*निर्मल नीर से दूर हुआ ग्रामीणों का जल संकट*
शहडोल जिला मध्यप्रदेश

खुशियों की दास्तां
निर्मल नीर से दूर हुआ ग्रामीणों का जल संकट
रिपोर्टर – चंद्रभान सिंह राठौर (संभागीय ब्यूरो चीफ)
शहडोल 25 नवंबर 2022/
“जल ही जीवन है” यह जीवन का सत्यता है इसे झुठलाया नहीं जा सकता है। कवि रहीम ने कहा है कि “रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून, पानी गए न ऊबरे मोती मानुष चून” जल का महत्व इसी कहावत से समझा जा सकता है और मानवीय जीवन का आधार पंच तत्व है, जिसमें जल सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। मानव के जीवन में जल का संकट सभी संकटों से बढ़कर होता है। इसी तारतम्य में मध्यप्रदेश शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित मनरेगा योजना मील का पत्थर साबित हो रही है, जिसके अंतर्गत ग्राम पंचायतों में निर्मल नीर बनाकर लोगों का जल संकट दूर किया जा रहा है। इस का उत्कृष्ट उदाहरण शहडोल जिले के जनपद पंचायत ब्यौहारी के ग्राम पंचायत बनासी में देखने को मिलता है।
ग्राम पंचायत बनासी की ग्रामीण जनता को गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या से बहुत ही ज्यादा संकट से पीने का पानी उपलब्ध नहीं हो पाता था। इस समस्या की जानकारी जिला प्रशासन को ग्राम पंचायत बनासी के ग्रामीणों द्वारा दिया गया। जिस पर बनासी में पानी की समस्या दूर करने के लिए प्रस्ताव रखा गया तथा 4.70 लाख की लागत से मनरेगा योजना के अंतर्गत निर्मल नीर का निर्माण कराए जाने का ग्राम सभा में सहमति दी गई। जिसके पश्चात निर्मल नीर का निर्माण किया गया तथा सभी ग्रामीण जनों साफ एवं स्वच्छ पेयजल गर्मियों के मौसम में भी प्राप्त होने लगा तथा पेयजल समस्या दूर हो गई। ग्राम बनासी के ग्रामीणों ने मनरेगा योजना को वरदान कहा।
ग्राम पंचायत बनासी के ग्रामीणों ने निर्मल नीर बन जाने के कारण स्वच्छ पेयजल व्यवस्था होने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कलेक्टर वंदना वैद्य, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हिमांशु चंद्र एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ब्योहारी प्रेरणा सिंह को धन्यवाद ज्ञापित किया।