मलगडोल में घटिया निर्माण पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
जिला मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

मलगडोल में घटिया निर्माण पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
(पढिए जिला एमसीबी ब्यूरो चीफ मनमोहन सांधे की खास खबर)
पीएम जनमानस रोड–पुलिया निर्माण में मिट्टी जैसी रेत का उपयोग, सुरक्षा मानकों का भी खुला उल्लंघन
छत्तीसगढ़ राज्य, जिला एमसीबी भरतपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मलगडोल में प्रधानमंत्री जनमानस योजना के तहत चल रहे रोड एवं पुलिया निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी, निम्नस्तरीय सामग्री का उपयोग और सुरक्षा मानकों के खुले उल्लंघन के गंभीर आरोप सामने आए हैं।
गुणवत्ता रहित सामग्री का इस्तेमाल : मिट्टी जैसी रेत से निर्माण
स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने बताया कि निर्माण कार्य में रेत के स्थान पर मिट्टी जैसे मिश्रण का उपयोग किया जा रहा है,
जिससे सड़क और पुलिया की मजबूत संरचना ही सवालों में है। ग्रामीणों ने बताया कि इस प्रकार के निर्माण से कुछ ही महीनों में सड़क उखड़ने और पुलिया को क्षतिग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाएगा।
निर्माण स्थल पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि निर्माण स्थल पर न तो किसी प्रकार के सुरक्षा बोर्ड,चेतावनी संकेत, सेफ्टी कोन, बैरिकेटिंग, और न ही मजदूरों के लिए सुरक्षा उपकरण (हेलमेट, ग्लव्स, जैकेट) उपलब्ध थे।
ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह का निर्माण न केवल नियमों का उल्लंघन है बल्कि स्थानीय लोगों, मजदूरों व राहगीरों की जान जोखिम में डालने जैसा है।
सड़क बनाने आए मजदूर बिना किसी सुरक्षा उपकरण के काम कर रहे हैं, और रात के समय निर्माण स्थल बिल्कुल अंधेरे में रहता है। दुर्घटना की आशंका हर समय बनी रहती है। — ग्रामीणों का आरोप।

जिला पंचायत सदस्य व ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध
घटिया निर्माण और सुरक्षा लापरवाही के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुखमंती सिंह, अज्जू सिंह, शारदा प्रसाद भूतिया, रामनारायण बैग सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और विरोध दर्ज कराया।
ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित इंजीनियरों व उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से ठेकेदार को खुला संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते शिकायतों के बावजूद सुधार नहीं हो रहा है।
उच्च अधिकारियों को सौंपी शिकायत—जांच और कार्रवाई की मांग
जिला पंचायत सदस्य द्वारा पूरे प्रकरण की विस्तृत जानकारी उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है। ग्रामीणों की मुख्य मांगें:
* निर्माण कार्य की जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में जांच कराई
* जाए।
* घटिया सामग्री और सुरक्षा उल्लंघन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार पर कड़ी कार्यवाही हो।
* निर्माण स्थल पर सभी आवश्यक सुरक्षा मानकों को तुरंत लागू किया जाए।
* कार्य की गुणवत्ता की जांच किसी स्वतंत्र तकनीकी एजेंसी से कराई जाए।
ग्रामीण बोले – “सरकारी योजनाओं का पैसा जनता की सुरक्षा और सुविधा के लिए है, ठेकेदारों की मनमानी के लिए नहीं”
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं होती है, तो वे बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।




