*जिला कलेक्टर एवं सीईओ के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य मे लखपति स्व सहायता समूह की महिलाओं एवं मेट को किया गया सम्मानित*
उमारिया जिला मध्य प्रदेश

*जिला कलेक्टर एवं सीईओ के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य मे लखपति स्व सहायता समूह की महिलाओं एवं मेट को किया गया सम्मानित*
(पढ़िए जिला उमरिया क्राइम ब्यूरो चीफ किशन विश्वकर्मा की रिपोर्ट)
जिले की 2700 महिलाएं लखपति क्लब शामिल
मध्य प्रदेश के अंतर्गत जिला उमरिया में प्रदेश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु चलाए जा रहे अभियान के अच्छे परिणाम मिलने प्रारंभ हो गये है।
अब महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होकर आत्म निर्भरता की ओर बढ़ रही है। समाज एवं परिवार मे भी उनका सम्मान बढ़ा है। समाज मे यह प्रथा रही है कि जिसके हाथ मे आर्थिक ताकत रहती है उसी का घर एवं परिवार मे बोलबाला रहता है। ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से स्व सहायता समूहो से जुड़कर जिले की महिलाओं ने यह मकाम पाना शुरू कर दिया है। जिले की 2700 महिलाएं लखपति गु्रप मे शामिल हो चुकी है ।
आगे वर्ष का लक्ष्य होगा कि जिले की 27 हजार महिलाएं लखपति गु्रप मे शामिल हो सके। उक्त आशय के विचार कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने जिला पंचायत सभागार मे अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य मे आयोजित स्व सहायता समूह की महिलाओ एवं महिला मेटों के सम्मान समारोह मे संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
कार्यक्रम जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री ज्ञानवती सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ईला तिवारी, जिला पंचायत सदस्य सावित्री सिंह, संगीता सिंह, ग्रामीण आजीविका परियोजना प्रबंधक प्रमोद शुक्ला, माधुरी शुक्ला, कामना त्रिपाठी, तृप्ती गर्ग, महेंद्र बारस्कर, सीएफटी से शिवम मिश्रा, रूपचंद्र पंचतिलक सहित स्व सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।
जिला पंचायत अध्यक्ष ज्ञानवती सिंह ने कहा कि महिलाएं घर की चहर दीवारी से निकलकर परिवार एवं समाज के विकास के लिए आगें बढ़ रही है, इससे उनके उन्नति का मार्ग प्रशस्त्र हो रहा है। जिला प्रशासन एवं जन प्रतिनिधि महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने हेतु हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार है। स्व सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं तरक्की करे तथा अपने घर , परिवार एवं समाज के विकास मे अग्रणी भूमिका निभाएं । ऐसी मेरी शुभकामनाएं है। उन्होंने ग्रामीण आजीविका मिशन की टीम को अच्छा कार्य करने के लिए बधाई दी।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इला तिवारी ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मे महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। ग्राम विकास के लिए विभिन्न दायित्वों एवं व्यवसायों के माध्यम से अच्छे कार्य हुए है। सेंटरिंग के माध्यम से आवास निर्माण, ईटों का निर्माण, महिला राज्य मिस्त्री, महिला मेट, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग कर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का निर्माण करके गांव की उन्नति मे सहयोग दे रही है। अब महिलाएं प्रयास कर रही है कि गांव का पैसा गांव मे ही रहे तथा अपने व्यवसाय के माध्यम से दूसरे गांव, जिले एवं प्रदेश का पैसा भी अपनी मेहनत एवं ईरादों से अपने गांव के विकास के लिए लाये। इस अवसर पर उन्होंने पुष्कर तालाब योजना के माध्यम से जल संरचनाओ के जीर्णाेद्धार, मत्स्य पालन, सिंघाड़ा उत्पादन जैसी गतिधियां संचालित करनें की समझाईश दी । उन्होंने महिलाओं को ग्राम गौरव दिवस के अवसर पर अपनी उपलब्धियों एवं अपनी मेहनत के परिणाम ग्रामीणों के समक्ष रखनें की बात कही। कार्यक्रम मे जिला पंचायत सदस्य सावित्री सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन प्रमोद शुक्ला द्वारा किया गया। इस अवसर पर स्व सहायता समूह की महिलाओं ने स्वागत गीत तथा आजीविका परियोजना के 13सूत्रीय नियमों की प्रस्तुति दी । अतिथियों द्वारा महिलाओं का सम्मान किया गया एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए।