Breaking Newsअन्य राज्यआगराइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डगोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमेरठमैनपुरीराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

*रामनगर में राजनीतिक नेताओं की दबंगई से अधिकारी गरीबों पर कर रहे हैं अत्याचार एवं मनमानी वसूली / पढ़ें पूरी खबर क्या है सच*

तहसील रामनगर जिला सतना मध्य प्रदेश

*रामनगर में राजनीतिक नेताओं की दबंगई से अधिकारी गरीबों पर कर रहे हैं अत्याचार एवं मनमानी वसूली / पढ़ें पूरी खबर क्या है सच*

(पढ़िए मध्य प्रदेश हेड राजमणि पांडे की रिपोर्ट)

सतना जिला तहसील रामनगर में कई गांव विस्थापित डूब क्षेत्र से आकर न्यू रामनगर बना जिसमें रामनगर नगर परिषद बनते ही डूब क्षेत्र के व्यक्ति इतना परेशान हो रहे हैं कि किसी भी नेता को नजर नहीं आता चाहे बीजेपी पार्टी के हो या कांग्रेस पार्टी के हो दोनों पार्टी अपने-अपने में खींचातानी कर रहे है लेकिन रामनगर नगर परिषद भ्रष्टाचार श्री लिप्त होने के बाद भी क्यों नेताओं की नजर नहीं पड़ती हम आपको बता रहे है कि सतना जिला में बाजार बैठकी का रेट नहीं बढ़ाया गया हर मार्केट में ₹5 ही बाजार बैठ कर ली जा रही है लेकिन रामनगर में भ्रष्टाचार में लिप्त नेता और अधिकारी मिलकर डूब क्षेत्र के इन जनता
को इतना चूसा जा रहा है कि वह ना तो सही ढंग से रोड में अपने जीवन यापन के लिए ठेला लगा पा रहे और ना ही धंधा कर बिजनेस कर पा रहे यही सबसे बड़ी बात है कि रामनगर में 1 अप्रैल 2022 से ₹10 बाजार बैठकी की कर दी गई है ऐसा क्यों क्या अधिकारियों का पेट नहीं भर रहा है कि नेताओं का पेट नहीं भर रहा इस तरह के गरीब दुकानदारों के साथ क्यों इतना शोषण किया जा रहा है कि वह अपने बाल बच्चे पालने में त्राहि-त्राहि कर रहे हैं आखिर कब तक ऐसा यह बीजेपी राज्य सरकार में चलेगा क्या इसी तरह रामनगर के व्यक्तियों का साथ किया जाएगा जिधर भी देखो केवल भ्रष्टाचार से लिप्त है रामनगर नगर परिषद यहां तक वाहन शुल्क की बैठकी अलग ट्रकों की बैठकी ऐसा क्यों क्यों गरीबों का जीना खाना हराम करके रखे हैं यह नेता और अधिकारी क्या गरीब जनता को जीने का अधिकार नहीं है वही जनता वोट देकर नेता चुनती है और जीत जाने के बाद वही नेता गरीबों का खून चूसते हैं और नेता तो नेता अधिकारी भी पीछे नहीं हट पाते लास्ट में गरीबों को ही देनी पड़ती है कुर्बानी चाहे रोजगारी की हो या चाहे अपने बच्चों का पेट पालने की हो जबकि कोई पार्टी है नहीं कहते कि गरीब जनता के साथ भ्रष्टाचार करो और जनता का खून चूस हो लेकिन नीचे के बैठे हुए राजनीतिक नेता कि गरीबों को परेशान करते हैं पहले अंग्रेज करते थे हिंदुस्तान के गरीब जनता के साथ और आप वही हमारे देश के नेता करते हैं और बदनाम पार्टियां होती हैं, यही है हमारे हिंदुस्तान का दुर्भाग्य

Related Articles

Back to top button