Breaking Newsअन्य राज्यआगराइंदौरइलाहाबादउज्जैनउत्तराखण्डगोरखपुरग्राम पंचायत बाबूपुरग्वालियरछत्तीसगढ़जबलपुरजम्मू कश्मीरझारखण्डझाँसीदेशनई दिल्लीपंजाबफिरोजाबादफैजाबादबिहारभोपालमथुरामध्यप्रदेशमहाराष्ट्रमेरठमैनपुरीयुवाराजनीतिराजस्थानराज्यरामपुररीवालखनऊविदिशासतनासागरहरियाणाहिमाचल प्रदेशहोम

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वीरांगना रानी दुर्गावती के 462 वें बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित की समाधि स्थल पर नमन

जिला जबलपुर मध्य प्रदेश

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वीरांगना रानी दुर्गावती के 462 वें बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित की समाधि स्थल पर नमन

(पढिए राजधानी एक्सप्रेस न्यूज़ हलचल आज की सच्ची खबरें)

मध्य प्रदेश जिला जबलपुर, बरहा (नरई नाला):
गोंडवाना की अमर शेरनी, माँ रानी दुर्गावती के 462वें बलिदान दिवस पर ग्राम बरहा स्थित नरई नाला में उनकी पावन समाधि पर श्रद्धा और सम्मान के साथ आयोजन संपन्न हुआ।

इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समाधि स्थल पहुँचकर रानी दुर्गावती को नमन किया और उनके अदम्य साहस, स्वाभिमान और बलिदान को स्मरण किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रानी दुर्गावती का जीवन तप, त्याग और पराक्रम की अनुपम मिसाल है। उन्होंने रणभूमि को भी तपोभूमि बना दिया और भारतीय नारी शक्ति का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। उनका बलिदान हमें यह सिखाता है कि आत्मसम्मान और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्राणों का बलिदान भी गौरव की बात होती है।

आदर्श बनती रहीं रानी दुर्गावती
चाहे शासन व्यवस्था हो या युद्ध कौशल — रानी दुर्गावती ने हर क्षेत्र में असाधारण नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। उनका जीवन आज की पीढ़ी और विशेषकर बेटियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है।

जनप्रतिनिधियों की गरिमामयी उपस्थिति:
इस श्रद्धांजलि सभा में कैबिनेट मंत्री श्री राकेश सिंह, कैबिनेट मंत्री श्रीमती संपतिया उईके, राज्यसभा सांसद श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकि, सांसद श्री आशीष दुबे, विधायक श्री अशोक रोहाणी, श्री सुशील इंदु तिवारी, श्री संतोष बरकड़े, श्री नीरज सिंह, श्री अभिलाष पांडे, महानगर जिलाध्यक्ष श्री रत्नेश सोनकर, ग्रामीण जिलाध्यक्ष श्री राजकुमार पटेल, महापौर श्री जगत बहादुर सिंह ‘अन्नू’ एवं निगम अध्यक्ष श्री रिंकुज विज सहित अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधियों ने भाग लेकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

यह आयोजन न केवल श्रद्धांजलि था, बल्कि रानी दुर्गावती के सिद्धांतों और आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प भी।

Related Articles

Check Also
Close
Back to top button