*सड़क हादसों से बचाने के लिये गूँज की अनूठी पहल सड़क पर बैठे पशुओं को रेडियम बेल्ट व सींगों पर लगाये स्टिकर*
अनूपपुर जिला मध्य प्रदेश

सड़क हादसों से बचाने के लिये
गूँज की अनूठी पहल
सड़क पर बैठे पशुओं को रेडियम बेल्ट व सींगों पर लगाये स्टिकर
संवाददाता – चंद्रभान सिंह राठौर संभागीय ब्यूरो चीफ
अनूपपुर/डोला
जिले में अक्सर आवारा मवेशी यातायात के लिए पहले भी परेशानी का कारण बनते रहे है लेकिन नवीन हाइवे 43 निर्माण के बाद हादसों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई अभी हाल ही में कुछ दिनों पहले केवई नदी पुल के समीप एक दुर्घटना में लगभग १ दर्जन गौवंश की मृत्यु तक हो गयी थी जिसका प्रमुखः कारण झुण्ड बनाकर सड़क पर बैठना होता है जिससे तेज गति से आने वाले बड़े वाहनों द्वारा इन्हे कुचल दिया जाता है वही छोटे वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे है अनूपपुर जिले के अंतिम छोर पर बसे नगर परिषद् डोला में गूँज समाज कल्याण समिति के पदाधिकारिओं और समाज सेवियों ने मिलकर हाइवे पर बैठे निराश्रित गाय व बैलों को रेडियम बेल्ट पहनाया एवं सींगों में रेडियम स्टिकर लगाए गए।
इस पहल से हो सकती है दुर्घटनाएं कम
इस रेडियम युक्त बेल्ट की खासियत है कि यह दूर से भी प्रकाश पड़ने पर चमक उठते है जिससे राहगीर सतर्क हों जाते हैं और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी
संस्था ने पहले चरण में अनूपपुर तक हाइवे के किनारे बसे ग्रामों के सभी गोवंश जिनकी संख्या लगभग 5 हजार है को रेडियम बेल्ट पहनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और इस अभियान में जुड़ने के लिए संस्था सचिव धर्मेंद्र नाहर ने एक हेल्पलाइन नंबर 7000187262 जारी करते हुए कहा कि यदि कोई समाज सेवी इस अभियान से जुड़कर अपने क्षेत्र के लिए योगदान देना चाहते है तो उन्हें रेडियम पट्टा उपलब्ध कराने का कार्य हमारी संस्था (गूँज)गौ सेवा समिति करेंगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में नगर परिषद् के डोला के अधिकारीयों,कर्मचारियों एवं म.प्र. स्वक्छ भारत ग्रुप के सदस्यों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
पशुओं से हो रही दुर्घटना पर रोक लगाने के लिए एनजीओ ने उठाया बीड़ा
इस अभियान में NGO गूँज के संस्थापक कैलाश अहिरवार, (सचिव)धर्मेंद्र नाहर ,समाजसेवी व पूर्व उप सरपंच विकाश पांडेय,जनपद सदस्य शारदा मरावी,दीपक सिन्हा,धीरज शुक्ल,सुशील गौतम बलदेव सिंह, योगेश कुमार,संजय साहू,पुष्पराज सिंह,बबन रजक,रामसहाय साहू, बी.एल. सिंह (युवा पत्रकार)व परिषद् के कर्मचारीगण मौजूद थे।