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स्वच्छता में फिर चमका मध्यप्रदेश, इंदौर बना सुपर स्वच्छ शहर – उज्जैन, भोपाल, बुधनी समेत कई शहरों की शानदार रैंकिंग

जिला भोपाल मध्य प्रदेश

स्वच्छता में फिर चमका मध्यप्रदेश, इंदौर बना सुपर स्वच्छ शहर – उज्जैन, भोपाल, बुधनी समेत कई शहरों की शानदार रैंकिंग

(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)

मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को बधाई, कहा – यह नागरिकों और स्वच्छता कर्मियों की साझी मेहनत का परिणाम

भोपाल, 17 जुलाई।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में मध्यप्रदेश ने एक बार फिर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए पूरे देश में स्वच्छता की मिसाल पेश की है। विभिन्न श्रेणियों में प्रदेश के कई शहरों ने शीर्ष स्थान हासिल किए हैं, जिससे प्रदेश को “भारत का स्वच्छतम राज्य” कहलाने का गौरव प्राप्त हुआ है।

इंदौर ने एक बार फिर इतिहास रचते हुए ‘सुपर स्वच्छ लीग सिटीज’ में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार श्रेष्ठ प्रदर्शन करते आ रहे इंदौर ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रतिबद्ध प्रशासन, जागरूक नागरिकों और समर्पित स्वच्छताकर्मियों के समन्वय से असंभव भी संभव हो सकता है।

उज्जैन को 3 से 10 लाख की जनसंख्या वाले शहरों में देश का सर्वश्रेष्ठ शहर घोषित किया गया है, जो धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी के साथ-साथ अब स्वच्छता का भी प्रतीक बन गई है।

वहीं, 20,000 से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में बुधनी ने देशभर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर प्रदेश का मान और बढ़ाया है।

भोपाल ने देश के सबसे स्वच्छ शहरों की राष्ट्रीय रैंकिंग में दूसरा स्थान प्राप्त कर राज्य की प्रतिष्ठा को और मजबूती दी है। इसके साथ ही जबलपुर, ग्वालियर, और अन्य प्रमुख नगरों ने भी डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, कचरा प्रबंधन, जल स्रोतों की सफाई और ODF++ जैसे मानकों में सराहनीय प्रदर्शन किया।

प्रदेश के इस अभूतपूर्व प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि “स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में मध्यप्रदेश का प्रदर्शन प्रत्येक नागरिक, स्वच्छता मित्र, नगर निकाय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों की सामूहिक मेहनत का परिणाम है। यह गर्व का विषय है कि हमारे शहर अब स्वच्छता में राष्ट्रीय मानक तय कर रहे हैं। मैं समस्त प्रदेशवासियों को बधाई देता हूं।”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आने वाले वर्षों में स्वच्छता के साथ-साथ जल संरक्षण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, हरित विकास और नागरिक भागीदारी पर और अधिक जोर दिया जाएगा, ताकि मध्यप्रदेश आने वाले वर्षों में भी देश का सबसे स्वच्छ राज्य बना रहे।

स्वच्छ भारत मिशन, शहरी विकास एवं आवास विभाग, और भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से घोषित इस रैंकिंग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब नागरिक सहभागिता और प्रशासनिक संकल्प एक साथ होते हैं, तब सफलता सुनिश्चित होती है।

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