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*वनांचल क्षेत्र के किसानों ने नायब तहसीलदार पर मनमानी तरीके से जमीन बंटवारा को लेकर कलेक्टर से किए शिकायत किए*

तहसील भरतपुर जिला कोरिया छत्तीसगढ़

*वनांचल क्षेत्र के किसानों ने नायब तहसीलदार पर मनमानी तरीके से जमीन बंटवारा को लेकर कलेक्टर से किए शिकायत किए*

छत्तीसगढ़ कोरिया जिला तहसील भरतपुर उपतहसील कोटाडोल अंतर्गत ग्राम सोनवाही के ग्रामीण किसानों ने जमीन के गलत बंटवारे को लेकर और बिना सूचना दिए गए बंटवारे को लेकर कलेक्टर से की लिखित शिकायत की ग्रामीणों द्वारा जहां लिखित शिकायत में बताया गया कि ग्राम सोनवाही की भूमि स्वामी श्री लक्ष्मण यादव पिता श्री भारत यादव 2 रामनाथ यादव पिता श्री रामसुन्दर यादव 3 रामप्रसाद पिता रामदास यादव 4 रामलखन पिता बोडई यादव तथा 5 जगदीश यादव पिता सुफल यादव 6 रामचरित्र यादव पिता सुफल यादव है।
जगदीश यादव और रामचरित्र यादव दोनों एक ही पिता के सन्तान है।

नायब तहसीलदार नजूल भूमि स्वामियों का नामांतरण दर्ज करने हेतु बिना किसी कृषक को सूचना दिए मनमाने तरीके से एक ही पिता के दो पुत्रों को अलग-अलग बंटवारा करने के निर्देश दिए है।


नायब तहसीलदार द्वारा पटवारी हल्का को आदेश करने पर पटवारी बसंत मरावी द्वारा अपने क्वार्टर में बंद कर फर्जी नामान्तरण कर दिया है।नायब तहसीलदार द्वारा जारी बटवारा आदेश में केवल अनावेदक जगदीश यादव तथा इसका पुत्र गंगाराम यादव गवाह है। जो सरासर फर्जी है। ग्राम सोनवाही में लगभग 200 की आवदी ग्राम है। और एक भी ग्रामीण का हस्ताक्षर नहीं है

।नायब तहसीलदार कार्यपालिक दण्डाधिकारी के पद की गरिमा को बनाने में असमर्थ साबित हुए और दिना विचार विमर्श किए व दोनों पक्षों को सुने बगैर एक तरफा नामान्तरण बंटवारा करने का आदेश दिए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि -नायब तहसीलदार कोटाडोल किसानों के प्रति कितना वफादार है। या फर्जी करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

नायब तहसीलदार न तो कोई नोटिस जारी किए है और न ही कोई हस्ताक्षर जारी किए है। सरासर गोपरीय तरीके से यह कार्यवाही किये है जैसे जगदीश यादव से किसी प्रकार पारितोषिक लाभ प्राप्त किए हों।

नायब तहसीलदार कोटाडोल दवारा वशावती नहीं बनाया गया है और नहीं अपने आदेश में किसी कर्मचारी को वंशावली बनाने का आदेश दिए हैं। जब कि जमीन बंटवारा हमेशा वंशावली के आधार पर होता है और सार्वजनिक जगह में चस्पा किया जाता है। नायब तहसीलदार कोटाडोल स्वयं बंटवारा के लिए आदेश करते हैं और खुद नामांतरण को स्वीकृत करते हैं

जब कि पटवारी द्वारा नामान्तरण पंजी में नामान्तरण दर्ज होने पर ग्राम पंचायत से एक प्रति भेजी जाती है। और ग्राम पंचायत उसे ग्राम सभा में वाचन करने के बाद प्रस्ताव पारित करके पटवारी हल्का को प्रतिवेदन प्रस्तुतः करते हैं परन्तु ऐसा नहीं किया गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नायब तहसीलदार अपने कर्तव्य के प्रति कितना वफादार है।
जगदीश यादव अपनी पत्नी पुतली बाई जो पेशे से आंगन बाड़ी कार्यकर्ता है।

उनके मायके के जमीन में फर्जी तरीके से नाम दर्ज करवा लिया था। जब जमीन मालिक गंगाराम पिता शिवप्रसाद और सुभरन यादव पिता वंशधारी द्वारा सत्यता की जाँच करवाया तो 30 वर्ष पहले मृतक शिवप्रसाद का फर्जी हस्ताक्षर किया गया तथा जब इस बात पर नायब तहसीलदार कोटाडोल के समक्ष बात रखी गई तो वे जगदीश यादव का पक्ष लेते हुए बोले कि गलत हुआ पर कोई बात नहीं। जहां जगदीश यादव नायब तहसीलदार से सांठ-गाँठ बनाकर आए दिन जमीन का हेरा-फेरी करते रहते हैं, उसपर अंकुश लगाया जावे हमारी मांग शासन प्रशासन से है ताकि वनांचल के किसानों की भूमि बचा रहे।

किसानों ने यह मांग की है कि जो भी बंटवारा नायब तहसीलदार आदेश पारित करते है। उसे संबंधित ग्राम पंचायत के माध्यम से किसानों को सूचना दिलाने की कृपा करें।बिना दोनों पक्षों को नोटिस भेजकर बुलाकर सूना जावे यही हमारी मांग है।नायब तहसीलदार बिना वंशवृक्ष / वंशावली तैयार किए बंटवारा करा देते हैं। उस पर रोक लगाने की कृपा करें।जो वंशावली नायब तहसीलदार द्वारा बनवाया जाता है उसका एक प्रति ग्राम पंचायत में भेजवाकर ग्राम सभा में पढ़वाकर सुनाने का अवसर प्रदान हो।

*कोरिया जिला से ब्यूरो चीफ रामकृपाल प्रजापति की रिपोर्ट*

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