मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत युवाओं ने दिखाई अच्छी दिलचस्पी, अभी तक 10 हजार से अधिक कराए गए पंजीयन
जबलपुर जिला मध्य प्रदेश

*मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत युवाओं ने दिखाई अच्छी दिलचस्पी, अभी तक 10 हजार से अधिक कराए गए पंजीयन*
(पढ़िए जबलपुर संभागीय ब्यूरो चीफ राजेश विश्वकर्मा की रिपोर्ट)
मध्य प्रदेश जिला जबलपुर में अब तक दस हजार से अधिक युवाओं ने कराया पंजीयन
काम सीखने के साथ-साथ कमाई करने की इस योजना में युवाओं को नजर आ रहा बेहतर भविष्य
सीखो_कमाओ_योजना_MP
युवाओं को कौशल उन्नयन और रोजगार के नये अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई मुख्यमंत्री_सीखो_कमाओ_योजना के प्रति जिले के युवाओं ने खासी दिलचस्पी दिखाई है ।
जिले में इस योजना के तहत अभी तक 10 हजार से अधिक युवा अपना पंजीयन करा चुके हैं । सीखने के साथ-साथ स्टाइपेंड के रूप में कमाई का अवसर देने की इस योजना के जरिये युवा अपना बेहतर भविष्य देख रहे हैं ।
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत स्टूडेन्ट ट्रेनीज के तौर पर अपना पंजीयन करा चुकी हितकारिणी महिला महाविद्यालय जबलपुर की सबिस्ता नाज ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना को शिक्षित बेरोजगारों के लिये शुरू की गई अनूठी योजना बताया। उसने कहा कि योजना में नये कोर्स सीखने के साथ हर माह मिलने वाली स्टाइपेंड से युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और आहे चलकर वे बड़ी कम्पनियों में अच्छे वेतन पर नौकरी पा सकेंगे।
इसी महाविद्यालय की बी ए की छात्रा महविश ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना को शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिये वरदान बताया । उसने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में लॉ असिस्टेंट के ट्रेड के लिये अपना पंजीयन कराया है । महविश ने इस योजना को प्रारंभ करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया है । उसने कहा कि उन जैसे युवाओं के लिये यह पहली ऐसी योजना है जिसमें युवाओं की काम सीखने के साथ-साथ स्टाइपेंड के रूप में कमाई भी होगी ।
हितकारिणी महिला महाविद्यालय की ही छात्रा आकक्षरा कुशवाहा ने ज्यादा से ज्यादा युवाओं से मुख्यमंत्री सीखों-कमाओ योजना में स्टूडेंट ट्रेनीज के रूप में पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीयन कराने का आग्रह करते हुये कहा कि इस योजना के माध्यम से युवा पसंदीदा कोर्स में अपने कौशल को तराश सकेंगे । इसी महाविद्यालय में बी ए कर रही छात्रा सना अंसारी, सोनम पटेल, आफरीन और लक्ष्मी वंशकार ने भी मुख्यमंत्री सीखों-कमाओ योजना को शिक्षित बेरोजगार युवाओं के बेहतर भविष्य की नींव रखने वाली योजना बताया । इन छात्राओं ने कहा कि युवा तभी अच्छा रोजगार पा सकेंगे जब उद्योगों या अन्य क्षेत्र की आवश्यकता के अनुरूप उन्हें काम आता हो । इसी पहलू ने उन्हें मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के प्रति सबसे ज्यादा आकर्षित किया है ।
छात्राओं ने बताया कि इस योजना से युवा अलग-अलग सेक्टरों के उद्योगों, कम्पनियों, सेवा प्रदाताओं या बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में उन्हीं की जरूरत के मुताबिक विभिन्न कोर्स का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे । इससे उन्हें इन संस्थानों का माहौल समझने भी मदद मिलेगी, उनका मनोबल बढेगा और आगे चलकर उन्हें अच्छे वेतन पर नौकरी मिल सकेगी । खुद का व्यवसाय या इकाई भी वे शुरू कर सकेंगे ।
इन सभी ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना को युवाओं के भविष्य संवारने वाली योजना बताया और इसे प्रारम्भ करने के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया।
हितकारिणी महिला महाविद्यालय के स्वरोजगार केंद्र की प्रभारी सहायक प्राध्यापक डॉ पूजा मिश्रा ने बताया कि महाविद्यालय की 17 छात्रायें मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के अंतर्गत स्टूडेंट ट्रेनीज के लिये अपना रजिस्ट्रेशन करा चुकी है । उन्होंने बताया की शिक्षित बेरोजगार युवाओं को इस योजना में अपना बेहतर भविष्य नजर आ रहा है ।
ऊद्योग जगत की वर्तमान की जरूरत के मुताबिक काम सीखने के साथ-साथ उन्हें प्रतिमाह स्टाइपेंड भी मिलेगा ।
नये ट्रेड में प्रशिक्षित होने से उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।