कठहा विद्युत विभाग अधिकारियों की तानाशाही से परेशान ग्रामीणवासी 24 घंटे बिजली का वादा बनाया मज़ाक
तहसील अमरपाटन जिला मैहर मध्य प्रदेश

कठहा विद्युत विभाग अधिकारियों की तानाशाही से परेशान ग्रामीणवासी 24 घंटे बिजली का वादा बनाया मज़ाक
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
💡कठहा में 24 घंटे बिजली की जगह केवल बहाने और अंधेरा, रात भर जागती है जनता — विभागीय लापरवाही पर फूटा आक्रोश
अमरपाटन (मैहर), 28 जुलाई 2025।
सरकार भले ही प्रदेशभर में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा कर रही हो, लेकिन अमरपाटन क्षेत्र के कठहा गांव में इस वादे की असलियत कुछ और ही है। यहां विद्युत विभाग की तानाशाही और लापरवाही ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है।
विभाग द्वारा दिनभर में मुश्किल से 10 घंटे भी बिजली नहीं दी जाती, और बाकी समय बिजली कभी आती है, तो कभी “नृत्य” करती नज़र आती है।
रात में ही क्यों होता है ‘फाल्ट’
आश्चर्य की बात यह है कि अधिकांश बार बिजली की समस्या रात के समय ही उत्पन्न होती है। ग्रामीणों का कहना है कि दिन में विभाग के कर्मचारी गायब रहते हैं, और जैसे ही रात होती है, अंधेरे में डूबा गांव अपनी तकलीफों में उलझ जाता है।
जब कोई नागरिक विभाग से जवाब मांगता है तो जवाब में मिलते हैं सिर्फ बहाने — कभी पेट्रोलिंग, कभी लाइन फाल्ट और कभी अनिवार्य कटौती।
ऑपरेटरों की लापरवाही से जनता की नींद हराम
स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि बिजली ऑपरेटर रात में चैन की नींद लेते हैं, और लाइट “टिप” करने पर पूरे गांव की नींद उड़ जाती है। इस गैरजिम्मेदाराना रवैये के चलते लोग **भीषण गर्मी और मच्छरों के आतंक से परेशान हैं। अंधेरे में सांप-बिच्छू जैसे जीव-जंतुओं के खतरे भी बढ़ जाते हैं, जिससे बुज़ुर्गों और बच्चों की जान तक जोखिम में पड़ती है।
क्या 24 घंटे बिजली सिर्फ विज्ञापन है
अब कठहा की जनता यह सवाल करने पर मजबूर है कि क्या सरकार की 24 घंटे बिजली की योजना सिर्फ एक प्रचार है या फिर स्थानीय विद्युत विभाग और उसके अधिकारी सरकारी नियमों की धज्जियाँ उड़ाकर मनमानी कर रहे हैं? जनता की आवाज़ को ना कोई सुन रहा है, ना कोई समाधान हो रहा है।
आला अधिकारी हैं बेखबर
लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिकायतें कीं, लेकिन ऊपर बैठे अधिकारी कान में तेल डालकर सो रहे हैं। न कोई निरीक्षण, न जवाबदेही — सब कुछ भगवान भरोसे है।
(जनता की मांग)
कठहा क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
जिम्मेदार विद्युत कर्मचारियों की जांच और कार्यवाही हो।
रात के समय होने वाले लाइन फाल्ट की समुचित व्यवस्था और समाधान हो।
आला अधिकारियों द्वारा स्थल निरीक्षण कर हकीकत देखी जाए।
(निष्कर्ष)
अगर विद्युत विभाग की यह तानाशाही यूँ ही जारी रही, तो कठहा की जनता आंदोलन करने पर मजबूर होगी।
प्रशासन को अब नींद से जागने की जरूरत है, क्योंकि जनता अब बिजली नहीं, जवाब चाहती है!