*नफरतें मिटा कर एकजुट संघर्ष से ही महिलाओं की मुक्ति संभव है – नीना शर्मा जैतहरी में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस*
अनुपपुर जिला मध्य प्रदेश

नफरतें मिटा कर एकजुट संघर्ष से ही महिलाओं की मुक्ति संभव है – नीना शर्मा
जैतहरी में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
रिपोर्टर – सी.एस. राठौर (संभागीय ब्यूरो चीफ) के साथ विकास सिंह राठौर
जैतहरी/अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस दुनियाँ भर में औरतों के संघर्ष,कुर्बानी और उपलब्धियों को याद करने का दिन है यह औरतों को न्याय,बराबरी शोषण मुक्त समाज बनाने की न केवल शिक्षा देता है बल्कि चुनौतियों से लड़ने की प्रेरणा देता है। यह बात दिन बुधवार को जैतहरी में महिला दिवस सप्ताह के दौरान हुई एक महिला सभा मे नीना शर्मा ने कही।
अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की प्रदेश अध्यक्षा नीना शर्मा ने कहा कि आज पूंजीवादी तंत्र महिला दिवस के असली इतिहास को छुपा कर उसे त्योहार के रूप में पेश कर रहा है, नये नये उपहार से बाजार भरे हैं। शोषण कारी ही खुद को उद्धारक बताने की होड़ में लगे हैं। आफिस से लेकर सरकार तक महिलाओं के लिए उपहारों की घोषणायें कर रहे हैं लेकिन जीवन के हर स्तर पर महिलाओं के साथ गंभीर शोषण हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आज तक घरेलू महिलाओं के काम का मूल्यांकन नहीं हुआ वहीं कामकाजी महिलाओं को न्यूनतम वेतन तक उपलब्ध नहीं हैं। समाज सहित सरकार के भीतर भी पुरुष सत्ता गहरे तक बैठी हुई है इसी का परिणाम है कि महिलाओं को संसद विधानसभा में 33 प्रतिशत की भागीदारी नहीं मिल सकी |
नीना शर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी,आशा,उषा, घरेलू कामगार,मध्यान्ह भोजन श्रमिक, तमाम योजनाकर्मी, ठेके पर काम करने वाली महिलायें न्यूनतम वेतन व स्थाईकरण की मांग के लिए लड़ रही हैं पर चुनाव से पहले घोषणा करने वाली सरकार उसके वास्तविक अधिकार देने में पीछे हट जाती है।
महिला सम्मेलन में बोली अन्य वक्ताओं ने कहा कि
समाज की मुक्ति के बगैर औरतों की मुक्ति संभव नहीं हो सकती, उसी तरह औरतों की मुक्ति के बगैर समाज की सही मायने में मुक्ति संभव नहीं है। इसलिए हर स्तर पर औरतों की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास करने होंगे। सीमित अवसरों के बावजूद महिलाओं ने हर क्षेत्र में तरक्की की है पर आज भी औरतों की सामाजिक स्थिति में बहुत बदलाव नहीं आया है।
सामाजिक चेतना को बढाने के लिए सामूहिक बलात्कार,हिंसा,अन्याय अत्याचार,दहेज,अंधविश्वास,घरेलू हिंसा, लिंग भ्रूण हत्या से मुक्ति के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत है।
इसलिए महिलाओं को शिक्षित,आत्मनिर्भर,संगठित होना जरूरी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जनवादी महिला समिति जिला अनूपपुर के अध्यक्ष पार्वती राठौर, ने तथा संचालन पुष्पा चौरसिया ने किया। सम्मेलन में बोलने वालों में अजमते फिरदौस, सविता यादव, अनुप्रिया राठौर, ज्योति रजक, सहित कई वक्ताओं ने अपनी विचार रखी। एवं सुनीता राठौर, व कामरेड नीना शर्मा ने क्रांतिकारी गीत सुनाकर महिलाओं में जोशीले उत्साह का संचार किया।
इस आयोजन में जनवादी महिला समिति के अलावा सीटू, संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन, किसानसभा के नेताओं ने भी भाग लिया।
जनवादी महिला समिति आने वाले दिनों में पूरे जिले में अभियान चलाएगी।