*भारत के उपराष्ट्रपति अंगदान के लिए एक सहायता प्रणाली सृजित करने की आवश्यकता पर दिया जोर*
भारत सरकार नई-दिल्ली

*भारत के उपराष्ट्रपति अंगदान के लिए एक सहायता प्रणाली सृजित करने की आवश्यकता पर दिया जोर*
(पढ़िए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ की सच्ची खबरें)
उप राष्ट्रपति सचिवालय
उपराष्ट्रपति ने धर्मगुरुओं और मीडिया से लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करने की अपील की
उपराष्ट्रपति ने अंगदान के लिए एक सहायता प्रणाली सृजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया
श्री धनखड़ दधीचिदेह दान समिति द्वारा आयोजित स्वस्थ सबल भारत सम्मेलन में अंगदान के लिए राष्ट्रीय अभियान के शुभारंभ में शामिल हुए
तिथि: 04 SEP 2022
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज धर्मगुरुओं और मीडिया से लोगों की शंकाओं को दूर करने और अहम महत्व के इस मुद्दे पर जागरूकता पैदा करके अंगदान के लिए प्रोत्साहित करने की अपील की।
आज नई दिल्ली में दधीचि देहदान समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अंग दान के लिए राष्ट्रीय अभियान के शुभारंभ के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने अंग दान को एक संवेदनशील मुद्दा बताया और अंग दान के लिए एक सहायता प्रणाली बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस संबंध में सही परितंत्र के निर्माण के प्रयास के लिए दधीच देह दान समिति की सराहना करते हुए उन्होने इच्छा जताई कि इन प्रयासों को परिवार के स्तर तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, “इस मिशन में मीडिया और सोशल मीडिया की अहम भूमिका है। हर मीडियाकर्मी को इस सार्थक संदेश को फैलाने में अपना योगदान देना चाहिए।
श्री धनखड़ ने आज महर्षि दधीचि जयंती के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए सभी से अनुरोध किया कि अपनी प्रसन्नता और समाज को वापस देने के लिए महान संत के जीवन और दर्शन का अनुकरण करें।
इस अवसर पर ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती द्वारा “सकारात्मकता से संकल्प विजय का” नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। विमोचन के बाद पूज्य साध्वी जी ने पुस्तक की पहली प्रति उपराष्ट्रपति को भेंट की।
सांसद डॉ. हर्षवर्धन, सांसद श्री सुशील मोदी, वरिष्ठ अधिवक्ता और दधीचिदेह दान समिति के संरक्षक श्री आलोक कुमार, अंग दाताओं के परिवार के सदस्य, 22 राज्यों के गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, डॉक्टर और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए