प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध उत्खनन फॉरेस्ट भूमि से मुरूम चोरी का बड़ा खुलासा
कटनी जिला मध्य प्रदेश

प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध उत्खनन फॉरेस्ट भूमि से मुरूम चोरी का बड़ा खुलासा
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
मध्य प्रदेश जिला कटनी में फारेस्ट की भूमि पर प्रशासनिक संरक्षण में हो रहा था अवैध उत्खनन, डी एफ ओ ने की सख्त कार्यवाही।
(वी.ओ.)
डी पी एस स्कूल के पीछे रातों रात फारेस्ट की भूमि पर चल रहे अवैध उत्खनन के खेल ने प्रशासनिक महकमे में खलबली मचा दी है।
मामला दाईं तट नर्मदा परियोजना के तहत बनाई गई नहर से लगी हुई फारेस्ट की भूमि पर मुरूम (बॉक्साइट) का उत्खनन करके उसे बाजार में बेचने के खेल का है।

सूत्रों से जानकारी लगी कि जंगल विभाग की भूमि पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है, हमारी न्यूज टीम जब देर रात सी एस पी के साथ मौके पर पहुंची तो एक पोकलेन मशीन एक मुरूम से लदा और एक खाली हाईवा मौके पर ही पाया गया जबकि एक हाईवा मौके से भागने में कामयाब हो गया, आनन फानन में सी एस पी नेहा पच्चीसिया ने उप संचालक खनिज रत्नेश दीक्षित एवं डी एफ ओ गौरव शर्मा से फोन करके तुरंत आने की प्रार्थना की, जिसपर खनिज विभाग ने बिना स्पॉट देखे ही फोन पर यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि उत्खनन वैधानिक है एवं विभाग ने बी आर कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक बबलू सिंह को मुरूम उत्खनन की अनुमति प्रदान की है

इसके बाद डी एफ ओ कटनी अपने दल बल सहित मौके पर पहुंचे और जांच करके उक्त भूमि को फारेस्ट की भूमि बताई और पोकलेन मशीन सहित दोनों हाईवा पर कानूनी कार्यवाही करते हुए अभिरक्षा में ले लिया।

वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अनुसार भी वन परिक्षेत्र सीमा या उसके आस पास रात में उत्खनन करना कानूनन अपराध है, अतः कुठला थाना क्षेत्र में उत्खनन के इस मामले में उपसंचालक खनिज रत्नेश दीक्षित के साथ साथ कुठला थाना निरीक्षक भी सवालों के घेरे में हैं।
बाइट :
1 : ट्रक ड्राइवर
2 : सी एस पी, कटनी
3 : उप संचालक खनिज, कटनी
4 : डी एफ ओ, कटनी




