*गाय खोजने गए मजदूर युवक की मिट्टी की चट्टान पर सिर में लगने से हुई मौत*
तहसील कोतमा जिला अनूपपुर मध्य प्रदेश

गाय खोजने गए मजदूर की मिट्टी की चट्टान सिर में पड़ने से हुई मौत
जिला अनूपपुर से चंद्रभान सिंह राठौर कि खास रिपोर्ट
डोला / एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के ओपन कास्ट में शनिवार को सुबह तकरीबन 6:00 बजे एक मजदूर अपनी गाय को देखने जा रहा था लेकिन उसी समय एसईसीएल में लगे वाहन से मिट्टी डंप किया जा रहा था जहाँ से एक मिट्टी की चट्टान जंप करके ग्रामीण के सिर पर पड़ने के कारण धीरेंद्र सिंह उम्र 49 वर्ष निवासी चुकान की मौके पर ही मौत हो गई
जैसे ही इसकी जानकारी स्थानीय निवासियों को हुई उन्होंने तत्काल इसकी सूचना रामनगर थाने एवं एसईसीएल को दी जिसके बाद एसीसीएल प्रबंधक के लोग एवं रामनगर पुलिस,बिजुरी पुलिस, कोतमा पुलिस एवं कोतमा तहसीलदार,कोतमा एसडीओपी मौके पर अपनी टीम के साथ पहुंचे।
7 घंटों से मृतक का शरीर घटनास्थल पर बंद कमरे में हो रही बातें
घटना के लगभग 7 घंटे बीतने के बाद भी मृतक का शरीर अब भी घटनास्थल पर पड़ा हुआ था जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारी किसी की मौत की कोई चिंता जैसे ना हो वैसे कार्य करते नजर आई। जैसे – जैसे घटना की सूचना ग्रामीण क्षेत्र में पहुंची वैसे धीरे – धीरे सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए
और अब भी घटनास्थल पर सैकड़ों लोग मौजूद हैं, वहीं दूसरी ओर एसईसीएल में ओसिएम की सुरक्षा को लेकर भी काफी सवाल खड़े हो रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण एक ग्रामीण की मौत से देखा जा सकता है।जिस स्थान पर मिट्टी डंप किया जा रहा है
उसके चारों ओर एसईसीएल के द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी व्यवस्था नहीं कराई गई जिससे एक ग्रामीण की मौत हो चुकी है इसके पूर्व में भी कई मौतें होती रही है लेकिन एसईसीएल सुरक्षा पकवाड़ा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें केवल कोरे कागजों में ही दर्शाता है जिसका जीता जागता उदाहरण आज देखा जा सकता है।
अब देखना यह होगा कि ग्रामीण के साथ एसईसीएल के जिम्मेदार अधिकारियों की क्या बात हो पाती है या यूं ही एक मृतक की बॉडी घंटो दाह संस्कार के लिए तरसती रहेंगी।