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*गली-गली बिक रही अवैध शराब, स्थानी पुलिस की भूमिका संदिग्ध, उग आये अवैध मयखाने*

अनुपपुर जिला मध्यप्रदेश

3 सरकारी, सैकड़ों अवैध पैकारी,अवैध शराब बिजुरी के लिए बनी घातक बीमारी

गली-गली बिक रही अवैध शराब, स्थानी पुलिस की भूमिका संदिग्ध, उग आये अवैध मयखाने

इंट्रो:- अनूपपुर जिले के अंतिम छोर में बसे कोयलांचल क्षेत्र बिजुरी में सिंह एवं सुनील के सह पर अपने गुर्गे बिजुरी नगर व आसपास के सटे गांव में लगाकर अवैध पैकारी कर नगर में कलह का माहौल बना दिया गया है युवा पीढ़ी को नशे के दलदल में ढकेल कर अपने जेब भरने में लगे है और शराब के नशे में आए दिन लोगो के घरों में कलह व लड़ाई झगड़ा होते रहता है इन दिनों बिजुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर कालोनियो गांव व बिजुरी क्षेत्र से सटे छोटे बड़े गांव में दवाई भले ही न मिले लेकिन शराब आसानी से मिल जाती है बात करें तो इन दिनों नगर में गली गली शराब की अवैध पैकारी मैक्स,बोलेरो,ओमनी के जरिए नगर में शराब की खेप पहुंचाई जा रही है।

संभागीय ब्यूरो चीफ चन्द्रभान सिंह राठौर कि कलम से

अनूपपुर/बिजुरी

कोयलांचल क्षेत्र बिजुरी इन दिनों शराब के लिए अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है, नगरो में संचालित होटल चाहे छोटा हो या बड़ा, दुकान किराने की हो या जरनल स्टोर, हर गली मोहल्ले में शराब आसानी से मिल जाती है। वहीं शाम होते ही नगर व आसपास के सभी ढाबे अहाते में तब्दील हो जाते हैं, देशी हो या विदेशी हर प्रकार की शराब ढाबो में सरकारी कीमतों से कुछ ज्यादा पैसों में मिल जाती है। नगर की लायसेंसी शराब दुकानों द्वारा अपने चार पहिया वाहनों से शराब की आपूर्ति की जाती है जिसकी पूरी सूचना स्थानीय पुलिस समेत जिला के मुखिया को भी होती है।

पैकारी का मायाजाल

जिले के विभिन्न क्षेत्रों के शराब ठेकेदार एक ही नीति के तहत अपने इस कारोबार को बढ़ाते हैं जिसका प्रथम सिंद्धांत होता है अधिकारियों का मैनेजमेंट जिसके लिए दलाल तैनात किये जाते हैं और उनका काम होता है आबकारी विभाग तक उनका हिस्सा पहुंचाना। जिसके लिए शराब ठेकेदार ने अपना आदमी जिला मुख्यालय तक में नियुक्त कर रखे हैं। यह सिलसिला यहीं नहीं थमता, इसके बाद बारी आती है पुलिस मेनेजमेंट की। जिसके लिये लोकल थानों की बोली लगाई जाती है, बोली कम से कम छ: अंको पर आधारित हो डील पक्की कर यह निर्धारित किया जाता है कि शराब ठेकेदार कागजी कार्यवाही पुख्ता करने के लिए हर माह एक से दो केस थाने आकर बनवाएंगे। ताकी इस अवैध कारोबार के दाग थानेदार की वर्दी पर न लगे। डील पक्की हो जाने के बाद थानेदार साहेब ढाबों और पैकारी को सुरक्षा मुहैया कराते हैं।

मनेंद्रगढ़ पहुंच रही शराब के खेप

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश भर में शराब पर पाबंदी लगा दी गई है जिसका फायदा उठाते हुए कम दामों में शराब सीमा से लगे बिजुरी थाना क्षेत्र से सरगुजा जिले में भेजी जाती है। समय-समय पर काली फिल्म लगे चार पहिया वाहनों से सैकड़ो लीटर शराब मनेन्द्रगढ़ तक पहुंचाई जाती है। यही कारण रहा की बिजुरी में संचालित शराब दुकान का ठेका अन्य क्षेत्रो की तुलना में महंगा होता है।

पैकारी में बिजुरी अव्वल

कोयलांचल के बिजुरी क्षेत्र छत्तीसगढ़ सीमा से लगे हुए हैं। जहां से दिन के उजाले और रात के अंधेरे में बेखौफ़ हो आसानी से छत्तीसगढ़ तक पहुंचाई जाती है। यही नहीं आसपास का ऐसा कोई भी गांव इनसे अछूता नहीं है, जहां दुकानों में प्रचुर मात्रा में शराब उपलब्ध न हो। बिजुरी में शाम होते ही बुलेरो में पेटियां लोड करके आसपास के ग्रामीणों क्षेत्रों में(कोठी,बहेराबांध,भक्ता, भावनिहा,थानगांव,मौहरी, जलसार,निगवानी,लोहसर,दलदल,मोहाड़ादफाई,उर्जानगर,पंडरीपानी,माइनस,डबलस्टोरी,स्टॉप तिराहा में लगभग सैकड़ो दुकाने संचालित है)शराब पहुंचाई जाती है, वहीं कपिलधारा स्थित शराब दुकान से कोलमाइंस के वार्डों में बाइक व बुलेरो के माध्यम से सुबह-शाम खुलेआम शराब की आपूर्ति की जाती है। बिजुरी का आलम यह है, बिजुरी में पैकारी के आंकड़े अगर सैकड़े के हैं साथ ही कथित जयसवाल व सिंंह दोनों मैनेजरों का काम ही शराब की पैकारी कराना बन चुका है।

इनका कहना है

मेरे द्वारा लगातार प्रतिदिन कार्यवाही करवाई जा रही है कार्यवाही अभी भी जारी है जो जानकारी आप के माध्यम से संज्ञान में आई है उस पर भी कार्यवाही की जाएगी।

राकेश कुमार उईके
थाना प्रभारी बिजुरी

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