सौर ऊर्जा अधिकारियों की लापरवाही से अंधेरे पर रहने को मजबूर है वनांचल क्षेत्र में ग्रामीण वाशी
जिला मनेंद्रगढ़ छत्तीसगढ़

सौर ऊर्जा अधिकारियों की लापरवाही से अंधेरे पर रहने को मजबूर है वनांचल क्षेत्र में ग्रामीण वाशी
(पढ़िए सरगुजा संभागीय ब्यूरो चीफ सुरेश कुमार साहू की खास खबर)
वनांचल क्षेत्र में 11महीने से खराब पड़ा सौर ऊर्जा अधिकारियों की लापरवाही से अंधेरे में रहने को ग्रामीण हुए मजबूर है।
ग्राम पंचायत ठिसकोली का ग्रामीण ने बताया कि अंधेरे में रहकर ढिबरी और टॉर्च के सहारे बच्चे पढ़ाई करते हैं।
कई बार शिकायत करने के बाद भी सौर ऊर्जा प्लांट की इनवर्टर मशीन और बैटरी खराब हो जाने के कारण गर्मी के समय लाइट नहीं जल रहा है।,,,,,,,
राज्य छत्तीसगढ़ जिला एमसीबी जनपद पंचायत भरतपुर क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत ठिसकोली में रहने वाले ग्रामवासी इस आधुनिक युग में भी अंधेरे में रहने को मजबूर है
ग्रामीणों ने बताया कि 11महीने से सौर ऊर्जा की बिजली बंद पड़ी है।
ढिबरी और टॉर्च जलाकर महिलाओं को खाना बनाना पड़ रहा है।
वही बिजली ना होने से बच्चों की पढ़ाई भी बहुत नुकसान हो रहा है।,,,,,
केंद्र व राज्य सरकार ठिसकोली तक बिजली पहुंचाने का दावा कर रही है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बया करती है।
अब भी अंदरूनी क्षेत्र के गांव के सैकड़ों परिवार अंधेरे में जीवन यापन करने को मजबूर है।
ये वो गांव है,।जहां लाइन खींचकर बिजली पहुंचाना सरकारी नुमांइदों को महंगा पड़ रहा था। इसलिए रोशनी के लिए यहां सौर ऊर्जा सिस्टम लगाए गए थे।
सिस्टम तो लगा दिया लेकिन क्रेडा विभाग ने इसके बाद कभी मुड़कर नहीं देखा ऐसे में यहां लगे सोलर पैनल अब खराब पड़े हुए हैं।
ऐसा ही हाल भरतपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत ठिसकोली का है। यह क्रेडा ने घरों में सोलर सिस्टम तो लगाया।
इसके बाद इसकी देखरेख या सुधार के लिए कभी सर्वे तक नहीं किया इसका नतीजा हुआ की कुछ समय चलने के बाद सिस्टम जवाब दे गए।
अब यह सोलर प्लेट कुछ घरों के आंगन की शोभा बढ़ाने के काम आ रहा है, तो कुछ ने खपरैल पर टांग दिया गया है
इसके चलते प्रभावित परिवारों के लोग फिर वही चिमनी युग में लौट आए हैं। यहां 11 महीने से सोलर सिस्टम बंद पड़े हुए हैं।,,,,,,
ग्राम पंचायत ठिसकोली में 100 घरों में क्रेडा ने सोलर सिस्टम लगाया था।
इसे लगाने के बाद विभाग के अधिकारी-और कर्मचारी ने कभी गांव पहुंचकर लोगों को आने वाले परेशानियों को नहीं समझ रहे हैं ।,,,,,,,,,✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️