जबलपुर में फिल्म सिटी निर्माण को लेकर हुई अहम बैठक, 450 एकड़ में आकार लेगा बड़ा प्रोजेक्ट
जिला जबलपुर मध्य प्रदेश

जबलपुर में फिल्म सिटी निर्माण को लेकर हुई अहम बैठक, 450 एकड़ में आकार लेगा बड़ा प्रोजेक्ट
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
मध्य प्रदेश जिला जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना बोले पारदर्शी प्रक्रिया से होगा वेंडरों का चयन, हजारों को मिलेगा रोजगार
मीडिया और मनोरंजन उद्योग को लेकर हाल ही में मुंबई में आयोजित शिखर सम्मेलन WAVES 2025 के बाद जबलपुर में फिल्म सिटी की स्थापना को लेकर गंभीर प्रयास शुरू हो चुके हैं।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में इस संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना ने की।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि फिल्म सिटी का निर्माण पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए ज़मीन का आवंटन टेंडर, ई-टेंडर और ऑनलाइन नीलामी (ऑक्शन) के माध्यम से होगा।
कलेक्टर ने कहा कि मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड (MPTB) की वेबसाइट और प्रमुख समाचार पत्रों के माध्यम से निविदाएँ आमंत्रित की जाएंगी।
स्थानीय व बाहरी दोनों को मिलेगा अवसर
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि इस परियोजना में स्थानीय कलाकारों, निर्माताओं के साथ-साथ बाहरी फिल्म मेकर्स को भी अवसर मिलेगा
लेकिन कोई भी बाहरी निर्माता स्थानीय सहयोग के बिना कार्य नहीं कर पाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इसके लिए एक विशेष चयन समिति बनाई जाएगी जो योग्य वेंडरों का चयन “वन-टू-वन मीटिंग” के माध्यम से करेगी।
बरगी के निकट 450 एकड़ में बनेगी फिल्म सिटी
प्रस्तावित फिल्म सिटी बरगी क्षेत्र के निकट ग्राम गजना और तिनसा-तिनसी के आसपास लगभग 450 एकड़ भूमि में विकसित की जाएगी।
एमपीटीबी इस भूमि पर स्वामित्व प्रदान करेगा।
एमपीटीबी तय करेगा एमओयू के मानदंड
जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद (JATCC) के सीईओ श्री हेमंत सिंह ने बताया कि एमपीटीबी एमओयू के लिए स्वयं पात्रता तय करेगा। उन्होंने कहा कि फिल्म सिटी के साथ एक विशाल रोजगार नेटवर्क भी विकसित होगा, जो सीधे तौर पर 100 से अधिक वेंडरों को कार्य देगा।
एक कैमरा यूनिट में ही औसतन 50 लोग कार्यरत होते हैं इस प्रकार यह उद्योग हजारों लोगों को रोजगार देगा।
वन विभाग से मिलेगी NOC, प्रक्रिया में लगेंगे छह माह
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि भूमि चयन के बाद वन विभाग की आपत्ति सामने आई थी, जिसका निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि संपूर्ण प्रक्रिया में लगभग छह माह का समय लग सकता है। बैठक में एमपीटीबी के पर्यटन प्रबंधक श्री तरुण मिश्रा सहित शहर के कई कलाकार और निर्माता उपस्थित रहे।
यह रिपोर्ट जबलपुर के सांस्कृतिक और आर्थिक परिदृश्य में संभावनाओं की नई दिशा का संकेत देती है।
फिल्म सिटी के माध्यम से शहर को न केवल पहचान मिलेगी, बल्कि युवाओं को सृजनात्मक क्षेत्र में करियर के नए अवसर भी मिलेंगे।