प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी किसानो के खाते में 2 अगस्त को करेंगे PM किसान सम्मान निधि की अगली किस्त जारी
नई दिल्ली

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी किसानो के खाते में 2 अगस्त को करेंगे PM किसान सम्मान निधि की अगली किस्त जारी
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
देशभर में आयोजित होगा ऐतिहासिक कार्यक्रम, किसानों के परिश्रम को मिलेगा राष्ट्रीय सम्मान
नई दिल्ली / पटना।
देश के करोड़ों अन्नदाताओं के लिए एक और गौरवपूर्ण अवसर सामने आया है। 2 अगस्त 2025 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के अंतर्गत अगली किस्त जारी करेंगे। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता है, बल्कि यह देश के किसानों के त्याग, परिश्रम और समर्पण का प्रतीक है।
राष्ट्र प्रथम, किसान सर्वोपरि”— इस भावना के साथ केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान कल्याण योजनाओं का यह ऐतिहासिक क्षण प्रत्येक किसान के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत है।
यह कार्यक्रम पूरे देश में व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा।
कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs), ICAR संस्थानों, कृषि विश्वविद्यालयों, मंडियों और ग्राम पंचायतों में इसे लाइव प्रसारित किया जाएगा, ताकि प्रत्येक किसान इस राष्ट्रीय आयोजन से जुड़ सके।
(केंद्रीय मंत्री का संदेश)
“मैं भी पटना से इस ऐतिहासिक कार्यक्रम से जुड़ रहा हूं। आप सभी किसान भाई-बहनों से निवेदन है कि इस गौरवपूर्ण क्षण के साक्षी अवश्य बनें। यह केवल धनराशि नहीं, बल्कि आपके परिश्रम को भारत सरकार द्वारा दिया गया सच्चा सम्मान है।”
देशभर से किसान अपने संदेश और भावनाएं इस आयोजन से जोड़ रहे हैं, जिससे यह कार्यक्रम एक राष्ट्रीय एकता और किसान स्वाभिमान के उत्सव में बदल गया है।
क्या है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना?
* इस योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को सालाना (₹6,000) की सहायता तीन किस्तों में दी जाती है।
* अब तक करोड़ों किसानों को लाभ मिल चुका है और पारदर्शिता के साथ राशि सीधे उनके खातों में ट्रांसफर की जाती है।
* यह योजना छोटे और सीमांत किसानों के लिए आर्थिक राहत और स्थायित्व का मजबूत आधार बन चुकी है।
किसानों का योगदान राष्ट्र निर्माण में अमूल्य
प्रधानमंत्री मोदी जी बार-बार कहते हैं कि भारत का भविष्य खेतों की समृद्धि से तय होगा। यह कार्यक्रम सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि उस भावना का प्रतीक है जिसमें किसान को राष्ट्र निर्माता के रूप में सम्मानित किया जा रहा है।
निष्कर्ष:
2 अगस्त का दिन देश के अन्नदाताओं के सम्मान, गर्व और आत्मबल का पर्व बनने जा रहा है। सभी किसान भाई-बहनों से अपील है कि वे इस कार्यक्रम में भाग लेकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं और इस मिशन का हिस्सा बनें।