Breaking Newsअन्य राज्यअपराधआगराइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डगोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमेरठमैनपुरीयुवाराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

*आधा दर्जन से ज्यादा आम के विशाल बृक्षों का कत्लेआम, प्रशासन कुंभकर्णी नींद में*

अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

आधा दर्जन से ज्यादा आम के विशाल बृक्षों का कत्लेआम, प्रशासन कुंभकर्णी नींद में

किसकी सह पर हो रहा है पर्यावरण के साथ खिलवाड़, किसने दिया फलदार बृक्ष काटने की परमिशन

रिपोर्टर :- संभागीय ब्यूरो चीफ

अनूपपुर

सरकार पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षो को बचाने और नए वृक्षो के रोपण करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है और वृक्षो को काटने से बचने के लिए विभिन्न कानून भी लागू है लेकिन ऐसा लगता है कि विशालकाय वृक्षो को बचाने के लिए बनाए गए कानून की कॉपी अनूपपुर जिला मुख्यालय तक नही पहुची है या जिम्मेदार वन और राजस्व विभाग कुम्भकर्णी नींद में सो रहे है ? तभी तो पुरानी बस्ती वार्ड नंबर 13 चंदास नदी के ऊपर स्थित शमशान घाट के पास मुख्य मार्ग से लगे हुए आधा दर्जन से ज्यादा आम के हरे भरे विशाल वृक्षो को जमीदोज कर दिया गया और जिम्मेदार विभाग अभी तक सो रहा है। जबकि वही से पुरानी बस्ती में निर्मित पुलिस कालोनी में कई पुलिस कर्मियों और पुलिस के अधिकारियो का नियमित आना जाना इस मार्ग से होता है फिर भी आधा दर्जन से ज्यादा हरे भरे आम के विशाल वृक्षो का कत्लेआम कर दिया गया और किसी ने भी इसकी सुध नही ली है।

सवाल उठता है कि आखिर किसके सह पर और किसने इन हरे भरे वृक्षो का कत्लेआम किया ? क्या संबंधित विभाग की अनुमति थी ? या मौन स्वीकृति ? अब देखना होगा कि आम के हरे भरे विशाल वृक्षो का कत्लेआम करने वालो विभाग कार्यवाही करता है या उन्हें आगे ऐसे कृत्य करने का अभयदान देकर रखता है। वन विभाग के आला अधिकारी पूरे मामले पर कार्यवाही करने को अपने अधिकार क्षेत्र के बाहर बात कह रहे है। तो वही राजस्व के अधिकारी मामले की जानकारी न होने की बात कह रहे है। सूत्रों कि माने तो अगर जिम्मेदार विभाग के द्वारा दोषियों के ऊपर कोई कार्यवाही नही की गई तो आम के वृक्षो के बाद अगला नम्बर उस भूमि पर लगे विशालकाय बरगद के वृक्ष का होगा

जिसे भी कुछ दिनों में उसको भी जमीदोज कर दिया जाएगा। और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा रह जायेगा लोग कानून से ऊपर कैसे हो जाते है यह प्रशासन को जरूर बताना पड़ेगा। जहाँ पर पेड़ काटे गए हैं वहाँ पर कोई जनहित के कार्य नही हो रहा हैं तो हरे भरे फलदार पेड़ दिन दहाड़े कैसे काट दिए और प्रशासन ने पेड़ काटने की परमिशन दी है तो प्रशासन के ऊपर सवाल जरूर खड़े होंगे।

इनका कहना है

राजस्व क्षेत्र में वन विभाग को कार्यवाही का कोई अधिकार नही है, वहाँ तहसीलदार कार्यवाही करते है ।

डी एफ ओ अनूपपुर

मामला मेरे जानकारी में नही है, अनुमति है कि नही है, कार्यालय में जानकारी ले लीजिए।

कमलेश पुरी एस डी एम अनूपपुर

Related Articles

Back to top button