जिला कलेक्टर ने आदेश जारी जन कल्याण शिविरों के प्राप्त आवेदनों पर जल्द ही करें
सतना जिला मध्य प्रदेश

जिला कलेक्टर ने आदेश जारी जन कल्याण शिविरों के प्राप्त आवेदनों पर जल्द ही करें
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
निराकरण करें-कलेक्टर
समय-सीमा प्रकरणों की बैठक संपन्न
मध्य प्रदेश जिला सतना 6 जनवरी 2025/कलेक्टर #सतना श्री अनुराग वर्मा ने सभी विभागीय अधिकारियों को मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान के शिविरों में प्राप्त आवेदनों का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि सतना टीम के अधिकारियों द्वारा विगत वर्ष में लोकसभा चुनाव, महत्वपूर्ण कार्यक्रमों एवं अभियानों में टीम भावना के साथ बेहतर कार्य किया है।
अब नये वर्ष में नई स्फूर्ति और ऊर्जा के साथ पूर्व से भी बेहतर कार्य करें। सोमवार को समय-सीमा प्रकरणों की संपन्न बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन जन कल्याण अभियान सहित महत्वपूर्ण कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा की।
इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री स्वप्निल वानखडे, सीईओ जिला पंचायत सुश्री संजना जैन, आयुक्त नगर निगम श्री शेर सिंह मीना, अधीक्षण यंत्री विद्युत श्री पीके मिश्रा सहित एसडीएम, सीईओ जनपद, सीएमओ नगरीय निकाय तथा विभाग प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि प्रयास करें कि सीएम हेल्पलाइन में सभी विभाग ए-श्रेणी में रहे। सभी शिकायतों की समय-सीमा होती है और किसी भी शिकायत को अनावश्यक लंबित नहीं रखे।
जिस शिकायत में नियमानुसार कार्यवाही हो सकती है। उनमें प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही समय पर करें।
इसी प्रकार नियमानुसार कार्यवाही नहीं हो सकने वाले आवेदन अथवा अपात्र होने से प्रकरण को क्लोज करें। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में 50 दिवस से अधिक की शिकायतों को अधिकारी व्यक्तिगत रूप से देखें और निराकृत करें।
ऐसी कोई शिकायत नहीं लंबित रहे जिसका निराकरण किया जा सकता हो।
कलेक्टर ने कहा कि जिला ए-ग्रेड से नीचे नहीं रहे। इसके लिए नये साल में नई ऊर्जा और नई स्ट्रेटजी के आधार पर अतिरिक्त प्रयास करें।
दिसम्बर माह की 4419 शिकायतें लंबित हैं। अभी ग्रेडिंग के लिए 13 दिवस का समय है।
इसी प्रकार 50 दिवस से ऊपर की 7500 शिकायतें है। सीएम हेल्पलाइन में एक हजार दिवस की 69 शिकायतें है।
विभाग प्रमुख अधिकारी आवेदनों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर समस्या के आवेदनों का निराकरण कराये।
सीपी ग्राम की शिकायतें भी बढकर 134 हो गई है।
इनका भी प्राथमिकता से निराकरण करायें। मुख्यमंत्री जन कल्याण अभियान के तहत लग रहे
शिविरों और प्राप्त आवेदनों की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि आवेदनों की संख्या बढायें और प्राप्त आवेदनों का समय पर निराकरण करें। आवेदनों के निराकरण की स्थिति की प्रतिदिन की रिपोर्ट भी शेयर करें।
कलेक्टर ने कहा कि अभियान के दौरान किये गये कार्य पोर्टल पर प्रदर्शित भी होने चाहिए।
बैठक में खसरे के आधार लिंंकंग, फार्मर रजिस्ट्री, नक्शे का बटांकन, स्वामित्व योजना, खाद्यान्न का उठाव एवं वितरण, जल निगम के कार्य सहित धरती आबा अभियान की समीक्षा भी की गई।
धरती आबा अभियान के प्रस्तुतिकरण में सीईओ जिला पंचायत संजना जैन ने बताया कि जिले के अनुसूचित जाति, जनजाति बाहुल्य के ग्राम जहां 50 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या है। उन गांवों को धरती आबा अभियान में शामिल किया गया है।
इसमें रामपुर बघेलान जनपद के 122 गांव, मझगवां के 144, उचेहरा के 12, नागौद के 5, सोहावल के 3 गांव शामिल है।
इन गांवों में हितग्राहियों का सर्वे कार्य जारी है। जिनमें से 26 हजार 108 हितग्राही का डेटा संकलित किया गया है।
रामपुर बघेलान और मझगवां केन्द्र शासन की ओर से आकांक्षी विकासखण्ड चयनित है इसलिए अभियान में वहां के गांव अधिक संख्या में शामिल किये गये हैं।
कलेक्टर ने कहा कि अभियान के चयनित गांवों में सर्वे अच्छी तरह से करें ताकि योजनाओं के लाभ के सेचुरेशन के दौरान कोई भी पात्र हितग्राही छूटे नहीं। सभी विभागों के अधिकारी इन गांवों में अपने विभाग की संभाव्यता के अनुसार विकास कार्यों के प्लान तैयार कर जिला पंचायत को प्रस्तुत करें।
धान खरीदी की समीक्षा में बताया गया कि अब तक पंजीकृत किसानों से 3 लाख मेट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी की गई है।
गोदाम स्तरीय खरीदी केन्द्रों में 19 हजार एमटी तथा समिति स्तर के खरीदी केन्द्रों में 35 हजार एमटी धान परिवहन हेतु शेष है। लगभग 706 करोड रूपये मूल्य की धान खरीदी जिले में की गई है।
जिनमें 271 करोड रूपये की राशि का भुगतान किसानों के खाते में जमा हो चुका है।
अब तक 389 करोड के ईपीओ साइन हुए है। नोनगरा में बीओटी का गोदाम दोपहर 12 बजे खुलने और 6 बजे बंद हो जाने की शिकायत पर कलेक्टर ने वेयर हाउसिंग के जिला प्रबंधक आरके शुक्ला को हिदायत दी कि गोदाम प्रातः 9 बजे खुल जाना चाहिए और पर्याप्त श्रमिकों की व्यवस्था भी रखें।
जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा में कार्यपालन यंत्री पीएचई ने बताया कि जनवरी माह के अंत तक कुल 51 पेयजल परियोजनाओं में से 11 परियोजनायें कम्पलीट कर ली जायेगी।