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*प्रशासन ने विद्यालय के बच्चों को लाखो रुपए का दिया समर्सिबल मोटर एवं पानी की टंकी तो सरपंच अपने ही घर में किया व्यवस्था*

कोरिया जिला छत्तीसगढ़

*प्रशासन ने विद्यालय के बच्चों को लाखो रुपए का दिया समर्सिबल मोटर एवं पानी की टंकी तो सरपंच अपने ही घर में किया व्यवस्था*

बच्चों के लिए लाखों रुपए खर्च मगर विद्यालय की सिंटेक्स टंकी और समर्सिबल पंप लगा सरपंच के यहां…….
जनकपुर (कोरिया)- छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लाखों रुपए खर्च करके जहां विद्यालयों के बच्चों के पानी की व्यवस्था के लिए सिंटेक्स टंकी और समर्सिबल पंप लगाए गए हैं और विद्यालय में पानी की पाइप फिटिंग भी करवाई गई है मगर यह स्कीम नवीन ग्राम पंचायत हर्रई में फेल होती नजर आ रही है।


क्योंकि यहां के सरपंच के द्वारा पानी की टंकी और समर्सिबल पंप को स्कूल से निकलवा कर सरपंच द्वारा अपने घर में उपयोग किया जा रहा है और बच्चे हैंडपंप का पानी उपयोग करने के लिए मजबूर हैं। जहां हैंडपंप के पानी से ही स्कूल की बागवानी भी की जा रही है।
शासन के लाखों रुपए खर्च करने का क्या लाभ जब यह पानी की टंकी और पानी का मोटर विद्यालय में ना होकर सरपंच के यहां अपनी सेवाएं दे रहा है।

इस हर्रई ग्राम पंचायत को हम अंधेर नगरी चौपट राजा बोला जा सकता है। इस मामले में जब हमारी बात सरपंच पति से हुई तो उनके द्वारा बताया गया कि 2 महीना पहले आंधी से पानी की टंकियां उड़ गई थी और समर्सिबल पंप जल गया था। जिसके बाद मेरे यहां कार्यक्रम होने के कारण मैंने सब अपने घर में लगवा लिया है।

जबकि हम आपको बता दें कि इस पानी की टंकी और समर्सिबल पंप के कनेक्शन से आंगनबाड़ी हर्रई, प्राथमिक शाला हर्रई, और माध्यमिक शाला हर्रई के बच्चे को पीने का पानी मिलता था जिसका कनेक्शन भी विद्यालय में किया गया है। इन दोनों विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र के पास में यह हैंडपंप है। जिसमें समर्सिबल पंप डलवाया गया था और विद्यालयों के छत पर टंकी रखी गई थी।

मगर सरपंच और ग्राम पंचायत के द्वारा इन बच्चों के हक के उपयोग वाली पानी की टंकी और समर्सिबल पंप को सरपंच अपने यहां उपयोग में ला रहे हैं। और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि बच्चों के लिए खर्च किए गए शासन के पैसे का लाभ व्यक्तिगत सरपंच नहीं ले सकता है।

*कोरिया जिला से ब्यूरो चीफ रामकृपाल प्रजापति की रिपोर्ट*

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