Breaking Newsअन्य राज्यआगराइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डगोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमहिलामेरठमैनपुरीयुवाराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

कैमोर अदाणी फाउंडेशन ने दो दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम किया गया आयोजित

तहसील कैमरों जिला कटनी मध्य प्रदेश

कैमोर अदाणी फाउंडेशन ने दो दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम किया गया आयोजित

(पढिए जिला कटनी ब्यूरो चीफ ज्योति तिवारी की खास खबर)

मध्य प्रदेश जिला कटनी के अंतर्गत कैमोर अदाणी फाउंडेशन द्वारा जल दिवस 2025 पर किसान व जल उपभोक्ता समूहों हेतू दो दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ भव्य आयोजन। प्रति वर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है

जिसका उद्देश्य पानी के महत्व को समझाना और इसके संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है।

इस वर्ष विश्व जल दिवस की थीम अमूल्य जल; अमूल्य जीवन है

जो जल के संरक्षण की अनिवार्यता को दर्शाती है।

इस अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

विश्व जल दिवस के उपलक्ष्य में अदाणी फाउंडेशन द्वारा बाएफ संस्था के तकनीकी मार्गदर्शन में जल संरक्षण एवं संवर्धन परियोजना मे दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन एसीसी अमेठा सीमेंट वर्क्स के तत्वावधान मे किया गया। इस कार्यक्रम में किसानों को जल का महत्व समझाया गया

गाँव में भ्रमण करवा कर बताया गया कि जल को संरक्षित करने के लिए *रिज टू वैली* पद्धति पर कार्य करने की
आवश्यकता है।

जल संरक्षण कार्यों के अंतर्गत गांव के जलाशयों का गहरीकरण, नालों में संकन बॉक्स निर्माण, चेक डैम का निर्माण, लूजबोल्डर और गेवियन इत्यादि संरचनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत में अदाणी फाउंडेशन की क्लस्टर सीएसआर हेड श्रीमती ऐनेट विश्वास ने अब तक किए गए जल संरक्षण कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भविष्य में जल संकट को रोकने के लिए

हमें और अधिक प्रयास करने होंगे ताकि गांवों की जल समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके।उक्त प्रशिक्षण वाटर फाउंडेशन के श्री राहुल यादव और श्री जितेंद्र कछवा द्वारा दिया गया

जबकि कार्यक्रम का संचालन बायफ परियोजना अधिकारी श्री प्रभात कुशवाहा द्वारा किया गया।

प्रशिक्षको ने किसानों को जल बजट की जानकारी दी कि हमें कितने पानी की आवश्यकता है

इसे कैसे बचाया जा सकता है। उन्होंने किसानों को समूह चर्चा के माध्यम से गांव के विकास की रणनीति समझाई और किसानों ने अपने आदर्श गांव का मॉडल बनाकर प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में भाग लेने वालों मे परियोजना क्षेत्र के सरपंच, पंच, पशु सखी, कृषि सखी प्रगतिशील किसान, जल संरक्षण में कार्य करने वाले राजमिस्त्री और ठेकेदार, नलजल योजना में कार्यरत महिलाएं और पुरुष शामिल थे।

इसके अतिरिक्त सीएसआर मैनेजर श्री पंकज द्विवेदी, इंजीनियर श्री विशाल पटेल, जीतू सिंह, पारसमणि पटेल, बाएफ परियोजना टीम के श्री प्रमोद कुमार, रामेश्वर गुप्ता और महेश लोधी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button
राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़