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*आखिर कब तक होगी ऐसी घटनाएं, किसकी गलती और कमी से हो रही हैं घटनाएं*

अनुपपूर जिला मध्य प्रदेश

आखिर कब तक होगी ऐसी घटनाएं, किसकी गलती और कमी से हो रही हैं घटनाएं

टूरिस्ट बस बैहार घाट में पलटी घायलो को अस्पताल में कराया गया भर्ती

रिपोर्टर :- संभागीय ब्यूरो चीफ

अनूपपुर/जैतहरी

राजेन्दगाम जैतहरी रोड के बीच बैहार घाट मे 11 नवंबर 2021 की दोपहर एक टूरिस्ट बस डी,एल,1 VC 2653 राजेन्द्रग्राम से जैतहरी की ओर आते समय पलट गई जिसमें सवार 12 से 15 लोगों को चोटें आई हैं जिन्हें एंबुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैतहरी में भर्ती कराया गया है घटना की सूचना पर जैतहरी पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है।

किसकी गलती से हो रही है घटनाएं

इस तरह की घटनाएं कई बार घटित हो चुकी हैं सवाल यह उठता है कि आखिर किसकी गलती से या घटना घटित हो रही हैं और जिला प्रशासन मुख दर्शन हो कर क्यों बैठी है तो वहीं दूसरी ओर प्रतिनिधि और नेताओं द्वारा क्या किया जा रहा है देखना और जानना जरूरी है।

पुष्पराजगढ़ विधायक ने किया दिखावा

कुछ माह पहले पुष्पराजगढ़ विधायक ने जनता को आकर्षित करने के लिए और अपनी कमियों को छुपाने के लिए अनशन में बैठने का ढोंग किया। आपको बता दें कि यदि अनशन में बैठना ही था तो फिर अनशन को वापस क्यों लिया गया क्योंकि अनशन में बैठना मतलब जनता के लिए न्याय और अपनी मांगों को पूरी कर आना है आखिर अधूरे में इनके द्वारा ऐसा क्यों किया गया प्रश्न चिन्ह उठना लाजमी है??

जिला प्रशासन बना मूकदर्शन

जिले में लगातार अधिकारियों के तबादले तो हुए पर भ्रष्टाचार और कार्य वहीं का वहीं रह गया। घाट मार्ग जिले में एक ऐसी समस्या है जिसके निदान के लिए जनमानस और प्रतिनिधि समेत सभी को अपना सहयोग देना चाहिए पर यहां सब अपना-अपना पढ़ रहा झाड़ कर अपनी – अपनी झोली भरने में लगे हुए हैं। बात यहीं नहीं थमता बल्कि ज्ञापन और मांगों को दरकिनार कर अवरोध मार्ग को पूर्ण करने में समय बढ़ाया ही जाता रहा है।

आपको बता दें कि ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है ऐसे ही कई घटनाएं इस नए मार्ग पर हो चुकी हैं बल्कि यह कहा जाए कि यह एक चलने वाली मार्ग नहीं है यह एक खूनी दरिया बन चुकी है जिसे खून और गरीब नागरिकों के परिवार के साथ खेलने का एक नशा सा लगा हुआ है। इसकी संपूर्ण गलती और जिम्मेवारी मानी जाए तो नागरिकों का कहना है की यह झूठे साथ निभाने के चादर ओढ़े हुए बेईमान नेता और भ्रष्टाचार जिला प्रशासन है जिसे कारण ऐसी घटनाएं आए दिन निरंतर होती रही हैं।

आखिर कब तक होगा निर्माण कार्य

यह बहुत बड़ा सवाल सामने यहां खड़ा होता है की किरण घाट का विरोध मार्ग आखिर कब तक पूर्ण होगा और कैसे पूर्ण होगा और इसे कौन पूर्ण कराएगा यह भी एक बड़ा सवाल जिला प्रशासन और नेताओं के सामने नागरिकों ने खड़ा कर रखा है।यदि यह अवरुद्ध मार्ग जल्द ही पूर्ण नहीं हुआ और ऐसी दुर्घटनाएं नए मार्ग पर नहीं रुकी तो जिला प्रशासन और नेताओं को बदनामी के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।

भ्रष्टाचार कि भेंट चढ़ी किरर मार्ग, व्यापार में हो रही हानियां

नागरिकों और सूत्रों का कहना है कि किधर घाट भ्रष्टाचारियों के भेंट चढ़ गई। इसको पता लगाने में जिला प्रशासन और नेताओं के द्वारा कोई फूर्ती नहीं दिखाई गई। नहीं मार को बनवाने में फुर्तीला बना जा रहा है। जब से किरण घाट मार्ग अवरुद्ध हुआ है तब से यातायात व्यवस्था तो रुकी ही बल्कि व्यापार में भी व्यापारियों के साथ ही सरकार को भी बड़ी मुश्किल और नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रही है।

जहां जल्दी से आमजन और व्यापारियों को सुविधा का लाभ मिलता था वही अब सत्ता लग जाने के बाद भी उन्हें उम्मीद नहीं रहती की वह सुविधा का लाभ उन्हें मिल पाएगा या नहीं। इसके अलावा उन्हें दोगने लागत में व्यापार के लिए साधन मंगाना पड़ता है इससे उनके साथ ही सरकार को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

झूठे हुवे नेताओं के वादे

किरर घाट मार्ग अवरुद्ध होने के बाद कई नेता और प्रशासनिक अमला द्वारा इसे जल्द पूर्ण करने के लिए वादे और बातें की गई पर सभी झूठे निकले। क्योंकि इनोवा दो और इन बातों को सेटलमेंट और सांठ – गांठ की दीवार तोड़ कर रख चुकी है।

सूत्रों और नागरिकों की माने तो यह अवरुद्ध मार्ग एक निर्माण कार्य नहीं बल्कि कई लोगों के जेब भरने का साधन जरूर बन गई है। नागरिकों की असुविधा और सुविधा को ध्यान में रखना तो दूर बल्कि अपनी सुविधाओं पर ज्यादा ध्यान देने में सभी लगे हुए हैं।

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