*बांधवगढ़ में बाघिन के शिकारियों का नही लगा सुराग मामले को छुपाने में पूरी तरह जुटा बांधवगढ़ प्रबंधन*
उमारिया जिला मध्यप्रदेश

बांधवगढ़ में बाघिन के शिकारियों का नही लगा सुराग मामले को छुपाने में पूरी तरह जुटा बांधवगढ़ प्रबंधन
संभागीय ब्यूरो चीफ चन्द्रभान सिंह राठौर कि खास रिपोर्ट
उमरिया – मानपुर / विधानसभा क्षेत्र के विश्वविख्यात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क में आये दिन शिकारियों द्वारा किये जा रहे जंगली जानवरों सहित टाइगरों के शिकार से प्रबंधन पर्दा उठाने में नाकाम साबित हो रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण के तौर पर देखा जाए तो धमोखर रेंज अन्तर्गत मादा बाघ एवं उसके दो शावकों की छत विछत लाश विभाग द्वारा एक सांथ बरामद किया गया था जिसकी जांच अभी पूरी नही हुई और बीच मे भी करीब आधा दर्जन बाघों की मौत व लापता की जांच अभी लंबित फाइलें पडी हुई है और हाल ही में यह मानपुर बफर जोन के बड़खेरा बीट के जंगल में बाघिन के शिकार का गंभीर मामला सामने आ गया इससे यह साबित होता है कि बांधवगढ़ के निष्क्रिय प्रबंधन के उदासीन रवैया के चलते क्षेत्र में शिकारी सक्रिय हो उठे हैं उक्त तमाम गंभीर मामले नीचे से लेकर ऊपर तक बैठे आकाओं को भी सम्बंधित सम्पूर्ण मामले की विधिवत जानकारी है लेकिन फिर भी पता नहीं एसी कौन सी मजबूरी सामने आ पड़ती है जिस कारण रहीम पर रहम बरसाया जा रहा है और धीरे धीरे बाघों की नगरी बांधवगढ़ को बाघ विहीन करने में प्रबंधन अपनी पूरी ताकत के सांथ जुटा हुआ है
शिकारियों ने बड़े ही शातिर अंदाज से किया बाघिन का शिकार
हाल ही में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर वफर जोन अंतर्गत बड़खेरा बीट में गांव से लगे जंगल मे एक बाघिन का छत विछत हालात में लाश बरामद की जानकारी प्राप्त हुई सांथ ही विशेष जनो से पता चला कि लाश से महत्वपूर्ण अंग गायब थे इतना ही नही शिकारियों द्वारा शिकार की गई बाघिन की लाश छिपाने के लिए बकायदा आस पास की झाड़ियों को काट कर लाश के ऊपर डाल दिया गया था नाम न उजागर करने की शर्त पर कुछ स्थानीय लोगों ने बाघिन के शव को देखते हुए अपने अनुमान लगाते हुए बताये की उक्त शिकारी गण कोई साधारण व्यक्ति नही हैं बल्कि मंजे हुए अनुभवी जंगल के खिलाड़ी हो सकते हैं जिनके द्वारा बाघिन का शिकार कर महत्वपुर्ण अंग तो निकाल लिया गया बाद पश्चात बची लाश को सड़ाने व सुखबाने के लिए बकायदे आसपास की झाड़ियों को काट कर लाश के ऊपर डाल दिया गया था और लाश को कंकाल में निर्मित होने का इंतजार किया जा रहा था ताकि शिकार की गई म्रत बाघिन की समस्त हड्डियों को भी बड़े आसानी से एकत्रित किया जा सके ऐसा क्षेत्रीय जानकारों का कहना है
क्षेत्र में ही मौजूद हैं संदिग्ध
वैसे अगर कुछ महीनों पहले का पन्ना पलटा कर देखा जाए तो उक्त एरिया के कुछ संदिग्ध लोग कुछ समय पहले बाघ के दांत की बिक्री करते हुए पकड़े गए थे जिनके कब्जे से मानपुर परिक्षेत्राधिकारी द्वारा चार नग बाघ के बड़े दांत बरामद कर विभाग अखबारों की सुर्खियां बटोर लिया था लेकिन उसके बाद की प्रक्रिया पर कोई जोर नही दिया गया जानकारों का मानना है कि बाघ के दांत सहित पकड़े गए आरोपियों से अगर कड़ाई से पूंछ तांछ की जाती तो सम्भवतः पूर्व में भी किये गए बाघ के शिकार के बांकी अवशेष भी बरामद हो सकते थे लेकिन उक्त तमाम पूर्व के मामले पर पर्दा डालने के लिए पता नही किसका दवाव आ गया जिस कारण मामले पर पर्दा डालते हुए पकड़े गए आरोपियों से बाघ के केवल चार दांत ही बरामद कर सके और कार्यवाही को इतिश्री कर दिया गया था
संदेह के घेरे में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व
बहुत ही गंभीर सोचनीय विषय है कि शिकारियों द्वारा बांधवगढ़ के जंगल मे प्रवेश कर बड़ी आसानी से टाइगर के शिकार जैसी इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे डाले और प्रबंधन को भनक तक नही लगी और जब जानकारी लगी तो अधिकारियों द्वारा सम्बंधित मामले से पर्दा उठाने के बजाय मामले को छिपाने की भरपूर कोशिश में सभी के सब जुट गए जिनकी कार्य सैली पर सन्देह प्रतीत होता है कहीं ऐसा तो नही की इस सारे खेल में प्रबंधन की भी कोई अहम भूमिका हो जिस कारण मामले को उजागर करने के बजाय छिपाने की भरपूर कोशिश की जा रही है खैर मामला जो भी हो आगे देखना यह जरूरी होगा कि उक्त मामले पर प्रबंधन शिकारियों तक पहुंच पाता है या फिर अन्य घटनाओं जैसे इस घटना पर भी जांच जारी है कहते कहते फाइल धीरे से ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा
इनका कहना है
अलग अलग जगह पर कई टीमें सर्च आपरेशन चला रही हैं अभी मौके पर हथियो को भी मंगाया गया है जिनके द्वारा भी निगरानी की जाएगी मुझे पुराने लोगों पर भी संका है उनसे भी सघन पूंछतांछ की जाएगी
अर्पित मैराल
वन परिक्षेत्राधिकारी वफर जोन मानपुर बांधवगढ़