*एक ही मुद्दा पर बारम्बार हो रहे आन्दोलन, नहीं मिलता किसान – मजदूरों को न्याय — जुगुल राठौर*
अनुपपुर जिला मध्यप्रदेश

एक ही मुद्दा पर बारम्बार हो रहे आन्दोलन, नहीं मिलता किसान – मजदूरों को न्याय — जुगुल राठौर
रिपोर्टर – संभागीय ब्यूरो चीफ के साथ विकास सिंह राठौर
जैतहरी/संयुक्त ठेकेदारी मजदूर यूनियन सीटू, मध्य प्रदेश किसान सभा एवं जनवादी महिला समिति के आह्वान पर दिनांक 19 अक्टूबर 2022 को बस स्टैंड जैतहरी में आम सभा आयोजित कर तहसील कार्यालय जैतहरी के समक्ष धरना प्रदर्शन कर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन देते हुए यूनियन के अध्यक्ष कामरेड जुगल किशोर राठौर ने कहा कि विगत 12 वर्षों से एक ही मुद्दा को लेकर कि, मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रभावित खातेदारों,अतिक्रामको एवं अन्य काश्तकारों को पुनर्वास के शर्तों के अनुसार नौकरी एवं कार्यरत मजदूरों को सातवां वेतन आयोग की सिफारिश को लागू किए जाने की मांग की जा रही है किंतु जिला प्रशासन एवं मध्य प्रदेश सरकार तथा कंपनी प्रबंधन के मिलीभगत एवं सांठगांठ के कारण किसान एवं मजदूरों को कानूनी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जिसके कारण किसान एवं मजदूर लगातार विगत 12 वर्ष से संघर्ष कर रहा है और उसकी मांगों को अनसुनी की जा रही है। यह लोकतंत्र को कमजोर एवं बदनाम करने की साज़िश है जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा की जिला एवं संभाग में कोयला आधारित सरकारी पावर प्लांट में सातवां वेतन आयोग का सिफारिश लागू है, किंतु कारण क्या है कि वही कोयला आधारित पावर प्लांट मोजर बेयर पावर प्लांट में सातवां वेतन आयोग की सिफारिश को लागू करवाए जाने के लिए मजदूरों को बारंबार आंदोलन करने की जरूरत पड़ रहे हैं किंतु मजदूर की बात को अनसुनी की जा रही है। मोजर बेयर पावर प्लांट के हठ धर्मी प्रबंधन के द्वारा मजदूरों से गुलामों की तरह व्यवहार की जा रही है। काम करने के वक्त मजदूरों को आए चोट का इलाज भी प्रबंधन के द्वारा नहीं करवाई जाती है ।
उन्होंने कहा कि सीएसआर की राशि से गांव एवं शहरों में बिजली, पानी,शिक्षा,चिकित्सा एवं सड़क का व्यवस्था किए जाने का प्रावधान है, किंतु मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रबंधन सीएसआर की राशि में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार कर गांव एवं शहरों का विकास में बाधक बनकर रह गया है। सरकार जिला प्रशासन एवं मोजर बेयर पावर प्लांट के प्रबंधन की मिलीभगत के कारण पावर प्लांट के आसपास बसे गांवों एवं शहरों को मात्र धूल एवं डस्ट के अलावा विकास के नाम पर कुछ भी नहीं मिल रही है ।
उन्होंने ज्ञापन में चेतावनी देते हुए कहा कि 15 दिवस के अंदर मांगों पर विचार नहीं किया जाता तो आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने के लिए किसान एवं मजदूर बाध्य होंगे।
आमसभा की अध्यक्षता सविता यादव ने किया और आम सभा को मोती लाल रजक,पार्वती राठौर, ओम प्रकाश, सहसराम चौधरी, भगवान दास, रमेश सिंह सहित कई वक्ता गणों ने संबोधित किया एवं मंच का संचालन मध्य प्रदेश किसान सभा के नेता कामरेड ललन सिंह ने किया।
आंदोलनकारियों द्वारा मनरेगा में 300 दिन के काम की मांग एवं मजदूरों को 500 रुपए प्रतिदिन मजदूरी, अनूपपुर जिला के सभी रेलवे स्टेशन में पूर्व की भांति रेल का स्टॉपेज दिए जाने, सरकारी विभागों में रिक्त पदों की भर्ती, महंगाई पर रोक लगाए जाने, भ्रष्टाचार पर रोक लगाए जाने के गगनभेदी नारे लगाए गए।