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*जिला अनूपपुर में आखिर किन कारणों से नहीं बन पा रही है वेंकटनगर की बड़ी पुल देखिए क्या है सच*

अनूपपुर जिला मध्य प्रदेश

👉 *बिग ब्रेकिंग न्यूज़* 👈
👉 *उमरिया/शहडोल/अनूपपुर समाचार* 👈
👉 *आखिर किस बड़े हादसे के इंतजार में है, अनुपपुर – वेंकटनगर पर बनी बड़ी पुल* 👈

👉 *अनुपपुर वेंकटनगर मार्ग बना मौत का कुआं मार्ग पर रोजाना हो रहे हादसे* 👈

👉 *राजधानी अनूपपुर एक्सप्रेस* 👈
👉 *आखिर किन कारणों से नहीं बन पा रही अनुपपुर वेंकटनगर की बड़ी पुल* 👈

👉 *ग्रामीणों की सूचना देने के बाद भी नहीं दे रहा लोक निर्माण विभाग ध्यान* 👈

👉 **संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रभान सिंह राठौर की कलम से ✍️✍️✍️✍️✍️✍️👈** 👉 *अनूपपुर/वेंकटनगर समाचार* 👈

वेंकटनगर :- जिले के जनपद पंचायत जैतहरी मार्ग से लगी मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ गुजरने वाली मार्ग जो अंर्तराजकीय मार्ग पर तिपान नदी पुल इस समय एक बडी दुर्घटना होनें की इंतजार कर रही है जिस सबंध में उच्चाधिकारीयों को खबर के माध्यम से अवगत कराया गया मगर अधिकारी मौन साबित हो रहे है। जहां देखो वाहां क्षतिग्रस्त व गढ्ढों से तब्दील होने रात में छोटे वाहन को गढ्ढों का सामना करते हुए दुर्घटना का शिकार हो रहे है।लगातार सीमापार पुल पर वाहनों की आवाजाही का अधिक दबाव होता है, लेकिन विभागीय अधिकारीयों को पुल की ओर ध्यान अर्कषित हो और पुल की मरम्मत कराए जाने की जरूरत है जिसे समय रहते जल्द से जल्द बनवाई जाए यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो अनहोनी होने से कोई नहीं रोक सकता।ग्रामीणों द्गारा मिलीजानकारी के अनुसार बताया गया कि सारी पुल क्षतिग्रस्त होते जा रही है।इधर दोनों प्रदेशों की आवाजाही बंद (प्रभावित) होने की संभावना है।बताया गया है कि वेंकटनगर से 2 किलोमीटर की दूरी पर वेंकटनगर एवं अनूपपुर मुख्यमार्ग पर सन्.1980 में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व.अर्जुन सिंह द्वारा बिलासपुर मुख्यालय को शहडोल संभाग से जोड़ने के उद्देश्य व यातायात की समस्या को लेकर तिपान नदी पर पुल की आधारशिला रखी थी, जिसकी निर्माण कार्य 2 वर्ष में पूरा कीया गया था। सन्.1982 में पुल का उद्घाटन किया गया था तब से लगातार 38 वर्षो से लगातार पुल के ऊपर से सैकडों बार इस पुल के ऊपर से मरम्मत कार्य कराया जा चुका है। जबका वर्तमान में देखा जाए तो अनूपपुर मुख्यमार्ग पर सीसी सडक निर्माण कीया गया है। जहां ठेकेदार द्गारा 200 से 250 फिट लंबी एवं लगभग 22 फिट चौड़ी पुल के ऊपर कोई मरम्मत कार्य करते हुए ऊपर से ही ऐसे ही ढाल देने का कार्य पूर्ण कर लिया जाता है। जिसके वजह से वाहनों की आवाजाही होने से पुल की ऊपरी परत उखड जाती है। कई ऐसे जगह है।जहा पुल के ऊपरी परत उखड़ कर क्षतिग्रस्त हो चुकी है व गढ्ढो से तब्दील हो चुकी है। वहीं सड़क की सतह पर निकले हुए झाड़ (राड) भी वाहन चालको के लिए प्रांण घातक शाबित हो रही है ऐसे खतरनाक जगह साबित को जल्द ही मरम्मत कार्य नहीं कराया गया तो आने वाले कुछ ही दिनों में पुल पर बड़ी घटना होने का निमंत्रण देने की बराबर है।

👉 *किन कारणों से नहीं बन पा रही अनुपपुर इन करनाल की बड़ी पुल* 👈

हमारे क्षेत्र में जब जब चुनावी समय आती है, तब तब यह उक्त पार्टियां अपने हितों से पार्टी के लिए खड़ा करती है परंतु यह प्रत्याशी जब चुनावी रन से जीत जाते हैं ,तो उनके पास सिर्फ क्षेत्र चिंता का पीठ दिखाना और उस क्षेत्र में ना जाना काम रहता है, क्षेत्र के विकास हो के नाम का ढिंढोरा पीट कर क्षेत्र की दुर्गति करने में समाहित रहने की बजाय और गंभीर हालत में अस्पताल पहुंच रहे हैं, जननी एक्सप्रेस के पहिए इतनी बुरी तरह उक्त मार के गड्ढे में फस रहे हैं, कि जन्म देती महिला पीडा़ के अलावा और कुछ नहीं मिल रहा है, आवागमन करने वाले राहगीरों को अपने वाहनों की टूट-फूट शारीरिक दुर्गति और उनके तमाम गंभीर परेशानियों का सामना उक्त मार्ग पर करना पड़ रहा है, फुल के बीचो बीच बावड़ी नमन गड्ढे बने हुए हैं इतना ही नहीं बल्कि पुल में लगी क्षण भी बाहर निकल गई है रोड के आजू-बाजू से भी चलने पर वाहन को गाड़ियों की टूट-फूट का सामना करना पड़ रहा है, पुल के बीचो बीच गंभीर गड्ढों में तब्दील मार्ग से राहगीर और वाहन चालक आवागमन करने को मजबूर है

लगता ही नहीं की रोड में गड्ढे हैं या गड्ढे में रोड, वाहनों को हादसे का निमंत्रण दे रही है, पूरे लंबे लंबे आकार के गड्ढों के बीच दो पहिया चार पहिया वाहन फंस रहे हैं जिससे उनके वाहनों के टायर फट जाते हैं आए दिन उस पुल पर कुछ ना कुछ लगा हुआ है अभी कुछ दिनों पहले उस गड्ढे में फस कर एक चार पहिया वाहन का चारों टायर पंचर हो गया था जिससे वह मजबूर होकर वेंकट नगर तक आया

👉 *ग्रामीणों के सूचना देने के बाद भी लोकनिर्माण विभाग नहीं दे रहा ध्यान* 👈

ग्रामीणों ने बताया है, कि हमारे द्गारा इस पुल के क्षतिग्रस्त को देखते हुए हम लोगों के द्गारा लोकनिर्माण विभाग अनूपपुर एसडीओ को सूचना दिया गया मगर आज दिनांक तक पुल की हमारी सूचना देने की पहल नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने बताया है कि वेंकटनगर वासियों के लिए एकमात्र विकल्प है, जिसके कारण इस मार्ग से लोगों की आवाजाही लगातार बनी रहती है। वही प्रदेश की सीमा के लिए एकमात्र रास्ता होने के वावजूद भी वाहनों का काफिला लगातार दौड़ता रहता है। पुल के क्षतिग्रस्त होने पर इसकी सूचना (पी.डब्लू.डी) विभाग को दी गई है, लेकिन विभाग के अधिकारियों द्वारा अभी तक इस ओर कोई कार्यवाही नहीं किया गया है,जो पुल क्षतिग्रस्त जस के तस पडी हुई है

👉 **रिपोर्टर:- संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रभान सिंह राठौर** 👈

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