*मुसाफिरखाना में सड़क हुई भैंसों का तबेला आए दिन होती है इस सड़क पर दुर्घटनाएं और प्रशासन भी बैठा है मौन*
तहसील मुसाफिरखाना जिला अमेठी उत्तर प्रदेश

*मुसाफिरखाना में सड़क हुई भैंसों का तबेला आए दिन होती है इस सड़क पर दुर्घटनाएं और प्रशासन भी बैठा है मौन*
(पढ़िए तहसील मुसाफिरखाना से संवाददाता अंकित अग्रवाल की रिपोर्ट)
उत्तर प्रदेश जिला अमेठी के अंतर्गत तहसील मुसाफिरखाना – प्रदेश सरकार की गड्ढा मुक्त सड़क की सच्चाई देखना हो तो वारिसगंज कस्बा आइए
तहसील मुसाफिरखाना के अंतर्गत वारिसगंज कस्बा से जामों मार्ग को जाने वाली पक्की सड़क जों गड्ढे में तब्दील हो चुकी है बारिश के चलते गड्ढों में पानी भरा हुआ है जो तालाब के शक्ल में दिख रहा है जिसमे जाने वालो को गहराई का अंदाजा नहीं लगा पाते ओर चोटिल होकर गिर जाते है वा कभी-कभी बड़े वाहन भी फस जाते हैं इस मार्ग पर रोजाना दो हजार से तीन हजार लोगों का आना जाना रहता है
फिर भी अफसरों तक आम आदमी की समस्या नहीं पहुंच रही जिम्मेदार पूरी तरह खामोश है या मार्ग कहने को सिर्फ पक्की सड़क है सड़क पर सिर्फ़ नुकीले पत्थर और बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिसमें बरसात में पानी भरने से आवागमन मे काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है इस सड़क को सपा सरकार में बनाया गया था लेकिन कमीशन खोरी के चलते इस पर मौजूदा सरकार ने इस पर ध्यान भी नहीं दिया जों समस्या जस की तस बनी है
मुख्यमंत्री योगी ने 15 सितंबर 2021 से 15 नवंबर 2021 तक 3 महीने का सड़क गड्ढा मुक्त अभियान चलाया था सड़क वहीं हाल में बनी है