कोटाडोल पशु चिकित्सालय में टीकाकरण घोटाला उजागर ऑनलाइन फर्जीवाड़ा
जिला मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

कोटाडोल पशु चिकित्सालय में टीकाकरण घोटाला उजागर ऑनलाइन फर्जीवाड़ा
(पढिए जिला एमसीबी ब्यूरो चीफ मनमोहन सांधे की खास खबर)
ऑनलाइन फर्जीवाड़ा से मवेशियों का टीका लगने का दावा, ज़मीनी स्तर पर नहीं हुआ कोई कार्य — ग्रामीणों में आक्रोश
छत्तीसगढ़ राज्य के जिला एमसीबी के अंतर्गत पशु चिकित्सा विभाग में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोटाडोल पशु चिकित्सालय तथा उसके आश्रित कमर्जी पशु चिकित्सालय में नियुक्त ए.वी.एफ.ओ. (AVFO) अधिकारी द्वारा टीकाकरण कार्य में गंभीर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार किये जाने का आरोप लगा है।
ग्रामीणों ने बताया कि विभागीय रिकॉर्ड में मवेशियों को एफएमडी (मुंह-खुर रोग) टीकाकरण पूर्ण दिखा दिया गया है,
जबकि हकीकत यह है कि कोटाडोल एवं कमर्जी के आश्रित ग्रामों — घोघरा, लोकेश, चोरभट्ठी, बघमर्रा सहित कई पंचायतों में अब तक एक भी पशु का वास्तविक टीकाकरण नहीं किया गया।
आश्चर्यजनक रूप से बिना कार्य स्थल पहुंचे ही ऑनलाइन पोर्टल में टीकाकरण आंकड़े अपलोड कर दिए गए हैं।
सूत्र बताते हैं कि कुछ स्थानों पर मवेशी मालिकों तक पहुंचने की औपचारिक सूचना भी नहीं दी गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि यह पूरा खेल सिर्फ सरकारी राशि निकालने और कागजों में औपचारिकता पूरी करने का माध्यम बन चुका है।
विभागीय अभिलेखों में हजारों पशुओं पर टीका लगाने का दावा दर्ज है, जबकि ज़मीनी सच्चाई बिल्कुल इसके उलट है।
इस घोटाले को लेकर क्षेत्र के पशुपालकों एवं जनप्रतिनिधियों में गहरा आक्रोश है।
ग्रामीणों की मांग है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए तथा टीकाकरण कार्य को वास्तविक रूप से प्रत्येक आश्रित ग्राम तक पहुँचाया जाए।
अगर विभाग ने शीघ्र संज्ञान नहीं लिया तो किसानों एवं पशुपालक समुदाय द्वारा आंदोलन की चेतावनी भी दी जा रही है।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस गंभीर भ्रष्टाचार मामले पर कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है।




