*छतीसगढ जिला कोरिया के नेता प्रतिपक्ष जगदीश मधुकर ने लगाया आरोप आपसी खींचतान से नगर का विकास कार्य प्रभावित किसी भी वार्ड में काम नहीं होने से जनता निराश*
कोरिया जिला छत्तीसगढ़

*छतीसगढ कोरिया नेता प्रतिपक्ष जगदीश मधुकर ने लगाया आरोप आपसी खींचतान से नगर का विकास कार्य प्रभावित किसी भी वार्ड में काम नहीं होने से जनता निराश*
पूरा खेल कमीशन खोरी का।
कोरिया। नगर पंचायत खोंगापानी में राजनीति अपने चरम पर है।पहले भाजपा के पार्षदों द्वारा अध्यक्ष और मुख्य नगर पंचायत अधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये गये अब नेता प्रतिपक्ष जगदीश मधुकर ने भी मुखर होकर कई सवाल खड़े कर दिये है
नगर पंचायत खोंगापानी के नेता प्रतिपक्ष व पार्षद वार्ड क्र 04 जगदीश मधुकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नगर की भाजपा काबिज सत्ताधारियों पर निशाना साधा है नेता प्रतिपक्ष व पार्षद जगदीश मधुकर ने प्रेसवार्ता में कहा की नगर पंचायत खोंगापानी भाजपा संगठन में आपसी खींचा-तानी साफ नज़रो में दिखाई पड़ रहा है।
नगर की जनता में चर्चा का विषय बन चुकी आपसी खिंचतान और भाजपा नगर की सत्ता पर काबिज अध्यक्ष व भाजपा के ही पार्षदों के बीच आपसी सहमित नहीं बन पा रही है। बताया जा रहा है की पूरा विवाद कमीशन बढ़ाने की किया जा रह है जगदीश मधुकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा पार्षदों के द्वारा माँग की गई लेकिन जब कमीशन नही बढ़ा तो अध्यक्ष व पार्षदों के बीच काफी वाद- विवाद हो गया। काफी समय से यह विवाद नगर में चर्चा का विषय बन गया है
नेता प्रतिपक्ष जगदीश मधुकर ने कहा भाजपा पार्टी जब भी सत्ता में आती है तो हमेशा कमीशनखोरी बढ़ जाता है।जब आपस में यह हाल है तो जनता के लिए यह क्या करेंगे यह सोचनीय है। आपसी सहमित नहीं बन पाने की वजह से नगर के विकास कार्य प्रभावित हो रहे है
जगदीश मधुकर ने आगे कहा कि विकास कार्यों के लिए परिषद की व पीआईसी की बैठक नगर पंचायत कार्यालय में कराई जाती है जिससे विभिन्न विकास कार्यों का एजेंडा सर्वसम्मति से पार्षद के समक्ष रखा जाता है जिससे नगर में विकास हो सके।अध्यक्ष व पार्षदों के द्वारा सर्वसम्मति से एजेंडा पारित होता है तद्पश्चात जिन एजेंडों में कार्य पारित होता है नगर के समस्त वार्डो में कार्य किया जाता है
ताकि नगर की जनता को विकास कार्यो लाभ मिल सके किंतु नगर पंचायत में भाजपा के पार्षदों के द्वारा परिषद व पीआईसी की बैठक को निरस्त किया जा रहा है क्योंकि भाजपा के पार्षदों के द्वारा बहिष्कार करने का पूरा प्रयास किया जाता है ताकि अधिकारियों और अध्यक्ष पर दवाब बनाकर इनका पंचायत से मोटी रकम कमीशनखोरी के लिए मिल सके।इनकी कोशिश है कि अध्यक्ष द्वारा कमीशन बढाया जाये और भाजपा पार्षदों को लाभ हो किंतु अधिकारियों और अध्यक्ष के द्वारा इस तरह का लाभ नहीं दिया जाता है इनके द्वारा विरोध प्रकट किया जाता है।
अगर भाजपा के अध्यक्ष और पार्षदों के बीच इसी तरह विरोध होता रहेगा आने वाले समय में समस्त वार्डों का विकास कार्य और भी कठिन होगा जिससे सीधे नगर की जनता को लाभ के जगह हानि होगी और नगर का विकास कार्य प्रभावित होगा।