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*कुदरत ने ढाया सितम हे ईश्वर अब तो करो रहम मंत्री जी हमें भी इस मुसीबत से निकालो, दर दर कि ठोकरें खाकर हो गए हैं लाचार*

जिला अनुपपुर मध्य-प्रदेश

कुदरत ने ढाया सितम हे ईश्वर अब तो करो रहम

मंत्री जी हमें भी इस मुसीबत से निकालो, दर दर कि ठोकरें खाकर हो गए हैं लाचार

मख्यमंत्री जी हमें भी दें सहारा, इस जिले में कोई नही हमारा

संभागीय ब्यूरो चीफ चन्द्रभान सिंह राठौर कि खास रिपोर्ट

अनूपपुर / जिला अनूपपुर में बीते दिन कुदरत ने एकाएक ऐसा सितम ढाया कि संपूर्ण जिले में बीते दिन ओलावृष्टि की मार से संपूर्ण किसान जन को फसलों का आर्थिक रूप से अत्याधिक नुकसान का खामियाजा भुगतना पड़ा है जिससे जिले के अधिकतर क्षेत्रों में बड़े-बड़े ओले गिरने से किसानों के संपूर्ण फसल पूर्ण रूप से नष्ट हो चुके हैं जिसमें जिला अनूपपुर में व्यापार करने वाले कृषकों के सब्जी जैसे फसल पर अत्याधिक प्रभाव पड़ा है जहां किसान अपने मेहनत और खेती के दम पर संपूर्ण जिले भर में सब्जी का व्यवसाय कर आम नागरिकों की पूर्ति करने का अहम कार्य करते हुवे उनकी जरूरत कि पूर्ति करने के साथ अपना व अपने परिवार का भरण पोषण करते रहे हैं जिनको बीते दिनों ओलावृष्टि के कारण काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है समय ऐसा आ गया है कि उन किसानों और मध्यम वर्ग के किसानों के ऊपर जैसे ईश्वर ने सभी का गुस्सा एक साथ उतार कर बदला सा ले लिया हो दूसरी ओर कोविड-19 के इस महामारी में शासन प्रशासन समेत हर व्यक्ति परेशान हैं। अब देखना यह है कि उन गरीब किसानों का मदद प्रशासन किस स्तर से करते हैं।

कर्ज को लेकर हैं परेशान

जिले के निकटतम स्थान ग्राम पंचायत हर्री के मजदूर किसान जोकि अनूपपुर के अंतर्गत बेला टांकी नामक स्थान जो कॉलेज के पीछे बसा हुआ है के स्थान पर शांति नगर के रूप में बसे यह स्थान पर लगभग दूर से बसे हुए लोगों के साथ ही आसपास के ग्राम के लोग जमीन लीज में लेकर वह अपने पट्टे की जमीन पर भी कार्य करने वाले कई कृषक सब्जी और आम जनों की पूर्ति को देखते हुए फसलों का पैदावार कर रोजमर्रा की जिंदगी से निजात पाने के लिए कुछ हद तक चैन और सुकून की जिंदगी जीने में सामर्थ थे बीते दिन ओलावृष्टि के कारण उन किसानों के ऊपर बड़े संकट पैदा होकर उनके ऊपर कर्ज जैसे परेशानी को ला खड़ा कर रखा है जिस से निपटने के लिए उनको रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है और यदि कोई रास्ता है तो वह है सिर्फ प्रशासन और शासन और प्रदेश कि सरकार जिस से उम्मीद यह लगाई जा रही है कि इस परिस्थिति को देखते हुए उन पर इनके द्वारा कुछ सहयोग दिया जाए जिससे वह कर्ज में लेकर अपने व्यवसाय को कर रहे बाहर से उभरने में सक्षम हो सकें।

ओलावृष्टि और तूफान के कारण घर से बेघर होने को हुवे मजबूर

जिले में कई स्थान तो ऐसे हैं जहां ओलावृष्टि और आंधी तूफान लेकर आने वाले इस बरसात में कई परिवारों के सर से छत तक उड़ा ले जाने का कार्य किया वही आज माहौल ऐसा है कि लगातार बारिश और तूफान से आज भी न थमने कारण परेशान परिवार अपने आशियाना को बनाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं और उन्होंने भी प्रशासन से मदद की गुहार लगाते हुए एकमात्र सहारा प्रदेश सरकार को ही माना है।

इन्होंने किया हालेदिल बयां

ग्राम पंचायत हर्री के निवासी कृष्णपाल राठौर ने तो रोते हुए अपने हाले दिल का और परेशानी का दर्द बयां किया तो लगता था कि अब इनके साथ क्या होने वाला है और इनके दिमाग में क्या चल रहा है इनका कहना है कि हमने अपने पट्टे की जमीन के साथ लीज पर जमीन उठाकर खेती का कार्य कर इस बेरोजगारी में अपने जीवन यापन करने के साथ लोगों कि जरूरत पूरा करते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ने का कार्य कर रहे थे इनका कहना है कि हमने कर्ज पर पैसा लेकर फसल का पैदावार किया था किसी भी फसल को लगाने में 4 से 6 माह लग जाते हैं और उस पर मेहनत दिन रात एक कर के पानी पिलाकर संभवत प्रयास करके उसको अच्छा बनाने पर अपना संपूर्ण मेहनत प्रदान करते हैं इनके अनुसार हाल में ही इन्होंने पत्ता गोभी, गोभी, भिंडी, खरबूजा समेत कई फसल लगाकर उसे तैयार किया था जो कि इस ओलावृष्टि में नष्ट हो गया अब उनके पास ऐसा दूसरा कोई व्यवसाय नहीं है जिससे वह उसकी भरपाई कर सकें इसी लाएंगे में उनके पड़ोस के कई किसान आते हैं उन पर भी यही सितम ढाया है अब इनका कहना है कि इनके पास करने के लिए कुछ भी ऑप्शन नहीं बचा है अब यह करें तो करें क्या इन्होंने मीडिया के माध्यम से जिले के प्रतिनिधि और खाद्य मंत्री बिसाहू लाल सिंह और प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत शासन प्रशासन के समस्त अधिकारियों समेत जिला अनूपपुर के लोकप्रिय कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर से गुहार लगाई है कि मेरी मदद की जाए अब मेरे पास कोई भी सहारा नहीं बचा है और मुझे भी आप मार्गदर्शन प्रदान करें।

मंत्री जी इधर भी दें ध्यान

ओलावृष्टि से हुए नुकसान से ज्यादा तो दर्द तब होता है जब कोई किसी के पास विनती लेकर जाए और वह उसके जले पर नमक छिड़कने का कार्य करें ऐसे में किसान मंत्री जी के अलावा किसे याद करें उन्होंने कहा कि मंत्री जी जरा इधर भी ध्यान दें हम परेशान पीड़ित दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हैं यह कोविड-19 ने अपना उधम मचा रखा है वही आपके जिले के प्रशासनिक अमला भी पीछे नहीं हैं अपनी मनमानी कर आम जनों को परेशान करना और हम गरीब किसानों को गुमराह करना और बार-बार भटकने पर मजबूर करने का कार्य बखूबी कर रहे हैं अब आपके सिवा और कोई सहारा नहीं है।

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