*नगर पालिका बिजुरी व कालरी प्रबंधक हुए बेखबर दलदल तिराहे व बिजुरी मार्ग गड्ढों में हुआ तब्दील*
अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

नगर पालिका बिजुरी व कालरी प्रबंधक हुए बेखबर दलदल तिराहे व बिजुरी मार्ग गड्ढों में हुआ तब्दील
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर/डोला
बिजुरी को जाने वाली एक मध्य सड़क है जहाँ पर रेल व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की सुविधा है लेकिन उस ओर जाने वाली सड़क पूड़ी तरह से जर्जर होने से सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है जिसको लेकर कई बार खबर भी प्रकाशित की गई जिस पर नगर पालिका व कालरी प्रबंधक मिलीभगत करते हुए हो वाह वाही लूटने में लगे रहते हैं जबकि जमीनी हकीकत की कहानी लोगों से पूछी जा सकती है।
पूर्व में जर्जर मार्ग को लेकर मुख्य महाप्रबंधक व नगर पालिका को की गई शिकायत
शिकायत में लिखा गया कि एसईसीएल द्वारा पूर्व में निर्मित सड़क जो पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है जिसके कारण आम जनमानस तथा कालरी कर्मचारी स्कूली बच्चों का आवागमन दूभर हो चुका हैं ओवरलोड कोयले वाहनों के चलने से सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे निर्मित हो चुके हैं जिससे कि कई बार घटनाएं भी घटित हो चुकी है जिसका निर्माण कराया जाना अति आवश्यक हो चुका है लेकिन नगर पालिका व कालरी प्रबंधक की आपसी गठजोड़ के कारण बिजुरी की ओर जाने वाली मुख्य मार्ग पर हुए गड्ढों पर नजर नहीं पड़ रही जिससे की आम जनमानस को आवागमन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा।
वार्ड वासियों द्वारा सड़क की समस्या को लेकर महाप्रबंधक को भी की गई थी शिकायत
कुछ माह पहले महाप्रबंधक द्वारा जारी किए गए आदेश को भी कोरा साबित किया गया यह सड़क जो एन एच 43 को जोड़ती है जो पूर्ण रूप से जर्जर हो चुकी जिसके लिए महाप्रबंधक को भी अवगत कराया गया था लेकिन कालरी प्रबंधन के द्वारा सिर्फ झूठा आश्वासन दिया गया व नगरपालिका के साथ मिलीभगत करते हुए कुछ गाड़ी डस्ट व गिट्टी पेचिग कर खानापूर्ति की गई जिस की हकीकत अभी हाल फिलहाल में देखी जा सकती है।
इन्ही सड़क पर कालरी कर्मचारी सहित आम नागरिक भी हुए हैं चोटिल
गड्ढों में निर्मित सड़कों पर कई बार आवाजाही करने वाले कालरी कर्मचारी व जनमानस भी चोटिल हो चुके हैं अपना खून पसीना सानकर कालरी प्रबंधक को लाखों का लाभ पहुंचाने वाले कालरी कर्मचारी भी कई बार इस गड्ढे में तब्दील हुई सड़क में गिरकर चोटिल हो चुके लेकिन फिर भी कालरी प्रबंधन को अपने ही कर्मचारियों के प्रति सहानुभूति नहीं दिख रही जब ग्रामीणों द्वारा बोला जाता है तो पेचिग कर पल्ला झाड़ लिया जाता हैं। जब कि दलदल के युवा वर्ग के लोगों द्वारा कई बार गड्ढों को समतलीकरण का कार्य कराया गया लेकिन कोयले के भारी भरकम वाहन चलने से पुनः जस की तस स्थिति निर्मित हो गई जिसमें कई बार कालरी प्रबंधन के समक्ष बात रखने के बावजूद भी आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की मरम्मत का कार्य सड़कों पर कालरी प्रबंधन व नगर पालिका द्वारा चालू नहीं किया जा सका।
बार बार हो रही दुर्घटना से ग्रामीण हुए परेशान
ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन सड़क पर दुर्घटनाएं घटती हैं व गड्ढों में एकत्रित दूषित पानी पर बड़े वहनों के चक्कों के पड़ने से छोटे वाहन चालकों पर छींटे पड़ने से विवाद की स्थिति निर्मित होती है साथ ही दुर्घटना होने पर कई बार लोगों को अपने निजी व प्रशासन की वाहनों से हॉस्पिटल पहुंचाया गया एक्सीडेंट होने का मुख्य कारण सड़क पर निर्मित गड्ढे हैं।