कुम्हारी पंचा. में (सरपंच) के पति,पड़ोसी से पड़ोसी के दीवाल पर भैंस गोबर डालकर नाली से बारिश का पानी रोकवाकर खुलेआम स्वच्छता का कर रहा है अपमान
तहसील अमरपाटन जिला सतना मध्य प्रदेश

*कुम्हारी पंचा. में (सरपंच) के पति,पड़ोसी से पड़ोसी के दीवाल पर भैंस गोबर डालकर नाली से बारिश का पानी रोकवाकर खुलेआम स्वच्छता का कर रहा है अपमान*
(पढ़िए सतना जिला आशीष गुप्ता की खास खबर)
मध्य प्रदेश सतना जिला तहसील अमरपाटन के अंतर्गत ग्राम पंचायत कुम्हारी में (सरपंच) प्रमिला देवी पटेल के पति शंकर दयाल पटेल के द्वारा पड़ोसी पड़ोसी के बीच में झगड़ा करवाया जा रहा है और जो सही है उसे गलत कहा जाता है और जो गलत है उसे सही बनाया जाता है
सरपंच के पति गलत व्यक्ति को पुलिस स्टेशन में फोन लगाकर सही बताया गया है
लेकिन सरपंच के पति जो अपने आप को (न्यायधीश) समझ रहे हैं) उनको समझना चाहिए कि जब गायत्री देवी दाहिया कह रही है कि यह जमीन हमारी है तो उस जमीन की सीमांकन करवा कर अपनी जमीन कह सकती हैं सच यही है
लेकिन बिना सीमांकन किए वह अपनी जमीन नहीं कह सकती है और कई वर्षों से ऐसे चिल्ला रही है सीमांकन करवाएंगे परान्तु आज दिनांक तक सीमांकन नहीं करवा पा रही है और सरपंच के पति के सहमति से जबरदस्ती कह रही है कोई भी आ जाए फिर भी हम ऐसा करेंगे जो करना है तो कर ले अभी तो भैंस का गोबर डाल रही हूं अब तुम्हारे आने जाने का रास्ता भी बंद कर दूंगी इस तरह की दबंगई करवा रहे सरपंच के पति, जबकि हमारे ही रास्ते पर पेड़ पौधे लगाकर कुड़ा कचरा होता है और दूसरे दिन हमारे घर वाले उस रास्ते की साफ-सफाई रोज करते हैं और हमारे रास्ते पर अतिक्रमण भी करके रखी है रंजीत दहिया की पत्नी गायत्री देवी दहिया जो पूर्व में सरपंच भी रह चुकी है फिर भी ऐसे अन्याय हमारे साथ कर रहे हैं
आप स्वयं सोचिए दूसरों के लिए प्रशासन से लड़कर न्याय दिलाने वाला (पत्रकार) आज खुद न्याय की गुहार लगा रहा है तो आप स्वयं सोचिए आम आदमी किस तरह के दर-दर कर ठोकर खाते हुए ऐसे अत्याचारियों के पीछे भटकते होंगे
जी हां आइए जानते हैं पूरा मामला
ग्राम पंचायत कुम्हारी के निवासी (पत्रकार) राजेश साहू के दीवाल पर एवं नरदे नाली में पड़ोसी रंजीत दहिया एवं पत्नी गायत्री देवी दहिया के द्वारा भैंस का गोबर डाला जा रहा है और बारिश का पानी और नरदे नाली को बंद किया जा रहा है सहमत देने वाला वर्तमान सरपंच के पति शंकर दयाल पटेल है
राजेश साहू के द्वारा कई बार मना किया गया और मेरे मम्मी के द्वारा कई बार नरदे नाली से गोबर हटाकर साफ सफाई की गई और पानी निकाला गया फिर भी पड़ोसी रंजीत दहिया की पत्नी गायत्री देवी दहिया मानने के लिए तैयार नहीं हुई, तो
इसी बात को लेकर (पत्रकार) राजेश साहू ने सरपंच सचिव एवं उपसरपंच और पटवारी को जानकारी दी सभी लोग घटनास्थल पर आकर उपस्थित हुए और देखकर उपसरपंच एवं सचिव पटवारी के द्वारा रंजीत दाहिया की पत्नी को कहा गया यह सब गलत है आपको किसी के दीवाल पर भैंस गोबर एवं बरसात का पानी रोकने का अधिकार नहीं है
लेकिन वहीं पर (सरपंच) का पति ने कहा रंजीत दहिया को कि आप सही है और राजेश साहू गलत है और कहां जमीन दीवाल के इस पार नहीं है ऐसा कहकर गुमराह करते हुए उसी के घर पर दरबार किए और अपने घर चले गए
जब पुलिस स्टेशन में राजेश साहू के द्वारा शिकायत की गई तो पुलिस स्टेशन पर भी फोन लगाकर कहा कि राजेश साहू गलत है और रंजीत दहिया की पत्नी सही है अकेले ही फैसला कर रहे हैं चार लोगों की उन्हें जरूरत ही नहीं है
थाना अमरपाटन में भी दो बार शिकायत की गई लेकिन (सरपंच) के कहने अनुसार अमरपाटन थाना प्रभारी एवं कुम्हारी पंचायत के बीट प्रभारी के द्वारा कहा गया की पुलिस गोबर उठाने के लिए नहीं है और गोबर हटवाने के लिए नहीं है और इतना कहकर फोन काट दिया गया
आप स्वयं सोचिए जनता की रक्षा करने वाले पुलिसकर्मियों को क्या ऐसा जवाब देना चाहिए वो भी एक पत्रकार को
(सभी ग्रामीण न्याय चाहिए)
ऐसे अत्याचारी सरपंच के पति पर क्या कार्यवाही होनी चाहिए जो अपने आप को (न्यायाधीश) समझ तो रहे हैं लेकिन है नहीं आप सभी ग्रामीण वासियों से हाथ जोड़कर गुजारिश है कि अपना अपना सोच विचार कर खुद ही न्याय करें
(जवाब दें सही है या गलत) और दूसरी खबर आने का इंतजार करें