*खोंगापानी नगर पंचायत में टैंकरों के भरोसे नगर वासियों को पिलाया जा रहा है पानी, लेकिन नगरवासियों को पानी ना पिलाने में प्रशासन हो रहा नाकामयाब और जनता पानी के लिए मर रही है प्यासी*
नगर पंचायत खोंगापानी कोरिया जिला छत्तीसगढ़

कोरिया खोंगापानी नगर पंचायत में टैंकरों के भरोसे पानी सप्लाई, नगरवाशियों को पानी देने में नाकाम साबित हो रही नगर पंचायत
खोंगापानी नगर पंचायत में
खोंगापानी नगर पंचायत में टैंकरों के भरोसे पानी सप्लाई, नगरवाशियों को पानी देने में नाकाम साबित हो रही नगर पंचायत
कोरिया – खोंगापानी नगर पंचायत में टैंकरों के भरोसे पानी सप्लाई नगरवाशियों को पानी देने में नाकाम साबित हो रही नगर पंचायत। आपको बता दें कि यहां कालरी के द्वारा अपने कालरी कर्मचारियों और नगर वासियों को पानी सप्लाई दिया जाता है
लेकिन जब कभी किसी कारणवश कालरी द्वारा पानी सप्लाई नहीं कर पाती तो नगर पंचायत का दायित्व है कि अपने नगर वासियों को पीने के लिए पानी मुहैया कराये लेकिन नगर पंचायत टैंकरों के भरोसे की टिका हुआ है टैंकर के माध्यम से पानी सप्लाई कई दिनों अंतराल के बाद भेजा जाता है
जिससे नगर वासियों को पूर्ण रूप से पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता और पानी की किल्लत होती है। जहां पूरे जिला में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लाकडाउन लगा दिया गया है
जिससे लोग बाहर न निकले लेकिन नगर पंचायत के द्वारा पानी की सप्लाई न करने के कारणों से नगरवासी घरों से बाहर निकल कर कालरी के द्वारा जो सार्वजनिक नल लगाए गये है उन नलों में पानी भरने के लिए भीड़ उमड़ पड़ती है।
जिससे लाकडाउन का भी कोई पालन नही करता। लाकडाउन का पालन करे तो पीने केलिए पानी तक नही मिलेगा तो गरीब तकबे के लोग करें तो करें क्या लेकिन नगर पंचायत के जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे है
पीने के लिए पानी तक जनता को नही दे रहे इससे ज्यादा दुर्भाग्य और क्या होगा। नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड है.जो टैंकरों के भरोसे ही कट रही है
जिंदगी नगर पंचायत के लोगों का कहना है शहर में आज भी मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है. शहर में पीने के पानी की किल्लत के कारण लोगों को टैंकरों के भरोसे रहना पड़ता है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि शहर की ज्यादातर सड़कें जर्जर हो चुकी है, लेकिन प्रशासन ने इसके लिए कुछ नहीं कर रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि निकाय चुनाव के समय मे नेता तो बड़े बड़े मुद्दे लेकर चुनाव लड़ते है
लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद तो कभी कोई जनप्रतिनिधि नगर में क्या समस्या है जानने की कोशिस नही करता। न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी कभी इस ओर ध्यान देता आखिर कब तक पानी की किल्लत से नगर वाशी पाएंगे छुटकारा।
कोरिया जिला से ब्यूरो चीफ नागेंद्र दुबे की रिपोर्ट