*थानेदार की देखी गई दबंगई जेब मे डाल कर रखता है कानून, रेप के मामले को 1 लाख लेकर एवं 151 की धारा लगाकर केश को कर दिया रफा दफा/पढ़ें पूरी खबर क्या है सच*
थाना जयसिंहनगर जिला शहडोल मध्य प्रदेश

*तो क्या ऐसे ही नारियों के ऊपर किया जाएगा अत्याचार, देखिए कलयुग के महापुरुषों कि महा गाथा*
*थानेदार की दबंगई जेब मे हैं कानून, रेप के मामले को 1 लाख लेकर 151 की धारा लगाकर कर दिया था रफा दफा*
*पीड़िता ने न्याय की आस में पुलिस अधीक्षक, पुलिस महानिरीक्षक से की शिकायत*
*थाना में रिश्वत की दुकान चला रहे थे थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह परिहार*
*पीड़िता को धमकी भी देता रहा, मामला बिगड़ता देख किया मामला दर्ज*
*शहडोल/जयसिंहनगर समाचार*
शहडोल जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर जयसिंहनगर थाना क्षेत्र में एक अजीबो गरीब मामला देखने को मिला जयसिंहनगर थाने में पदस्थ थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह परिहार एक जेब मे रुपये और दूसरे जेब मे कानून रखकर चलते थे और हाथ पर बंदूक की दादागिरी से धमकी के दम पर कुछ भी करने में गुरेज नहीं करते थे ये महाशय थानेदार कम कानून, जज सब कुछ अपने आप को समझने लगे थे अपने थाना क्षेत्र के राजा कहलाये जाते थे है इनके क्रिया कलापो से थाना क्षेत्र की जनता पीड़ित और परेशान हो चुकी थी आये दिन कुछ न कुछ करते ही रहते थे इनको अपने आला अधिकारियों का जरा भी डर नही था इनका कोई कुछ नही बिगाड़ सकता ये जो भी कार्य करते थे अपने हिसाब से ही करते थे चाहे किसी को अच्छा लगे या बुरा इनको कोई फ़र्क नही पड़ता था इनके थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ बलात्कार हुआ पीड़िता थाने पहुँच कर मामले की सूचना देेेकर रिपोर्ट लिखाने की गुहार लगाई मगर थाना प्रभारी ने आरोपी से रुपये लेकर सामान्य धारा 151 लगाकर रफा दफा कर दिया इनके कार्यवाही कर सवालिया निशान खड़े होते हैंं अभी कुछ दिन पहले थाना प्रभारी जयसिंहनगर योगेंद्र सिंह परिहार का स्थानांतरण सोहागपुर थाने के लिए कर दिया गया है और इन्होंने जॉइन भी कर लिए है।
*क्या है मामला*
ग्राम दुआरी थाना जयसिंहनगर जिला शहडोल मे रहने वाले बेसाहू पिता रामसिया उम्र 52 वर्ष ने यह बताया कि मेरा पुत्र दुर्गेश ट्रेक्टर चलाने का काम करता है वही मुरैना का रहने वाला रामरूप कुशवाहा पिता नवल सिंह कुशवाहा जयसिंहनगर में विगत 5 वर्ष से रहकर ट्रेक्टर चला रहा था जिसकी दोस्ती मेरे पुत्र से हो गयी और कोरोना लॉकडाउन लगने के कारण खाने पीने की व्यवस्था न होने के कारण पुत्र से पहचान होने के कारण दुआरी गांव में आकर हमारे घर पर ही रहने लगा और खाना भी खाने लगा 19 अगस्त को हम सब घर के लोग रोपा लगाने खेत चले गए उसके बाद सुबह 9 बजे रामरूप कुशवाहा घर आया और मेरी बहु कल्पना (बदला हुआ नाम) के साथ गलत काम करने की कोशिश कर रहा था उसी समय मेरा पुत्र घर पहुँच गया जिसे देखकर रामरूप वहाँ से अपनी मोटरसाइकिल यामाहा से भाग गया उसके बाद बहु ने पूरी आप बीती बतायी कि 22 अप्रैल को रामरूप ने मेरा मुँह बंद करके कपड़े उतारकर मेरे साथ बलात्कार किया था
*आरोपी देता रहा धमकी*
बलात्कार करने के बाद आरोपी ने पीड़िता को लगातार ये धमकी देता रहा कि अगर ये बात किसी को बताई तो तुम्हारे पति के ऊपर ट्रेक्टर चढ़ा कर मार डालूंगा और यहाँ से भाग जाऊँगा मेरा पुलिस और तुम लोग कुछ भी नही कर पाओगे इस डर से पीड़िता ने अपने घर वालो से इस मामले को छुपाती रही। मगर पीड़िता को अपने घर वालो से सब कुछ बताना ही पड़ा।
*महिला पहुँची थाना*
पीड़ित महिला अपने घर के लोगो के साथ बलात्कार का मामला दर्ज कराने 21 अगस्त को जयसिंहनगर थाना पहुची जहाँ वो अपनी आप बीती बताई कि मेरे को घर पर अकेला पाकर रामरूप ने जबर्दस्ती बालात्कार किया है लेकिन उसको यह बोलकर घर वापस भेज दिया गया कि आप जाओ हम आरोपी के ऊपर मामला दर्ज करके जेल भेज देंगे जबकि ग्रामवासी रामरुप को मोटरसाइकिल सहित पकड़कर थाने के सुपुर्द करके आए थे
*1 लाख में हुआ सौदा*
जब महिला शिकायत करके अपने घर वापस चली गयी उसके बाद आरोपी को थानेदार ने बोला गया कि अगर तुम अपनी भलाई चाहते हो कि कार्यवाही न हो तो मामले को रफा दफा करवा लो नही तो जेेेल जाना पड़ेगा तब जाकर पुलिस और आरोपी दोनो के बीच 1 लाख में सौदा तय हुआ और थाना प्रभारी ने आरोपी के ऊपर बलात्कार 376 का मामला दर्ज न करके 151, 107, 116(3) की धारा लगाकर तहसीलदार कोर्ट में पेश कर दिया और आरोपी को जमानत मिल गयी और उसको घर मुरैना भगा दिया गया।
*बाद में हुआ मामला दर्ज*
जब पीड़ित महिला और उसके घर वालो को पता चला की आरोपी तो जेल की जगह घर मुरैना चला गया है तो घर के लोग कुछ ग्राम के सामाजिक और राजनैतिक लोगो को थाने लेकर पहुँचे और पूरे मामले की जानकारी मांगे और आरोपी को क्यू छोड़ दिया दबाब बनाने लगे दबाब बढ़ता देख कि अब मामला बिगड़ रहा है तो महिला और घर वालो को कॉल करके थाने आकर दुबारा रिपोर्ट लिखवाने का दबाब थानेदार योगेंद्र सिंह परिहार लगातार बनाने लगा और बार बार धमकी देने के बाद महिला अपने घर के लोगो के साथ जाकर मामला दर्ज करवाने पहुँची तब जाकर आरोपी के ऊपर अपराध क्रमांक 297/20 धारा 450, 376(2)(ड़) 506 के तहत मामला दर्ज हुआ और पीड़िता को पावती दिया गया और पीड़िता एवं घर वालो को धमकी दी गई कि अगर ये बात किसी बताये तो पूरे घर के लोगो को थाने में बेड़ दूंगा।
*आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार*
मामला दर्ज होने के बाद थानेेदार की हेकड़ी कम हुई और मजबूरी में रामरुप कुशवाहा को गिरफ्तार करना पड़ा मगर गिरफ्तार करने में पुलिस को 4 माह लग गए आरोपी पुलिस को चकमा देता रहा या पुलिस जान बूझकर विलंब कर रही थी या पुलिस को 1 लाख का कर्ज उतारना भी जरूरी था आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया जिसे न्यायालय ने जेल भेज दिया।
*एसपी आईजी के पास लगाई न्याय की गुहार*
पीड़िता और घर वालो के ऊपर थाना प्रभारी का डर इतना ज्यादा था कि वो लोग इनके खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत नही जुटा पा रहे थे 6 माह बाद जब समाचार पत्र के माध्यम से जब पीड़िता और उसके घर वालों को पता चला कि जयसिंह नगर के थाना प्रभारी का स्थानांतरण हो गया है तब घर वालो ने हिम्मत जुटा के आप बीती की शिकायत करने 3 मार्च को पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस महानिरीक्षक के पास पहुँचे और और न्याय की मांग कर थाना प्रभारी के ऊपर कानूनी कठोर कार्यवाही की जाए जिससे दुबारा किसी और के साथ ऐसा हरकत न कर पाएं।
*पीड़िता को क्या मिल पायेगा न्याय*
पीड़िता और उनके घर के लोग उस घटना के बाद काफी सदमे में है और शिकायत करने के बाद तो और इन लोगो को डर सता रहा है कि शिकायत करने का बदला योगेंद्र सिंह परिहार कभी भी किसी तरह से ले सकता है उन सभी लोगो की मानसिक स्थिति बिल्कुल सही नही है घटना के बाद पीड़िता के पति की तबियत लगातार खराब चल रही है ऐसे में पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक की ओर टकटकी लगाए न्याय की आस में बैैठे है पीड़िता को न्याय मिला तो ठीक है अगर नही मिला तो योगेंद्र सिंह परिहार की दादागिरी और दबंगई और भी बढ़ जाएगी जिसका खामियाजा जनता इसी तरह भुगतते रहेगी और कानून के रक्षक मौज करते रहेंगे।
*इनका कहना है*
ये मामला काफी पुराना है मुझे बिल्कुल ध्यान नही है बिना दस्तावेज देखे मैं कुछ भी नही बता पाऊंगा वैसे भी मेरा स्थानांतरण सोहागपुर हो गया है वहाँ के प्रभारी से बात कर ले।
*योगेंद्र सिंह परिहार पूर्व थाना प्रभारी थाना जयसिंहनगर*
मामला मेरे संज्ञान में नही है आप मामले कि कॉपी भेजे तभी कुछ बता पाऊंगा उसके बाद पुलिस अधीक्षक महोदय को कई बार कॉल किया गया मगर कॉल रिसीव नही हुआ।
*अवधेश कुमार गोस्वामी पुलिस अधीक्षक शहडोल*
मामला मेरे संज्ञान में आया है मामले की जांच करवाकर करवाकर कार्यवाही करूंगा।
*जी जनार्दन अतरिक्त पुलिस महानिदेशक शहडोल*
देखिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज
चंद्रभान सिंह राठौर
शहडोल संभाग प्रमुख कि खास रिपोर्ट