Breaking Newsअन्य राज्यआगराइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डगोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमहिलामेरठमैनपुरीराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

*संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास ने फर्जी भुगतानों पर लगायी रोक*

अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास ने फर्जी भुगतानों पर लगायी रोक

शिकायत से सम्बंधित समस्त प्रकरण 02 दिवस के भीतर कार्यालय में भेजने का दिया आदेश

रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर

अनूपपुर/बिजुरी

नगरपालिका बिजुरी की मुख्य नगरपालिका अधिकारी पर आर्थिक अनियमितता के आरोप लगातार लग रहे हैं। जहां बुधवार को 10 पार्षदों सहित उपाध्यक्ष के द्वारा मिलकर जेम पोर्टल के माध्यम से करोड़ों रुपए की खरीदी मनमाने तौर पर किए जाने एवं भंडार ग्रह में यह सामान उपलब्ध ना होने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई गयी थी। उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुये संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग शहडोल ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी बिजुरी को पत्र जारी कर टैंकर, हाई मास्ट लाईट, एल.ई.डी. लाईट, कीटनाशक एवं बाउण्ड्री वाॅल निर्माण कार्यों के भुगतान पर रोक लगाते हुये शिकायत से सम्बंधित समस्त प्रकरण 02 को दिवस के भीतर संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन विकाश विभाग शहडोल भेजने का आदेश जारी किया गया है।

नपा उपाध्यक्ष एवं पार्षदों ने किया था भौतिक जांच की मांग

06 अप्रैल बुधवार को नगरपालिका उपाध्यक्ष सहित 10 पार्षदों द्वारा संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकाश विभाग शहडोल में उपस्थित होकर शिकायत किया गया था की मुख्य नगरपालिका अधिकारी बिजुरी द्वारा शासन की अधिकृत जेम पोर्टल के माध्यम से मनमाने तौर पर करोडो़ं के फर्जी खरीदी के आरोप लगाये थे। और मांग किये थे कि उक्त खरीदी समानों का भुगतान परीक्षण पश्चात ही किया जाये।

भ्रष्टाचार कि चरम सीमा को भी लांघ गयी मुख्य नगरपालिका अधिकारी

नगरपालिका बिजुरी का पदभार मीना कोरी ने जबसे सम्भाला है, उस दिन से नगर के लोग व नगर विकाश के नाम पर कोरे कागजों का हिस्सा मात्र बनकर रह गया है, पूरे मध्यप्रदेश राज्य के शीर्ष 05 आर्थिक समृध्द नगरपालिकाओं में से एक नगरपालिका बिजुरी कि स्थिती मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने इस तरह से बाधित किया है, कि नगर के लोग विकाश के नाम पर मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित होकर रह गये।

Related Articles

Back to top button