जिला में रक्षाबंधन पर्व के दृष्टिगत को लेकर खाद्य पदार्थों की शुद्धता एवं गुणवत्ता की जाँच चलाया गया विशेष जाँच अभियान.
जिला इंदौर मध्य प्रदेश

जिला में रक्षाबंधन पर्व के दृष्टिगत को लेकर खाद्य पदार्थों की शुद्धता एवं गुणवत्ता की जाँच चलाया गया विशेष जाँच अभियान.
(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)
विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों से लिये गये 18 नमूने, 48 हजार रुपये कीमत की मिठाई जब्त, एक प्रतिष्ठान में निर्माण कार्य कराया गया बंद.
मध्य प्रदेश जिला इंदौर कलेक्टर श्री आशीष सिंह के निर्देशन में एवं अपर कलेक्टर श्री गौरव बैनल के मार्गदर्शन में रक्षाबंधन पर्व पर उपभोक्ताओं को शुद्ध एवं सुरक्षित मिठाई उपलब्ध कराने हेतु खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीमों द्वारा विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें विभिन्न प्रतिष्ठानों से कुल 18 नमूने संग्रहित किए गए।
खाद्य विभाग की टीम द्वारा न्यू गौरी नगर स्थित मिलन स्वीट्स के कारखाने का निरीक्षण किया गया। मौके पर उपस्थित फूलचंद पिता खेमराज कुमावत के पास खाद्य लाइसेंस नहीं पाया गया, जबकि परिसर में मिठाई का निर्माण हो रहा था।
मिल्क केक एवं कंचन श्री पारम्परिक दूध मिठाई के नमूने लिए गए। बिना खाद्य लाइसेंस निर्माण करने एवं मिलावट की शंका पर लगभग 106 किलो मिठाई (कीमत 48 हजार रूपये) जब्त की गई तथा खाद्य लाइसेंस प्राप्ति तक निर्माण कार्य बंद कराया गया।
इसी तरह टीम द्वारा मेहक मावा भंडार, सर्वहारा नगर से मावा के 3 नमूने, नेचुरल मेवा, जानकी नगर नवलखा से काजू एवं घी के 2 नमूने, क्वालिटी स्वीट्स खजराना से मलाई बर्फी, मथुरा पेड़ा, मिल्क केक के 3 नमूने, श्री सांवरिया स्वीट्स नमकीन, नमकीन क्लस्टर, सांवेर रोड से पेड़ा, मिल्क केक, मलाई बर्फी, मलाई टिकिया के 4 नमूने, मन मंदिर स्वीट्स एंड नमकीन, सांवेर रोड से मावा एवं मिल्क केक के 2 नमूने तथा प्रेम मिष्ठान भंडार, कल्याण मील मेन रोड से मिठाई के 2 नमूने लिये गये।
निरीक्षण के दौरान संचालकों को परिसर की साफ-सफाई बनाए रखने, खाद्य रंगों का न्यूनतम उपयोग करने, गुणवत्तायुक्त कच्चे माल का उपयोग करने, फूड हैंडलर्स की व्यक्तिगत स्वच्छता सुनिश्चित करने तथा वैध खाद्य लाइसेंस रखना अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा रक्षाबंधन पर्व पर उपभोक्ताओं को शुद्ध एवं सुरक्षित मिठाई उपलब्ध कराने हेतु यह अभियान लगातार जारी रहेगा। लिए गए सभी नमूने राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं,
जिनकी रिपोर्ट प्राप्त होने पर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।