगर परिषद डोला में एक बार जलधारा की खोज क्षेत्र के ही समाजसेवी राकेश पांडे जो मॉर्निंग वॉक के लिए निकले हुए थे सुबह उन्हें झज्जर की आवाज सुनाई दी जिसको वह देखते देखते जलधारा के समीप पहुंचे

और उसको देखने के बाद वहां का जल पीने के बाद अन्य लोगों को को भी उस जगह के बारे में जानकारी दीए साथ ही नगर परिषद डोला के मुख्य नगरपालिका अधिकारी अध्यक्ष उपाध्यक्ष लोगों ने भी जाकर जलधारा को देखा उसके सुंदरीकरण के लिए आगे हाथ बढ़ाएं। जब मानव जीवन को अपने सामान्य वातावरण से बाहर के स्थानों में रहने जाना होता है तब यह दौरा ज्यादा से ज्यादा एक साल के लिए मनोरंजन, व्यापार, अन्य उद्देश्यों से किया जाता है, यह उस स्थान पर किसी ख़ास क्रिया से सम्बंधित नहीं होता है।” पर्यटन दुनिया भर में एक आरामपूर्ण गतिविधि के रूप में लोकप्रिय हो गया है

नगर परिषद अब करेगी पर्यटन स्थल बनाने में सहयोग

नगर परिषद डोला के करीब लगभग 1 किलोमीटर दूर दुर्गम स्थल की खोज की गई जहां पर ना जाने का रास्ता था ना ही पहुंच मार्ग था ऐसे समूचे जगह की खोज समाजसेवी राकेश पांडे और सुशील गौतम के द्वारा की गई !

ऐसे दुर्गम स्थल की खोज के बारे में जब हमारे संवाददाता ने जानने की कोशिश की तो दोनों ही खोजकर्ता व्यक्तियों ने बताया कि हम लोग सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले थे और ऊपर से हमको पानी के गिरने की आवाज आई तभी हम लोगों उस दिशा की ओर बढ़ने लगे यहां कुछ अनोखी चीज देखने को मिली जब नीचे उतरे तो पाया कि वहां एक छोटा सा पानी का झरना और छोटा सा गुफा है ऐसी अनोखी चीजों को देखकर हमारे मन में यह बात आई कि इसको हम पर्यटन स्थल का रूप दे सकने में कामयाब हो सकते हैं फिर आगे हम लोगों ने यहां नीचे उतरने का रास्ता भी श्रमदान करके बनाया ! आगे समाजसेवियों ने बताया कि इसको नगर परिषद की मदद से हम एक भव्य रूप देना चाहते हैं।

इनका कहना है

हाल ही में नगर परिषद डोला के अंतर्गत खोज किए गए जलधारा की जानकारी परिषद को दी गई है परिषद बैठक करके इस मुद्दे में चर्चा करते हुए आगे का कार्य करेगी।

रविशंकर तिवारी
नगर परिषद उपाध्यक्ष डोला

इनका कहना है।

मॉर्निंग वॉक के समय पानी के गिरने की आवाज सुनाई दी जिस को देखते हुए हम उस दिशा में बड़े और हमें एक स्वच्छ जलधारा मिली जिसका नाम छोट डोला जलधारत रखा गया है साथ ही सौदरियकरण व पर्यटक बनाने के लिए नगर परिषद को कहा गया है जल्द ही इस पर कार्य चालू किया जा सकता है।

राकेश पांडे
समाजसेवी डोला

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