Breaking Newsअन्य राज्यअपराधआगराइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डगोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमेरठमैनपुरीयुवाराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

विद्युत विभाग (कर्मचारी) की दर्दनाक (मौत) लाइन सुधारते हुए बताया गया हादसा

रीवा जिला मध्य प्रदेश

*विद्युत विभाग (कर्मचारी) की दर्दनाक (मौत) लाइन सुधारते हुए बताया गया हादसा*

(पढ़िए रीवा संभागीय ब्यूरो चीफ अमित शर्मा की रिपोर्ट)

मध्य प्रदेश जिला रीवा ‼️प्रदेश के मुखिया शिवराज मामा आउटसोर्स बिजली कर्मियों की पत्नियां कब तक होती रहेंगी विधवा ,पुनः एक लाइनमैन की करेंट से मौत बच्चे, बीवी हुए अब अनाथ …*
बिजली कम्पनी के आउटसोर्सिंग कर्मी विजय जायसवाल की आज माधवगढ़ में लाइन सुधारते वक़्त करेंट की चपेट में आने की वजह से मौत हो गयी विजय जायसवाल एक कर्तव्यनिष्ठ आउटसोर्सिंग कर्मी थे बिजली कम्पनी के एक ईमानदार कर्मचारी को कौन नही पसन्द करेगा

इस भृष्ट काल के दौरान वजह यही थी उनकी कर्तव्यनिष्ठा व ईमानदारी जिसकी वजह से माधवगढ़ के गांव में मौत की ख़बर सुनते ही शोक की लहर दौड़ गयी आख़िर आज पुनः एक आउटसोर्स कर्मी की पत्नी विधवा हो गयी बच्चे अनाथ हो गए जिस तरह एक थाना प्रभारी की बचाव के दौरान पानी मे डूबने से मौत के बाद परिवार की जिम्मेवारी शिवराज मामा ने ली तो अब विजय जायसवाल के परिवार की जिम्मेदारी कौन लेगा क्या सम्बंधित कार्यपालन यंत्री लेंगे, अधीक्षण यंत्री, मुख्य अभियंता या शिवराज मामा स्वयं लेंगे ..?

आखिर समस्त कर्मियों को खुश करने के बाद भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान या उनकी सरकार की नजर इन बिजली कम्पनी के आउटसोर्स कर्मियो पर क्यो नही पड़ती या फिर ये माने की इनके प्रति सरकार की संवेदना मर चुकी ..आउटसोर्स कर्मी की मृत्यु की खबर पश्चात रीवा बिजली कम्पनी शहर संभाग कार्यालय में दो मिनट का मौन रख उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई एवम विंध्य आउटसोर्स कर्मचारी संगठन की तरफ से प्रदेश सरकार से २०००० की सहायता राशि तत्काल व अनुकम्पा नियुक्ति की मांग की गई

इस दौरान अध्यक्ष मुकेश पांडे ,प्रदेश सचिव सतीश चौबे ,अमित वर्मा ,श्री कृष्ण कुशवाहा ,रामदयाल विश्वकर्मा ,राकेश वर्मा ,लक्ष्मण पटेल ,आशीष पांडे ,ज़फ़र खान राजू पटेल व अन्य आउटसोर्स कर्मी शहर संभाग के उपस्थिति रहे ..प्रदेश सरकार पर तीखा व्यंग कसते हुए कहा गया कि आखिर कब तक मामा शिवराज दस से बारह हजार की नोकरी में अपनी भांजियों को विधवा होते देखते रहेंगे उसके बाद न तो परिवार की नोकरी न कोई सहायता राशि आखिर कब तक ये भेदभाव चलेगा …?

Related Articles

Back to top button