*अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने कहा कि नशा समाज एवं परिवार के लिए हानिकारक है*
शहडोल जिला मध्यप्रदेश

नशा परिवार एवं समाज के लिए हानिकारक – अपर कलेक्टर
प्रशासन और समाज मिल कर जिले को बनाएंगे नशामुक्त – अपर कलेक्टर
अपर कलेक्टर ने दिलाई मध्यप्रदेश को नशामुक्त बनाने की शपथ
रिपोर्टर – (संभागीय ब्यूरो चीफ) चंद्रभान सिंह राठौर
शहडोल/06 अक्टूबर 2022/
अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने कहा कि नशा समाज एवं परिवार के लिए हानिकारक है। नशामुक्ति के पवित्र महायज्ञ में सभी लोग सहभागिता निभाकर जिलों को नशामुक्त बनाएं। शहडोल जिला भावनाशील, धर्मपरायण और परम्पराओं में विश्वास रखने वाला जिला है। नागरिकों की जिंदगी को बनाना और उनके जीवन को बचाना, शासन – प्रशासन एवं नशा मुक्ति हेतु चयनित संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा समाज कार्य स्नातक परामर्शदाता के सदस्यों की जिम्मेदारी है। नशा करने से शरीर, मन, बुद्धि और परिवार सभी को नुकसान होता है। नशे के जाल में फँसने वाले का जीवन तबाह और बरबाद हो जाता है। समाज को नशामुक्त बनाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। आज अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा नशा मुक्ति अभियान की समीक्षा बैठक में नशा मुक्ति हेतु चयनित संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं समाजिक स्नातक परामर्शदाता के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में अपर कलेक्टर अर्पित वर्मा ने सभी को नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलाई। बैठक में पर कलेक्टर ने कहा कि नशा मुक्ति हेतु जन अभियान परिषद शहडोल का विशेष योगदान एवं महत्व है। सभी जिला एवं ब्लॉक कोऑर्डिनेटर जिले एवं जनपद में समन्वय स्थापित करते हुए नशा मुक्ति अभियान चलाएं। नशा मुक्ति हेतु सार्वजनिक एवं दृष्टव्य स्थानों पर नारांकन तथा नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर लोगों को नशा मुक्ति हेतु जागरूक एवं प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि नशे को शान समझ कर अपनाने वाला व्यक्ति आगे चल कर नशा लेने के लिए मजबूर हो जाता है। शासन एवं प्रशासन के साथ माता – पिता की जिम्मेदारी भी है कि वे बच्चों को ऐसा वातावरण दें, जिससे वे नशे की ओर जाएँ ही नहीं।
बैठक में इस दौरान अपर कलेक्टर ने नशा मुक्ति हेतु चयनित संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं समाज का स्नातक परामर्शदाता के सदस्यों से नशामुक्ति अभियान पर चर्चा कर सुझाव भी मांगे। जिस पर समितियों के सदस्यों ने अपने अपने सुझाव अपर कलेक्टर के समक्ष रखें।
बैठक में उप संचालक, समाजिक न्याय और नि:शक्त जन कल्याण शिवेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि नशामुक्ति के लिए शुरू किए गए राज्यव्यापी अभियान में स्वैच्छिक संगठनों, धर्मगुरूओं सहित सभी वर्गों की सक्रियता बढ़ा कर जन – सहभागिता को प्रोत्साहित किया जा रहा है। शहर और गाँवों में वातावरण निर्माण के लिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम, रैलियाँ और मानव श्रंखलाएँ बनाई जाएगी। साथ ही स्कूल कॉलेजों में नुक्कड़ नाटक और विभिन्न प्रतियोगिताएँ भी होंगी। नशामुक्त ग्राम पंचायत को एक लाख रूपए के सम्मान की व्यवस्था है। अभियान में नशाग्रस्त व्यक्ति के प्रारंभिक लक्षणों के प्रति आमजन को जागरूक करने और लोगों को नशामुक्त बनाने के लिए गतिविधियाँ संचालित की जाएँगी। अभियान में परिवारों को नशामुक्त रखने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
इस दौरान समन्वयक जन अभियान परिषद विवेक कुमार पांडेय ने बताया कि जिले में 2 अक्टूबर 2022 से नशा मुक्ति अभियान प्रारंभ किया जा चुका है, जिसके अंतर्गत जिले के विभिन्न स्थानों में नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न गांवों में चौपाल भी लगाए जा चुके हैं तथा लोगों को नशा मुक्ति अभियान के प्रति जागरूक किया जा रहा है और यह कार्य अनवरत जारी रहेगा। बैठक में उन्होंने यह भी जानकारी दी कि नवांकुर योजना के तहत जो संस्थान अच्छा कार्य करेगा, उन संस्थानों को अगले वर्ष नहीं बदला जाएगा। वह संस्थान यथावत रहेंगे तथा जो संस्थान अच्छा कार्य नहीं करेगा, उसे शासन द्वारा बदला जाएगा।
बैठक में ब्लॉक समन्वयक गोहपारू आलोक कुमार, जयसिंहनगर रितिक दास मिश्रा, नशा मुक्ति हेतु चयनित संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं समाज का स्नातक परामर्शदाता के सदस्य एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश चतुर्वेदी, राजेश द्विवेदी, राज तिवारी एवं कल्याणी बाजपेई सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।




