*चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने पर रामनगर पुलिस हो रही नाकाम साबित*
अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने पर रामनगर पुलिस हो रही नाकाम साबित
संवाददाता – चंद्रभान सिंह राठौर संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर/डोला
रामनगर थाना अंतर्गत दिनांक 25/09/2021 को धीरज शुक्ला पिता कुंजमाणी शुक्ला उम्र 32 वर्ष निवासी हंस नगर डोला द्वारा रामनगर थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई की मै शाम 6 बजे अपनी सीबीसाईन की वाहन क्रमांक CG16 CJ-9252 को नगर परिषद डोला के गेट के सामने खड़ा कर परिषद के अंदर कार्य कर रहा था
शाम तकरीबन 8:30 बजे जब बाहर निकला तो अपनी वाहन को बाहर नही देखा जिसपर मेरे द्वारा परिषद के कई लोगों से पूछताछ भी की गई लेकिन वाहन का कही पता नहीं चला पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 379 कायम करते हुए विवेचना में लिया गया है।
पुलिस की पकड़ से दूर चोर हर दिन थाना क्षेत्र अंतर्गत होती है चोरियां
इससे पहले विगत कुछ दिन पूर्व पौराधार में भी मोटरसाइकिल चोरी की घटना घटित हो चुकी हैं फिर भी पुलिस द्वारा आज दिनांक तक चोरों की खोजबीन कर नहीं पकड़ा जा सका है जिससे यह साबित होता है कि पुलिस चुस्त और चोर दुरुस्त हैं,
आए दिन रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत कहीं न कहीं पर चोरी की वारदात होती ही रहती है जिससे रामनगर थाना क्षेत्र की छवि धूमिल होती जा रही है साथ ही व्यापारी सहित जनमानस में भी भय का माहौल बनता जा रहा है।
सूत्रों कि माने तो इस प्रकार के कार्य और कार्यवाही से आम नागरिक के द्वारा कहा जा रहा है कि पुलिस के मिलीभगत से इस प्रकार के कार्य और दो नंबरी कार्य कराया जा रहा है, दूसरी भाषा में कहा जाय तो चोर – चोर मौसेरे भाई वाली कहानी यहां देखने को मिल रही है, साफ शब्दों में यह कह सकते हैं कि पुलिस द्वारा ही यह सब कराया जा रहा है।
कार्यवाही करें पुलिस अधीक्षक
नागरिकों का कथन है की पुलिस अधीक्षक के आने के बाद लगातार ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है और इस कार्यवाही को अपने अंतिम चरण तक ले जाने उनके द्वारा कई ऑपरेशन भी कराए गए परंतु रामनगर क्षेत्र के अंतर्गत सट्टे, जुवे और चोरी की वारदात को अभी तक रोकने में पुलिसिया कार्यवाही और काम अभी बेअसर और नाकाम है
इस पर वह जल्द ही कोई ठोस कदम उठाते हुए कार्यवाही करें अन्यथा कुछ लोगों की मिली भगत के वजह से पूरे पुलिस विभाग के ऊपर सवालिया निशान खड़े हो उनके कार्य पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर यही कहेंगे की यह सब विभागीय दल के मिली भगत से हो रहा है और पैसे की फिराक में नागरिकों की सुरक्षा का सौदा किया जा रहा है।