नाबालिग छात्रा पर नशे में हमला, पंचायत प्रतिनिधि पर FIR — भूमि विवाद को लेकर हमले की आशंका
थाना माधवनगर जिला कटनी मध्य प्रदेश

नाबालिग छात्रा पर नशे में हमला, पंचायत प्रतिनिधि पर FIR — भूमि विवाद को लेकर हमले की आशंका
(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)
मध्य प्रदेश कटनी जिले के माधवनगर थाना अंतर्गत निवार चौकी क्षेत्र के लखापतेरी गांव में एक नाबालिग छात्रा पर पंचायत प्रतिनिधि द्वारा शराब के नशे में मारपीट करने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़िता कक्षा दसवीं की छात्रा है और घटना के समय अपने भाई के साथ किराना दुकान जा रही थी।
जानकारी के अनुसार, *16 वर्षीय समीक्षा विश्वकर्मा* अपने भाई राहुल के साथ दुकान से सामान लेकर लौट रही थी, तभी गांव के वार्ड क्रमांक 10 के पंच *भूरा आदिवासी* जो शराब के नशे में था, ने रास्ते में उन्हें रोककर गाली-गलौज शुरू कर दी। विवाद बढ़ने पर आरोपी ने डंडे से छात्रा की पिटाई कर दी
जिससे उसे हाथ में चोट आई। भाई किसी तरह भाग निकला, लेकिन डरी-सहमी छात्रा पास ही के *गोपाल बर्मन* के घर में जाकर छिप गई। आरोपी भूरा आदिवासी उसके पीछे-पीछे *बका (चाकू जैसा हथियार)* लेकर पहुंच गया, लेकिन समय रहते लोगों ने उसे रोक लिया।
सूचना मिलने पर डायल 100 पुलिस मौके पर पहुंची और बका को ज़ब्त कर *माधवनगर पुलिस* के हवाले किया गया। 5 जुलाई को *निवार चौकी में FIR दर्ज* की गई है।
घटना के पीछे जमीन विवाद की आशंका
सूत्रों के अनुसार, इस विवाद के पीछे गांव में स्थित शासकीय भूमि का विवाद भी एक बड़ी वजह है। आरोप है कि *ग्राम सरपंच लल्लू दास बैरागी* द्वारा किए गए एक अवैध कब्जे को लेकर ग्रामीणों ने आवाज़ उठाई थी, जिसमें समीक्षा की मां *राधा विश्वकर्मा* भी शामिल थीं।
प्रशासन ने उक्त अवैध कब्जा हटवाया था, जिसके बाद से ही सरपंच व उनके सहयोगी *पीड़िता के परिवार पर दबाव बना रहे थे।*
फरियादी के अनुसार, सरपंच यह धमकी देता रहा कि समीक्षा का घर शासकीय भूमि पर बना है और इसे खाली करना होगा। साथ ही परिवार को *जान से मारने की धमकी* भी दी गई थी।
घटना के बाद पीड़िता समीक्षा और उसकी मां राधा ने सीएसपी नेहा पच्चीसिया से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी दी। अधिकारी ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
नाबालिग और महिला पर हमला गंभीर अपराध
समीक्षा जहां एक नाबालिग है, वहीं वह एक छात्रा भी है। उस पर पंचायत पदाधिकारी द्वारा नशे में किया गया हमला न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि समाज की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करता है।
घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है, और ग्रामीण आरोपियों के खिलाफ *कड़ी कार्रवाई की मांग* कर रहे हैं।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर प्रकरण में कितना तत्पर और निष्पक्ष होकर कार्यवाही करता है, जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।