*क्या शिवराज सरकार में भृष्टाचारियों पर कार्यवाही कराना, लोहे के चना चबाने जितना हो गया मुस्किल*
अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

बिजुरी नपा उपाध्यक्ष सहित 10 पार्षदों कि शिकायत ठण्डे बस्ते में
क्या शिवराज सरकार में भृष्टाचारियों पर कार्यवाही कराना, लोहे के चना चबाने जितना हो गया मुस्किल
रिपोर्टर – संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर/बिजुरी –
नगरपालिका बिजुरी कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी मीना कोरी द्वारा शासन के सारे नियम-
कायदों को ताक पर रखकर जिस तरह से शासन के अधिकृत पोर्टल जेम के माध्यम से करोडो़ं का फर्जीवाडा़ किया गया है उसकी गूंज नगर सहित जिला सम्भाग व पडो़सी राज्य छत्तीसगढ़ तक में सुनाई देती है लेकिन वर्तमान मध्यप्रदेश सरकार और प्रशासन के जिम्मेदार जिले के सबसे धनाढ्य नगरपालिका बिजुरी में हुये करोडो़ं के भृष्टाचार मामले में शिकायत के बाद भी इस कदर चुप्पी साधे बैठे हैं मानों सांठ-गांठ कि क्रिया में सु-श्री जी ने इन्हे भी शामिल कर मामले को ठण्डे बस्ते तक पहुंचा दिया है या फिर शासन के अधिकृत जेम पोर्टल को भृष्टाचार का बढा़वा देने के नियत से संचालित करने का जरिया बना दिया गया है।
सप्ताह भर होने को हैं, पर मामला अभी तक ठण्डे बस्ते में –
मुख्य नगरपालिका अधिकारी बिजुरी द्वारा किये गये भृष्टाचार कि लिखित शिकायत नपा उपाध्यक्ष सहित 10 पार्षदों द्वारा बीते 06 अप्रैल को नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग शहडोल में किया गया था, लेकिन करीब सप्ताह भर बीतने के बाद भी प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मामले पर गम्भीरता नही दिखाया जा रहा है, जिससे नगर भर के लोगों में प्रशासनिक कार्यशैली के प्रति आक्रोश उमड़ने लगा है आम-जनमानस सोंचने को विवश है कि वर्तमान भाजपा सरकार में शासन पक्ष प्रदेश कि कानून-व्यवस्था के प्रति जवाब देय है, या फिर प्रशासनिक तंत्र नियम-कायदों को शिथिल कर स्वयं के मुताबिक संचालन करने को बाध्य।
सत्ता-संगठन भी है खामोश किस मुंह से आगामी चुनावों में मांगेंगे वोट –
भारतीय जनता पार्टी के नेता-कार्यकर्ता बीते वर्षों तक हर आम और खास को यह यकीन दिलाने में जी जान लगाये बैठे थे, कि अन्य राजनैतिक दलों से कहीं अच्छा भारतीय जनता पार्टी है, क्योंकी भाजपा सरकार में भृष्टाचार नही होता, और भाजपा सरकार सबका साथ सबका विकाश के प्रति पूरी निष्ठा से संकल्पित है, लेकिन बीते वर्षों से देखा जा रहा है की सबसे ज्यादा भृष्टाचार अनूपपुर जिला क्षेत्रांतर्गत भाजपा शासन काल के दौरान ही हुआ है फिर भृष्टाचार नगरपालिका बिजुरी में जेम पोर्टल पर खरीदी गयी समानों के नाम पर हो या फिर नवगठित नगर परिषदों में फर्जी भर्ती के नाम पर। सवाल उठता है कि व्यापक पैमाने पर हो रहे भृष्टाचार पर भाजपा संगठन खामोश क्यूं बैठी है। क्या आम नागरिकों से भृष्टाचार को पनाह देने के लिये वोट मांगने घर-घर कूच करते हैं।
युवा अध्यक्ष ने भी भाजपा कि लुटा दी लुटिया –
नगरपालिका बिजुरी के शिक्षित युवा अध्यक्ष पुरूषोत्तम सिंह ने नगर विकाश का झांसा देकर आम लोगों को इस कदर छला कि नगर के लोग विकाश के नाम पर अब तक खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। इनके कारनामों से ना सिर्फ नगर का विकाश पूरी तरह से बाधित होकर रह गया है, बल्की भृष्टाचार को गति मिलने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी की छवि भी पूरी तरह से मटियामेट होकर रह गयी है। भाजपा जिला अध्यक्ष भी संगठनात्मक तौर पर पार्टी कि छवि बरकार रखने कि दिशा में कोई विशेष रूचि नही रखते, जिससे भारतीय जनता पार्टी के लोग भी परेशान व हतास हुये बैठे हैं।
प्रशासन को निष्पक्षता से कार्यवाई करने कि है आवश्यक्ता –
नगर विकाश के नाम पर हुये करोडो़ं के भुगतान कि शिकायत जनप्रतिनिधियों द्वारा करने के बाद से प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को निष्पक्षता के साथ कार्यवाही करने की आवश्यक्ता है। जिससे प्रशासनिक तंत्र के प्रति लोगों का विश्वास कायम रह सके। और भृष्टाचारियों पर नकेल कसने से भृष्टाचार करने वालों पर कानून का भय बना रहे।